किसी ने पूछा Where is happiness ख़ुशी कहाँ हैं, तो दिल से एक आवाज हैं, जहाँ आप हैं, वही ही ख़ुशी हैं। जी हाँ आज हर कोई ख़ुशी को ढूढ़ता हैं, और अपने -अपने हिसाब से जीवन को जीने की कोशिश करता हैं, और जीवन भर शिकायत ही करता रहता हैं कि मुझे ये नहीं मिला, मुझे नहीं वह नहीं मिला।
ये किसी एक साथ नहीं हैं, ऐसा हर कोई सोचता हैं, आज जो भी जिस age and situation में हैं, वह वहाँ पर भी happy and satisfied नहीं हैं, क्योंकि उसने जीवन में अपने से भी ज्यादा big status and lifestyle वाले लोगो को देख लिया हैं।
ख़ुशी आपके बचपन में हैं, ख़ुशी आपकी जवानी में हैं, ख़ुशी आपके बुढ़ापे में हैं, जीवन में जब तक आप हैं, तब तक ख़ुशी हैं, आपको बस इसे feel करने की जरूरत हैं।
अपने आप को एक ऐसा mindset and thought process दे, जिससे आपको हर जगह खुशियाँ ही खुशियाँ नजर आये, आपको हर व्यक्ति अच्छा लगे, आपको हर चीज पसंद आये, आपकी जिंदगी में ऐसा कुछ ना हो जो आपको पसंद ना हो।
खुद से प्यार करे, (Self-love and self-care is very important) खुद को पहचानो, खुद को जानो और इस जीवन को खुशियों से भर दो।
सबसे पहले तो समझ लीजिये कि ख़ुशी दुनिया में कही नहीं हैं, ख़ुशी तो सिर्फ आपके अंदर हैं, जिसे आप दिन -रात ढूंढ रहे हैं, जिसके लिए आप परेशान हैं।
इस दुनिया में सबके पास सब कुछ नहीं हैं, जैसे कोई धन -दौलत से भरा हैं, तो वही स्वस्थ्य से दुखी हैं, किसी का दुनिया में तो बहुत बड़ा नाम हैं, पर उसके पास खुद के लिए समय नहीं हैं, ऐसी बहुत सी चीजे हैं। जब घूमने के लिए पैसा आया तो चलना मुश्किल हो गया, और जब चलना आसान था, तो पैसा नहीं था, सचमुच सोचों तो बहुत बुरा लगता हैं, कि क्यों सारी चीजे एक साथ नहीं होती, पर जीवन इसी का नाम हैं, जहां एक साथ सब कुछ किसी को नहीं मिलेगा, इसलिए आप अभी जैसे भी हैं, उसके लिए ईश्वर को दिल से धन्यवाद् करे, और जैसा कल चाहते हैं, उसके हिसाब से आज ही काम करे क्योंकि आपका आज आपके कल का परिणाम हैं।
हर किसी के लिए जीवन के मायने अलग हैं, कोई दौलत, कोई स्वास्थ्य, कोई नाम चाहता हैं, पर उसको पा लेने के बाद भी वह कभी खुश नहीं होता हैं क्योंकि जिसने जो देख लिया उसे वैसा ही जीवन चाहिए और ये लाजमी हैं क्योंकि यही प्रकृति का नियम हैं, यही प्रचलन हैं, अगर पडोसी के घर में बड़ा टीवी हैं, तो हमे भी चाहिए, भले ही उस टीवी को देखने का समय किसी के पास हो या ना हो।
आज चीजे आवश्यकता के हिसाब से नहीं, दिखाने के लिए ली जाती हैं कि कोई ये ना कह पाए कि इनके पास ये नहीं हैं। सच में इन्ही उलझनों को सुलझाने में और अपने status को दूसरों के status में मिलाने में ना जाने कब यहाँ से जाने का समय हो जाता हैं, पता ही नहीं चलता हैं।
दुनिया में सब अलग -अलग हैं, और हर कोई अपने हिसाब से इसे जीना चाहता हैं, और ये ठीक भी हैं।
जीवन को खुद की पसंद से जिए -ये जीवन आपका हैं, इसे आप अपने हिसाब से जिए, आप जो करना चाहते हैं, उसे करे, पर कुछ भी करने से पहले सोच -समझ भी ले क्योंकि यदि आप जीवन में कोई भी काम पूरी जिम्मेदारी से करेंगे तो आप सदा सफल होंगे।
दुनिया में किसी को impress करने के लिए कुछ ना करे बल्कि कुछ ऐसा करे, जिससे लोग influenced हो, क्योंकि जो आपको पसंद करेगा, वह वैसे भी पसंद करेगा।
अक्सर लोग दूसरों के जैसा बनने की कोशिश तो करते हैं, और जब बन नहीं पाते तो दुखी हो जाते हैं इसलिए आप भगवान् के द्वारा बनाये हुए सबसे नायाब हीरे हैं, इसलिए खुद से प्यार करे और आप जैसे हैं, उसे स्वीकार करे।
सच तो ये हैं कि दूर से हर कोई सुखी लगता हैं – इस दुनिया में हर कोई दूर से जितना happy नजर आता हैं, पर actually में ऐसा नहीं होता हैं, हर किसी के दिल में कोई ना कोई दुःख जरूर होता हैं, इसलिए कभी भी किसी को देखकर ऐसा ना बोले कि आपको उसके जैसा बनना हैं क्योंकि जब आप इस तरह की इच्छा (desire and wish) करते हैं, तो आप उसकी बाहरी दुनिया के साथ उसकी अंदरूनी दुनिया को भी मांग ब्रह्माण्ड से लेते हैं।
दूर से हर किसी को लगता हैं, कि उसकी life तो अच्छी हैं, वह तो बहुत मजे कर रहे हैं, पर reality तो ये हैं, कि इस संसार में ऐसा एक व्यक्ति भी नहीं मिलेगा, जो पूर्ण हो, जिसके जीवन में किसी बात का गम ना हो, कोई मलाल ना हो, किसी ना किसी बात को लेकर तो हर कोई पर परेशान होता हैं, और देखा जाए तो ये भी ठीक हैं, जीवन में दुःख ना हो, challenges and difficulties ना हो, परेशानियां ना हो, तो शायद ख़ुशी का भी अहसान इतना लुभावना ना हो।
जीवन की गाड़ी सुख और दुःख रुपी दो पहियों से चलती हैं, इसलिए सुख के बाद दुःख और दुःख के बाद सुख आएगा, आपको बस इसे handle and mange करना सीखना हैं।
अपनी खुद की एक अलग पहचान बनाये और अपने जीवन को सही दिशा दे, सही उद्देश्य दे, जिससे आप खुद की Life को तो अच्छा कर सके और अपने जाननेवाले सभी लोगो की Life में भी रंग भर सके।
समय के साथ लोग आपका नाम भूल जाएंगे, पर आपकी पहचान, पीढ़ियों (generations) तक याद की जाएंगी।
बुरी बातों को अनदेखा करे -इस दुनिया में अच्छा होगा, की आप सिर्फ वही सुने, जिससे आपका मन शांत रहे, ऐसी बातों को सुनकर भी अनसुना कर दे और कुछ चीजों को देखकर भी अनदेखा कर दे, जो आपको दुःख दे और आपके मन को परेशान करे। बुरा जितना कम सुनो, वही अच्छा, क्योंकि आप जो सुनते हैं, उसी के according act करने लगते हो।