आज इस post के जरिये आप समझेंगे कि Why neighbours are important, जीवन की इस बगिया में, ना जाने कितने लोग हैं, कितने परिवार हैं, और उन सब लोगो में एक स्थान आता हैं, आपके पडोसी (Neighbour) का, जो कि आपके सबसे करीब होता हैं, और समय आने पर सबसे पहले available हो सकता हैं।
अपने पडोसी (Neighbour) से बना के रखो, आपने भी ऐसा कहते हुए बहुत से लोगो को सुना होगा, देखा जाए तो ये बिलकुल true हैं, क्योंकि जब बुरा वक़्त (bad time) आएगा तो सबसे पहले आपका पडोसी (Neighbour) ही होगा जो आपके लिए परेशान होगा और उससे जो भी हो सकेगा, वह help भी करेगा।
आज Metro Cities में लोगो को ये तक नहीं पता हैं, की उसके अगले घर or flat में कौन रहता हैं, कब आता हैं, कब जाता हैं, कोई दुखी तो नहीं हैं, कहने का मतलब ये हैं कि एक पडोसी के घर में चाहे जितना बड़ा कांड हो जाए पर दूसरे पड़ोसी (Neighbour) को भनक भी नहीं होती, पर देखा जाए तो क्या ये ठीक हैं, खुद से अभी पूछे ?। बिलकुल जवाब आपको मिल गया होगा कि ये बिलकुल भी ठीक नहीं हैं क्योंकि सुख तो कोई भी अकेले भोग सकता हैं, पर दुःख के लिए बहुतों का सहारा लेना पड़ता हैं, ये कड़वा सच हैं।
आज यदि पड़ोसी (Neighbour) थोड़ी सी awareness, care, humanity और बातचीत रखे, तो अपने आस -पास होने वाली बहुत सी problems को होने से रोक सकता हैं।
आज बड़े शहरों में लोग एक दूसरे से कोई व्यवहार (relation) नहीं रखना चाहते हैं, वह नहीं चाहते हैं, की कोई उनकी privacy में खलल डाले, पर उन्हें नहीं पता की ये privacy, ये secret भरी life एक दिन उनके दुःख का कारण बन सकती है और बनती भी हैं, आज बड़े शहरों में दूर राज्यों से रोजी -रोटी (Livelihood) के लिए आये हुए बहुत से ऐसे लोग अंदर ही अंदर अकेले हैं, और अपनी Job and Business के extra pressure से परेशान हैं, कुछ तो manage कर लेते हैं, और कुछ ऊँची इमारतों (tall buildings) से कूदकर, Blood pressure या heart attack से मर जाते हैं और जब दुर्घंट्ना घट जाती हैं, तब उसके पड़ोसी (Neighbour) को पता चलता हैं कि जिसके साथ problem हुयी, वह फला नाम का व्यक्ति था। ऐसे में यदि थोड़ा बहुत बोलना – चालना होता तो may be आप उसके दुःख, परेशानी और उलझन को दूर कर सकते या उसे कोई तो राह दिखाते जिससे उसकी अनमोल जिंदगी (Precious life) बच जाती।
पुराने जमाने का समय कुछ मामले में बहुत अच्छा था, पैसा -रुपया चाहे कम था, पर लोग एक – दूसरे के लिए खड़े रहते थे, आज जिसके पास पैसा आ गया वह तो शहंशाह बन गया और बाकी सब, आप समझ सकते हैं।
अब भी समय हैं, संभल जाईये (be careful), नहीं तो आपका कोई अपना भी इस चंगुल की चपेट में आ जाएगा।
आज इंसानियत (Humanity) ख़तम हो रही हैं, लोग सिर्फ अपने मतलब से मतलब रखने में ही ज्यादा खुश हैं, पर ये ख़ुशी थोड़े दिन की हैं, जब तक आप उम्र के दूसरे पड़ाव पे हैं, जिंदगी में जैसे -जैसे हाथ -पैर कमजोर होंगे, वैसे -वैसे आप लोगो को ढूढ़ने लगेंगे, इसलिये सफलता (Success) के लिए काम जरूर करे, पर इस सफलता के रास्ते में कुछ ऐसे दोस्त (friends) और अपने पारिवारिक रिश्ते (family relationship) इतने मजबूत बनाये कि आपकी जिंदगी (Life) के आखिरी पल ख़ुशी और सुकून (happiness and peace) से बीत सके ।
अपने पडोसी को कभी pre-judge ना करे (Never Pre-Judge Your neighbors)
किसी भी व्यक्ति को बिना जाने हुए उसके बारे में कोई भी राय ना बनाये (Do not form any opinion about any person without knowing him) कि मैं उससे दोस्ती करू या ना करू, क्योंकि जब तक आप किसी भी रिश्ते (relation) को थोड़ा time नहीं देंगे, आप उसे नहीं समझ पाएंगे, हो सकता हैं, आपके पड़ोसी के पास उतना रुपया -पैसा, लाइफ स्टाइल, रहन -सहन (rupee, money, lifestyle, living) ना हो, पर उसे कभी उस हिसाब से judge ना करे।
आपको सिर्फ इस बात से खुश होना चाहिए कि आपका पडोसी मुसीबत पड़ने पर सबसे पहले आपके पास होगा और जो उम्मीदें आप अपने पडोसी से लगा रहे हैं, वही आपको अपने पडोसी के प्रति भी रखनी हैं।
आज दिखावावाद इतना बढ़ चुका हैं, कि बैंक में चाहे फूटी कौड़ी (Pennies) ना हो, पर घर को देखकर लगेगा कि आप Five Star Hotel में हैं और जिनको देखकर आपको लग रहा हैं कि इनके पास कुछ नहीं हैं, उनके account पैसे से भरे हो। देखा जाए तो कभी -कभी कोई भी व्यक्ति उस वक़्त तक नहीं समझ में आता हैं, पर जब कोई परेशानी आती हैं, तो सब कुछ समझ में आ जाता हैं, कि कौन अच्छा हैं और कौन अच्छा नहीं हैं।
अपने पडोसी को कभी परेशान ना करे (Never disturb your neighbors)
किसी भी छोटी बात को लेकर पडोसी (Neighbors) को ना ही परेशान करे, ना ही टोका – टाकी करे, और ना झगड़ा करे, क्योंकि एक बार अगर मनमुटाव हो गया तो फिर से रिश्ते सामान्य (relation normal) नहीं होंगे।
अक्सर लोग जाने -अनजाने में ही सही कुछ ऐसा कह देते हैं, या बोल देते हैं, जिससे बना बनाया एक अच्छा माहौल और रिश्ता ख़राब हो जाता है।
अपने पड़ोसी से बातचीत जरूर रखे (Talk to your neighbour)
आपका पडोसी (Neighbour) चाहे जैसा भी हो, उससे थोड़ा बहुत बातचीत जरूर रखे क्योंकि इससे एक तो आपको पता भी रहेगा की आपके आस -पास कैसे लोग रह रहे हैं, और जरुरत पड़ने पे आप उनकी help ले सकते हैं और help दे भी सकते हैं।
बात चीत करने से आपको बहुत कुछ सीखने और समझने को भी मिलता हैं। आज लोग बाहर जाकर खूब दोस्ती – यारी बनाते हैं, पर उनके पड़ोस में कौन रह रहा हैं, उन्हें नहीं पता, ये बिलकुल ठीक नहीं हैं, इसलिए पडोसी का हाल – चाल पूछते रहिये।
अपने पड़ोसी की परेशानियों से अवगत रहे (Be aware of your neighbour troubles)
जब आप किसी से रिलेशन रखेंगे, उससे बातचीत बराबर कायम रखेंगे, तो जाहिर सी बात हैं, आप उसके सुख और दुःख को भी समझने लगेंगे, और ऐसे में आप उस व्यक्ति को मानसिक सहयता (mental support) दे सकते हैं, और उसे सही दिशा दिखा सकते हैं।
आज ऐसे कितने लोग हैं, जो अपनी बातों को ना ही अपने घरवालों से, ना ही रिश्तेदारों से और ना ही अपने दोस्तों से कह पाते हैं (Today, how many people are there, who are neither able to tell their words to their family members, nor to their relatives, nor to their friends.), और उसकी वजह से अंदर ही अंदर अपने आप से हर रोज लड़ते रहते हैं, और कुछ तो लड़कर जीत जाते हैं, और कुछ तो जिंदगी ही हार जाते हैं, इसलिए reserve रहे, पर इतना भी ना रहे कि किसी का जीवन ख़तम हो जाए।
कभी -कभी अपनी परेशानियों को किसी अच्छे दोस्त से बता देने से ही बहुत कुछ सही हो जाता हैं, क्योंकि इस दुनिया में यदि समस्याएं हैं तो उनको कोई ना कोई solution भी हैं, इसलिए समस्या आपसे ऊपर नहीं हैं।
अपने पड़ोसी से प्यार करे (Love your neighbour)
वैसे तो कहा जाता हैं, कि सबसे प्यार करे, इस दुनिया में जो कोई भी हैं, हर व्यक्ति को प्यार करे, इसके पीछे logic वही हैं, कि जब आप सबसे प्यार करेंगे तो आपको भी सिर्फ प्यार मिलेगा।
अपने पडोसी से जब आप अच्छे रिश्तें रखेंगे तो आप ज्यादा अच्छा feel करेंगे, क्योंकि हर दिन में जिनसे ज्यादा बार मिलने के chances हो, ऐसे लोगो से रिलेशन अच्छे ही होना चाहिए, नहीं तो आप जितनी बार ऐसे लोगो को देखेंगे, और ज्यादा बुरा feel करेंगे।
अपना स्वभाव ही इस तरह का बना लीजिये कि हर व्यक्ति की अच्छाइयों को ही देखे, जिससे आप खुद भी खुश रह पाए और अपने आस -पास एक पॉजिटिव सोच को बढ़ावा दे पाए।
अपने पड़ोसी को पूर्ण आदर दे (Give full respect to your neighbour)
कभी ये ना सोचे कि ये तो रोज आ जाते हैं, इनके लिए क्या स्पेशल करना, कोई भी हो, सबको आदर करना। अक्सर ज्यादातर लोग यही गलती करते हैं, कि ये तो मेरा पडोसी हैं, इसके लिए कुछ खास क्यों करना, क्यों इसके लिए अच्छा breakfast, dinner या lunch arrange करना।
ये सोच बिलकुल गलत हैं, जैसे आप सभी लोगो को आदर करते हैं, वैसे ही अपने पडोसी को special feel करवाए। आप respect देंगे तो आप respect पाएंगे, इसलिए कभी भी किसी का फायदा ना उठाये और ना ही ये सोचे कि अरे! इनके लिए ये सब करने की क्या जरुरत हैं।
जब भी मिले तो नमस्कार (greet) करे, हमेशा अच्छे से आदर के साथ बात करे।
अपने पड़ोसी की जरुरत पड़ने पर मदद जरूर करे (Do help your neighbour when they are in need)
देखिये दुनिया में कोई नहीं चाहता हैं, कि उसे किसी की जरुरत पड़े, पर यदि पड़ जाए और आपको लगे कि आप उसके लिए कुछ कर सकते हैं, तो जरूर करिये क्योंकि ये बहुत ही सौभाग्य की बात हैं कि आप देनेवालों की लाइन में हैं, ना कि लेनेवालों की लाइन में हैं।
मदद करने में आज आप आगे रहेंगे तो आपको कभी भी किसी की मदद की जरुरत नहीं पड़ेगी और पड़ भी गयी तो ईश्वर किसी ना किसी को आपके लिए जरूर भेज देगा। कभी ये ना सोचे की मैंने इसके लिए बहुत किया और इसने मेरे लिए कुछ नहीं किया हैं, ये सब पूर्व जन्मों का खेल हैं, ना जाने कौन सा पुराना हिसाब आप पूरा कर रहे हैं।
इसलिए जब भी किसी की कुछ भी मदद करे, तो उसे ज्यादा गाये नहीं बल्कि उस परमपिता को धन्यवाद् दे कि आप इस काबिल बने कि आप किसी के लिए कुछ पाए। कोई आपकी मदद को माने या ना माने, आप इस पर भी विचार ना करे, अक्सर लोग करने के बाद इतना तो सुनना चाहते हैं, कि उसने मेरे लिए बहुत किया, पर यदि आपको कभी ऐसा सुनने को भी ना मिले तब भी परेशान मत होना, आप बस अपना कर्म करिये, उन कर्मों का हिसाब रखने के लिए कोई ऊपर बैठा हैं।
अपने पड़ोसी को एक परिवार की तरह समझे (Treat your neighbors like family)
देखा जाए तो जैसे परिवार के सभी सदस्य एक साथ मिलकर रहते हैं, वैसे ही अपने पडोसी को अपने परिवार की तरह ही treat करे, क्योंकि जरुरत पड़ने पर वह कभी आपके लिए पीछे नहीं हटेगा।
अपने पड़ोसी की बुराई कभी भी ना करे
दुनिया में एक भी व्यक्ति perfect नहीं हैं, और हो सकता हैं कि आपके पडोसी में भी बहुत सी खामियां हो, पर कभी भी किसी अन्य व्यक्ति से उसके बारे में कुछ बुरा ना बोले, हो सकता हैं, आपको समझने में गलती हुयी हो, आप सही से ना समझ पाए हो, और फिर चाहे सब सही भी क्यों ना हो, आप अपने मुँह से उसकी बुराई, निंदा, या आलोचना ना करे।
इस दुनिया में किसी के पास ज्यादा समय नहीं हैं, इसलिए जितना भी हैं, उसको सही जगह लगाए और अपने जीवन को सार्थक रूप दे। आपका पडोसी चाहे जैसा हो, आप समझदार बने।
घर में जब दो लोग लड़ते हैं, तब आप क्या करते हैं, दोनों में से एक चुप हो जाता हैं, और माहौल को सही कर लेता हैं, ऐसे ही रिश्तों को बनाने के लिए कभी -कभी नहीं बल्कि बहुत बार सही होते हुए भी चुप हो जाना पड़ता हैं।
अपने पड़ोसी से सदैव हंसकर मिले
Smile is the best medicine for all the problems, जी हैं, कोई भी व्यक्ति चाहे कितना ही निराश और दुखी क्यों ना हो, यदि आप उससे हंसकर मिलते हैं, तो उस जगह का वातावरण ही बदल जाता हैं, इसलिए जब भी अपने पडोसी से मिले, तो इंतजार ना करे, कि वह मुस्कराएगा, तो मुस्कराएंगे, वह नमस्ते करेगा, तो नमस्ते करेंगे।
आप जीवन में सदैव हर चीज में आगे रहे हैं, तो मुस्कराने में क्यों पीछे ?, खुलकर बात कीजिये और जिंदादिली से मुस्कराइए और फिर देखिये जीवन की बड़ी से बड़ी उलझने भी सुलझने लगेंगी।
अपने पड़ोसी को कभी -कभार चाय, डिनर या लंच पे बुलाये -घर की मुर्गी दाल बराबर, ये कहावत तो आपने भी खूब सुनी होगी कि जो करीब होता हैं, हम उसके लिए कुछ नहीं करना चाहते और जो दूर होता हैं, उसके लिए जरुरत से ज्यादा कर देते हैं। अपने पडोसी को भी लंच और डिनर पे बुलाये।
कभी -कभी एक साथ Tea or Coffee Party करे, कभी -कभी एक साथ धूप पे मूंगफलिया तोड़े और फल खाये, ऐसा करने मात्र से ही आप life में बहुत अच्छा feel करने लगेंगे।
एक अच्छे पडोसी के गुण
जरुरत से ज्यादा किसी की भी लाइफ में interfere ना करे।
कभी किसी के घर बिना बताये ना जायें क्योंकि आप अपने पडोसी का status पता कर ले कि वह घर में हैं या नहीं हैं, या वो कही और busy तो नहीं हैं, आप जाओ और वह आपको समय ना दे पाए इससे आपको भी अच्छा नहीं लगेगा।
Be happy in every situation.