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Why Stay away from Criticism and Complaints? आईये आगे समझते हैं, जिंदगी जीवन से नहीं बल्कि जीने से पूरी होती हैं, आप एक पल में कितना जीते हैं, कितना मुस्कराते हैं, ये बहुत मायने रखता हैं। सबको पता हैं की जीवन अनमोल हैं, फिर भी ना जाने कितने पल यूं ही बेकार के डिस्कशन में और लोगो की कमियां निकालने में लगा देते हैं।

कभी सोचा हैं आपने की एक पल में जिंदगी बदल जाती हैं, पर क्या आप एक -एक पल की कीमत समझ रहे हैं, शायद नहीं, इसलिए तो आज हर किसी के दिल में सबके लिए निंदा, आलोचना और शिकायत हैं। आज जीवन में एक पल का ठिकाना नहीं हैं, और आप अपना कीमती समय लोगो के विकास में ना लगाकर अपने पतन में लगा रहे हैं।

एक बात तो ये बिलकुल सच हैं की आपको सफल तो हर कोई देखना चाहता हैं, पर यदि आप अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और घरवालों से ज्यादा सफल हो गए तो मुश्किल हैं। ये कड़ुवा हैं पर सच हैं, जिसे आप आज नहीं स्वीकारेंगे तो कल जरूर स्वीकारेंगे।

ये पोस्ट लोगो के लिए नहीं सिर्फ आपके लिए हैं, आपको अपने जीवन को इस तरह से रचित करना है, जिससे आप एक परिपक़्व इंसान बन सके। आप समझदार बन सके, जिससे आप हर सिचुएशन में लोगो के साथ भली-भांति मैनेज कर सके।

आज सवाल खुद से करना हैं, ना की दूसरों से कोई सवाल करना हैं। आपको सबके जैसा नहीं, सबसे अलग बनना हैं, आपको हर किसी के अंदर एक अच्छा इंसान देखना हैं, सबसे प्यार करना हैं, आदर करना हैं, और जीवन में आप जो कुछ भी करे उसके लिए कभी बदले में कुछ ना चाहे।

जीवन में जो आपने किसी के लिए किया हैं, उसे ईश्वर का पुरस्कार समझिये, क्योंकि खुद के लिए तो हर कोई करता हैं, पर जो दूसरों के लिए काम आये, उससे अच्छा कुछ भी नहीं हैं।

जीवन में दो लाईने हैं, एक लाइन में देनेवाले कतार में लगे हैं, और दूसरी लाइन में लेनेवाले कतार में लगे हैं, आप से ये मेरा सवाल हैं की आप किस कतार में रहना पसंद करेंगे, जाहिर सी बात हैं देनेवालों की कतार में आप खड़े रहना पसंद करेंगे, फिर जिंदगी में इतनी शिकायत क्यों की मैंने उसके लिए बहुत किया और उसने उसके बदले में कुछ नहीं किया।

आप खुशनसीब हैं जो आप किसी के लिए कुछ भी कर पा रहे हैं, कभी मंदिर के आगे उन गरीब भूंखे लाचार बच्चो को देखा हैं, जो एक छोटे से मिठाई के टुकड़े के लिए एक – दूसरे को धक्का -मुक्का सब करने को तैयार रहते हैं, बिलकुल आपने भी नोटिस किया होगा, ऐसे में यदि आप और मैं थोड़ा बहुत उनके लिए कर देते हैं, तो शायद इसमें कोई बुराई नहीं हैं।

आजकल सभी लोग मतलबी हैं, ऐसा कहते हुए मैंने बहुत से लोगो को सुना हैं, पर क्या आपने सोचा हैं की जिसके पास कुछ नहीं हैं और आपके पास हैं, और उसने आपसे थोड़ी उम्मीद लगा ली, तो क्या बुराई हैं इसमें और आपको तो अच्छा फील होना चाहिए की आप किसी के काम आये।

मत सोचिये की लोग आपको यूज कर रहे हैं, जिंदगी में यकीन मानिये जो चीज यूज होती हैं, वही लम्बे समय तक टिकी रहती हैं, और जो चीज यूज नहीं होती हैं, उसे पुराने सामान की तरह दिवाली की सफाई में घर से बाहर कर देते हैं, इसलिए जब भी किसी के कुछ भी काम आये तो उस परमपिता को धन्यवाद् कीजिये कि उस ईश्वर ने आपको इस अच्छे काम के लिए चुना।

आपके पास जो भी हैं, उसे देते रहिये बिना किसी शिकायत के और फिर एक दिन आएगा जब आपको जीवन की हर ख़ुशी मिल जायेगी।

ये जीवन बहुत अनमोल हैं, और उससे भी अनमोल हैं आपके अच्छे कर्म, इसलिए अपनी तरफ से आप गलती कभी ना करे, क्योंकि आप वही काटेंगे जो आप बोयेंगे।

ये शिकायते, आलोचनाएं और ये निंदाएँ आपको जीवन में कुछ नहीं देंगी, बल्कि आपके जीवन के हर ख़ुशी और मन के सुकून को छीन लेंगी, इसलिए लोगो की खूबियों के बारे में बात करिये और अपने जीवन को खुशहाल बनाइये।

इस दुनिया में कोई भी चीज परमानेंट नहीं हैं, इसलिए आज हर किसी को आत्मचिंतन और आत्म मनन की जरुरत हैं क्योंकि अक्सर लोग दूसरों के ऊपर तो पूरी किताब लिखने को तैयार हो जाते है, पर वास्तव में वह लाइफ में क्या कर रहे हैं, इस बारे में कभी भी विचार नहीं करते हैं।

सफलता का दरवाजा सबके लिए एक जैसा हैं, इसलिए यदि कोई एक खोल सकता हैं, तो आप भी खोल सकते हैं, इसलिए कभी भी नकारात्मकता के लिए अपने जीवन में कोई जगह ना रखे और अपने जीवन के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए हर दिन और हर पल सही प्रयास करते रहिये, क्योंकि आज जो मंजिल आपको धुँधली दिखाई दे रही हैं, वही आपके कदमों से एक दिन तय हो जायेगी।

Why Stay away from Criticism and Complaints
Why Stay away from Criticism and Complaints

ये जिंदगी सबसे खूबसूरत और अनमोल हैं, देखा जाए तो इस दुनिया में आकर हर किसी को वो सब मिलता हैं, जो वो चाहता हैं। आपका जीवन जैसा हैं, उसे उस रूप में स्वीकार कीजिये, अक्सर लोग शिकायतों में ही जीवन को काट देते हैं, और अपने आज को भी ख़राब कर लेते हैं। आप मुस्कारिये, खुश रहिये और जो कुछ हैं उसमे संतोष कीजिये क्योंकि जिस दिन आपने अपने दिल को समझा लिया, उस दिन आपको किसी और को कुछ भी समझाने की जरुरत नहीं पड़ेगी और ना ही किसी की अच्छी और बुरी बात से आपको कोई फर्क पड़ेगा।

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