How to manage people at work ऑफिस में सभी लोगो को एक साथ मैनेज करना आसान नहीं हैं फिर आप चाहे employee हो या फिर employer हो दोनों ही situations में अलग अलग responsibility होती हैं। Office में हर किसी का एक बॉस जरूर हैं। ऑफिस में आप किसी को खुश नहीं रख सकते हैं, फिर चाहे आपका जूनियर हो या सीनियर , सबकी अलग -अलग expectations होती हैं।
यदि आप किसी को ज्यादा response कर देंगे तो और लोग सोचेंगे की आप उससे ज्यादा close हैं, और यदि आपने किसी को सही response नहीं दिया तो सब पीठ पीछे आपको खड़ूस बोलेंगे , मतलब सुकून कही नहीं हैं।
एक बात तो हैं ऑफिस में दोस्ती वाला माहौल तो नहीं मिलता हैं हर कोई एक दूसरे की लगाने में लगा रहता हैं। कोई punctuality का हवाला देता हैं, कोई अच्छे काम का हवाला देगा , कोई good customer handling का हवाला देगा , मतलब हर कोई अपने आप को सिद्ध करने में लगा होता हैं।
आज कल लोग तो ये भी नहीं देखते हैं की वह कर क्या रहे हैं, किसी को उनकी बात से कोई नुक्सान तो नहीं पहुंच रहा हैं। Work Place एक ऐसी जगह हैं जहा आप निश्चित समय तक काम करते हैं और आपको उसके बदले fix salary मिलती हैं।
- यदि आप अपने बिज़नेस और नौकरी को बढ़ाना चाहते हैं तो आपको लोगो को मैनेज करना सीखना ही होगा। एक बात हमेशा याद रखे की ऑफिस में कोई आपका रिश्तेदार नहीं हैं की जो मन आया वह बोल दिया , ये बात employer और employee दोनों पर लागू होती हैं , अगर किसी बात पर विचार करना हैं तो बैठ कर ठन्डे दिमाग से बात करे , तू -तड़ाक बिलकुल ना करे, ऐसा करने से ऑफिस का माहौल तो ख़राब होगा ही इसके साथ -साथ आप भी काम करने में comfortable नहीं हो पाएंगे।
- Back biting ना करे, किसी के पीछे unnessary ना पड़े, अपने काम से मतलब रखे।
- आप खुद deciplined रहे जिससे आप दूसरों को भी deciplined रख सके।
- पर्सनल मुद्दों को ना ही शेयर करे, और ना ही किसी की बात को इधर -उधर करे, ऐसा करने से कभी आप ही बड़े बवंडर में फंस सकते हैं।
- कोशिश करे की बिना झूठ बोले काम चले।
- पॉइंट तो पॉइंट बात करे, बिना वजह गॉसिप ना करे।
- किसी से भी पर्सनल रिलेशन बनाने से बचे, क्योंकि ऑफिस में रिलेशन जरुरत के हिसाब से बनते और बिगड़ जाते हैं , या कोई ऐसा व्यक्ति आ गया जिसने सब की बातों को शेयर करके रिश्तों को भी बिगड़ दिया।
- जब तक आपको सही लगे तब तक ही आप उस जॉब या बिज़नेस में रहे, जब ठीक ना लगे तो एक बार विचार जरूर करे।
- आप अपनी और दूसरों दोनों की डिग्निटी को मेन्टेन रखे , एक कहावत हैं की आप दूसरों के साथ ऐसा व्यव्हार करे जैसा आप खुद के साथ चाहे।
- ऑफिस में कोई भी किसी का गुलाम नहीं हैं, हर कोई अपने द्वारा किये गए काम की कीमत दे और ले रहा हैं , इसलिए ज्यादा किसी को परेशान करना ठीक नहीं हैं
- किसी के talent पर doubt ना करे, क्योंकि ये आपके द्वारा या मैनेजमेंट के द्वारा चुने हुए ही लोग हैं, जो many interview round के बाद select हुए हैं।
- किसी से किसी की तुलना ना करे, हर कोई अच्छा कर रहा हैं, ऐसा विश्वास रहे , यदि आपको लग रहा हैं की कोई एक व्यक्ति कुछ गड़बड़ कर रहा हैं तो उससे आराम से बैठकर मीटिंग करे।
- सुनी सुनाई बातों पर कतई विश्वास ना करे, आजकल लोग पीठ पीछे कुछ भी कह देते हैं, और समय आने पर साफ़ मुकर जाएंगे की मैंने तो ऐसा कभी नहीं कहा हैं।
- बात हमेशा clear और respect से करे , ऑफिस में आपकी पसंद या ना पसंद से कुछ फर्क नहीं पड़ता है, आपको सिर्फ काम से मतलब होना चाहिए।