आप खुद से कुछ सवाल क्यों नहीं पूछते? (Why don’t you ask yourself some questions) मन के अंदर हजारों सवाल आते हैं, ये मन खुद से ही सवाल करता हैं, और खुद ही जवाब देता हैं, क्या आपके साथ भी ऐसा ही हो रहा हैं यदि हाँ, तो आइये समझते हैं कि ऐसा क्यों होता हैं।
आज हर कोई ऊपर से जितना खुश दिखता हैं, अंदर से उतना ही अकेला और टूटा हुआ हैं, इसके पीछे मुख्य कारण है, miss communication and no communication, आज कोई भी खुलकर बात ना ही करना चाहता हैं, और ना ही कोई सुनना चाहता हैं।
आज हर कोई बाहरी दुनिया जैसे Mobile, Social media इत्यादि में busy हैं। आज हर सुबह कईयों positive good morning messages आ जाते हैं, पर क्या कोई पॉजिटिव हैं, ये सबसे बड़ा सवाल हैं, सच्चाई तो ये हैं, कोई भी positive vibes and positive aura के साथ नहीं जी रहा हैं, ऐसे में एक सवाल आता हैं कि कैसे इस समस्या को सुलझाया जाए ?
देखा जाए तो हर सवाल का जवाब भी आपके पास हैं, पर आप उसे औरों में ढूढ़ते रहते हैं, आपको सब पता हैं, आप इस दुनिया के सबसे समझदार व्यक्ति हैं, पर आप भी उसी राह पर चल पड़े हैं, जिस रास्ते पे लाखों लोग चलते हैं।
अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा हैं, सब कुछ सही हो सकता हैं, बशर्ते कि आप सही होना चाहिए, आइये बात करते हैं कि कैसे Life को खुली किताब (Unlocking Personal Growth) की तरह जिया जा सकता हैं।
क्या आप लोगो के बारे में गलत सोचते हैं ?
क्या आप लोगो के बारे में गलत सोचते हैं ? क्या आप भी उन लोगों में से हैं, जो हमेशा सामनेवाले के लिए गलत सोचते हैं। कोई भी सही और गलत नहीं होता हैं, बल्कि वो व्यक्ति आपको वैसा ही दिखता हैं, जैसी सोच आप उस व्यक्ति के बारे में अपने मन में बना चुके हैं, इसलिए सबके बारे में अच्छा सोचे।
क्या आप किसी की बुराई होने पर किसी अन्य व्यक्ति की हाँ में हाँ मिलाते हैं ?
जो सही हैं, उसे सही कहने की ताकत हमेशा रखिये, ऐसा ना हो कि किसी की गलत बात को भी सही कह दे और सही बात को गलत कह दे। कोई कुछ भी कहे, आप अच्छा बोले और अच्छा ही सुने, इससे कमसे कम आप खुद को तो अच्छा महसूस करा पाएंगे।
क्या आप सबके सामने अच्छे होने का दिखावा करते हैं ?
आप अंदर से जैसे हैं, वैसे ही बाहर से रहिये, आज अक्सर लोग दिखावा करते हैं, जिससे रिश्ते और माहौल दोनों ख़राब हो जाते हैं।
यदि आपको ये अहसास हो जाए कि ये व्यक्ति आपके लिए दिखावा कर रहा हैं, तो आपको अच्छा नहीं लगेगा, और आप चाह कर भी उस व्यक्ति को महत्व नहीं दे पाएंगे, इसलिए दिखावे पर भरोसा ना करे, दिखावा एक छल हैं, झूठ हैं, फरेब हैं, वो आपको थोड़ी देर के लिये आकर्षित तो कर सकता हैं, लेकिन हमेशा आपको खुश नहीं रख सकता हैं।
क्या आप लोगो की तरक्की से जलते हैं ?
दुनिया में हर कोई अपनी किस्मत और मेहनत के दम पर अपनी जिंदगी को संवारता हैं, ऐसे में आप दूसरे के सुख को देखकर कभी भी दुखी ना हो, बल्कि आपके पास जो हैं उसमे खुश रहे और यदि आप एक बहुत अच्छी लाइफस्टाइल चाहते हैं, तो उसके लिए समय से मेहनत करे और अपने सपनों को पूरा करे।
क्या आप हमेशा दुखी होने का दिखावा करते हैं ?
जब आप दुखी नहीं हैं, तो दुखी दिखाकर आप दुनिया वालों को थोड़ा बहुत और थोड़ी देर तक ध्यान तो खींच सकते हैं, पर वो ध्यान कुछ समय के लिए ही रहेगा, इसलिए यदि आप खुश हैं, तो ख़ुशी को जताइए भी, जिससे आपके आस -पास के खुश लोग भी अपनी ख़ुशी के बारे में बात कर पाए।
आजकल ऐसे व्यक्ति ज्यादा पाए जाते हैं, जो हमेशा रोते रहते हैं, और सामनेवाला यदि हँसना भी चाहे तो उसे हसने नहीं देते हैं और वही व्यक्ति बाद में आपको सबसे ज्यादा मजा लेते हुए दिखाई देगा, इसलिए ऐसे व्यक्तियों से दूर रहे तो ही अच्छा हो होगा।
क्या आप हमेशा ईश्वर से और लोगो से शिकायत करते रहते हैं ?
मेरे पास ये नहीं हैं, मेरे पास वो नहीं हैं, उसके पास तो ये हैं, क्या आप भी इस तरह की बातें करके अपने मन को परेशान करते हैं, कभी आपने सोचा हैं की आपके पास जो हैं, वो लाखों लोगो के पास नहीं हैं।
सब कुछ किसी के पास नहीं हैं, हर कोई किसी ना किसी दुःख से परेशान हैं, ऐसे में शिकायत करना बंद करे, बल्कि आपके पास जो कुछ हैं, जितना भी हैं, उसके लिए ईश्वर को दिल से धन्यवाद करे।
क्या आप छोटी -छोटी प्रॉब्लम से भी घबरा जाते हैं ?
यदि आप छोटी -छोटी प्रोब्लेम्स को मैनेज नहीं कर पाते हैं, तो इस पर विचार कीजिये। दुनिया में आपसे भी बहुत ज्यादा दुखी लोग हैं, वो कैसे मैनेज करते हैं।
प्रोब्लेम्स को मैनेज करना इसलिए भी सीखना जरुरी हैं क्योंकि जब तक जीवन हैं, प्रोब्लेम्स भी साथ -साथ रहेंगी, ऐसे में यदि आप प्रोब्लेम्स को मैनेज करना सीख गए, तो आपकी जिंदगी आसान हो जायेगी।
एक बात हमेशा ध्यान रखना कि आपकी हर समस्या का समाधान आपके ही पास हैं, बस आप ज़रा धैर्य से सिचुएशन को समझे और उसके बाद निष्कर्ष पर जाए।
क्या आप खुद को समझदार और सामनेवाले व्यक्ति को बेवकूफ समझते हैं ?
खुद पर गर्व करे, पर घमंड कभी भी ना करे, और अपने मन के भीतर ऐसी धारणा कभी भी ना बनाये कि आप सबसे ज्यादा समझदार हैं, क्योंकि यदि आप ऐसी सोच रखेंगे, तो आप औरों से कुछ भी सीख नहीं पाएंगे।
हमेशा सबके अंदर की खूबियों को सराहे और जो अच्छा लगे उसको अपनाये, ऐसा करने से आप जीवन के वास्तविक अनुभवों से अवगत हो पाएंगे।
लोगो को सुने, समझे और उसके बाद ही अपनी राय दे, अक्सर जल्दबाजी में गलत निर्णय हो जाते हैं, इसलिए हमेशा सुनने के लिए पहले तैयार रहे और उसके बाद अपने विचार share करे।
दुनिया में हर कोई खास हैं, इसलिए सबकी क़द्र करे, और ऐसा मानकर चले कि आपको सबसे कुछ ना कुछ सीखने को जरूर मिलेगा, फिर चाहे गरीब हो या अमीर, छोटा हो या बड़ा, इत्यादि।
क्या आप स्वार्थी हैं ?
खुद के लिए पहले सोचना अच्छी बात हैं, पर किसी का काम बिगाड़ कर, अपने काम को पूरा करना स्वार्थ होता हैं।
आज ज्यादातर लोगो की स्वार्थी प्रवत्ति हैं, ऐसे में ना चाहते हुए भी आज हर कोई सिर्फ अपने लिए ही सोच पा रहा हैं।
आज किसी को किसी से कोई मतलब नहीं हैं, अपना काम बनता भाड़ में जाए जनता, इस कांसेप्ट को ज्यादातर लोग अपना चुके हैं।
लोगो से बिना स्वार्थ के जुड़े, सबके लिए हमेशा पहले करने के लिए तैयार रहे, और कोशिश करे, कि आप उसके बदले में कुछ ना चाहे, ये मुश्किल हैं, पर नामुमकिन नहीं हैं, करके देखिये आपको बड़ा सुकून लगेगा क्योंकि जब आप किसी के लिए कुछ भी करते हैं, वो ईश्वर आपको वही चीजे दोगुनी-चौगुनी करके देता हैं, इसलिए आपको जो चाहिए उसे पहले देना शुरू कीजिये।
क्या आप लालची हैं ?
आपका काम जिससे बने, सिर्फ उसी के साथ रिश्ता बनाना हैं, इस सोच के साथ आप बहुत दूर तक नहीं जा पाएंगे।
लालची व्यक्ति को कुछ नहीं दिखता कि क्या सही हैं और क्या गलत हैं, उसे तो वो चीज कैसे भी मिल जाए, जिसे वो चाहता हैं।
जीवन में आपके पास जो हैं, उसमे संतोष कीजिये और जो नहीं हैं, उसके लिए मेहनत कीजिये। लालच किसी भी व्यक्ति के पतन का कारण बन सकता हैं, और लालच एक बीमारी हैं, जो कभी ख़तम नहीं होगी, इसलिए इस बीमारी को अपने शरीर और दिमाग के अंदर ना आने दे।
क्या आप हमेशा पीठ पीछे सिर्फ निंदा ही करते हैं ?
आज ज्यादातर लोग सिर्फ बुराई करने में ज्यादा रूचि लेते हैं, यदि आप भी ऐसे लोगो में से एक हैं, तो अपनी इस हैबिट को अभी बदल दीजिये और लोगो की निंदा की जगह तारीफ कीजिये।
आज लोगो ने प्रशंशा करना ही बंद कर दिया हैं, जिसके अंदर जो भी अच्छा लगे, उसके बारे में खुलकर दिल से तारीफ कीजिये, इससे आप अपने आस -पास एक पॉजिटिव माहौल बना पाएंगे।
क्या आप खुश हैं ?
दुनिया को खुश करने से पहले खुद से पूछे कि क्या आप खुश हैं क्योंकि आप लोगो को सिर्फ वही दे सकते हैं, जो आपके पास हैं, इसलिए सबसे पहले खुश रहिये और फिर दूसरों को खुश रखिये।
क्या आप मेहनती हैं ?
मेहनत करने से कभी भी पीछे ना हटिये, क्योंकि ईश्वर भी उसी का साथ देते हैं, जो जीवन में कुछ करना चाहते हैं। आप अपनी मेहनत से जीवन की विपरीत परिस्थितयों को भी बदल सकते हैं, आप अपने जीवन के अंदर उठ रहे बड़े से बड़े तूफानों को भी शांत कर सकते हैं।
क्या आप ईमानदार हैं ?
दो रोटी ईमानदारी की खाइये और आराम से सुकून से सोईये। लाइफ में सपनें पूरा करने के लिए कभी गलत काम ना करे, क्योंकि आपको सुकून तभी आएगा, जब आप हर काम ईमानदारी से करेंगे।
क्या आप सबसे प्यार करने के लिए तैयार हैं ?
कौन अच्छा हैं, और कौन बुरा हैं, इसके बारे में ना सोचकर सबसे प्यार करे। सबको दिल से चाहे और जो जैसा हैं, उसे वैसा ही स्वीकार करे। कभी भी किसी को अपने हिसाब से बदलने की कोशिश ना करे।
क्या आप अपने गुस्से, बुरे व्यव्हार और बोलने के तरीके से खुश हैं ?
हर व्यक्ति अपने अंदर छुपी अच्छाई और बुराई दोनों को अच्छे से समझता है, इसलिए खुद के व्यव्हार पर ध्यान दे, क्या आप अपने गुस्से और बोलने के तरीके से खुश हैं, और जैसा आप बोल रहे हैं, वैसा ही यदि आपसे कोई बोले तो आपको कैसा महसूस होगा, इस पर विचार करे, ऐसा करने से आप समझ जाएंगे कि आपको कहा क्या सही करना हैं।
क्या आपने जीवन में कोई गलती नहीं की हैं ?
ऐसा तो दुनिया में विरले ही कोई व्यक्ति होगा, जिसने जीवन में कोई भी गलती ना की हो, इसलिए ऐसे व्यक्ति की तलाश करना बंद करे, बल्कि आपके आस -पास जो लोग हैं, उनके साथ खुश रहिये।