मनुष्य एक सामाजिक प्राणी हैं, ये हम सबको पता हैं, लोगो के साथ मिलना -जुलना, हसना – खेलना इंसान की फितरत हैं और कोई भी इंसान अकेला नहीं रह सकता हैं, फिर चाहे आपके पास कितनी ही आराम दायक जिंदगी हो। यदि आपको किसी अच्छे से बड़े घर में सारी सुख -सुविधाओं के साथ छोड़ दिया जाए , तो क्या आप रह पाएंगे, नहीं, आप क्या कोई भी दुनिया का इंसान नहीं रह सकता हैं और जो रह गया वह सच में अपनी मानसिक हालत को को सही नहीं रख पायेगा । लोगो से बात करना बहुत जरुरी हैं, आप जितना बात करेंगे उतना ही अच्छा महसूस करेंगे।
आज बहुत से लोग बहुत कम बोलते है, पर इसका ये मतलब कतई नहीं हैं की वह लोगो से बोलना नहीं चाहते, लोगो के साथ हसना और रहना नहीं चाहते हैं। Loneliness आज एक बहुत बड़ी समस्या हैं, जिससे सबसे ज्यादा घर के बुजुर्ग प्रभावित होते हैं क्योंकि आज हर कोई अपनी जिंदगी में बिजी हैं किसी के पास किसी के लिए वक़्त नहीं हैं, तो ऐसे में बुजुर्गो के लिए अपने समय को बिताना आज एक बड़ी समस्या हैं और ये समस्या ऐसी हैं जिस पर कोई चर्चा नहीं करना चाहता हैं, पर क्या आपने कभी सोचा हैं की बुढ़ापा एक ऐसी अवस्था हैं जिसे सबको पार करना हैं और आप चाहे अपने बुढ़ापे के लिए कितनी भी अच्छी तैयारी क्यों ना कर ले , कुछ ना कुछ कमी तो सबके साथ ही रह जाती हैं। ये लेख लिखने का मतलब आपको बुढ़ापे से डराना नहीं हैं, बल्कि जागरूक करना हैं की हमे इस समस्या से कैसे निपटना हैं।
सबसे पहले तो समझ लीजिये की आज यदि आपके पास किसी के लिए समय नहीं हैं तो कल क्या आप ऐसा कर लेंगे जो आपके पास समय होगा।
इसलिए सबसे पहले अपने समय को मैनेज करे, अपने घर में सभी सदस्यों को कुछ ना कुछ समय जरूर दे, क्योंकि यदि आपने आज इस कीमती समय को महत्व नहीं दिया तो कल सिर्फ पछताना ही पड़ेगा।
अपने आस -पास इस बात का पूरा ध्यान रखे की कोई भी व्यक्ति मानसिक रूप से अकेला ना हो, मानसिक रूप से इसलिए क्योंकि कहने को तो घर में बहुत से लोग हैं, पड़ोस भी लोगो से भरा हैं, आपकी फ़ोन लिस्ट भी दोस्तों और रिश्तेदारों के नामो से भरी हैं, पर क्या आज आपकी लाइफ में कोई एक ऐसा व्यक्ति हैं जिससे आप अपने मन का हाल कह सके। मन के हाल कहने से ये ना सोचे की लोग सदैव अपनी प्रोब्लेम्स को शेयर करते हैं, मन के हाल में खुशियां भी आती हैं।
अपने लोगो का और खुद का भी ध्यान रखे, और यदि आपको जरा सा भी कुछ गलत दिखे तो उसे तुरंत सही करे। आज हर व्यक्ति बहुत समझदार हैं, पर कभी -कभी अपनों का दर्द जो आप देख सकते हैं वह कोई और नहीं देख पायेगा। लोगो को अनदेखा ना करे, ना जाने कब किसको आपकी जरुरत हो, आप अपने काम को इतने अच्छे से करिये की गलती की कोई गुंजाइस ही ना रहे।
सबसे खुल कर बात करे, और अपनी प्रोब्लेम्स को या फिर दिल में दबी इच्छाओ को सबसे शेयर करे, आपको पता हैं की शेयर करने से क्या होगा आपकी वह प्रोब्लेम्स ख़तम हो जायेगी आप जो लाइफ में चाहते हैं, आपके दिल में जो बची हुयी इच्छाएं हैं वह पूरी हो जाएंगी और मुझे पूरा विश्वास हैं की आपने पावर ऑफ़ स्पोकन वर्ड के पावर के बारे में तो सुना ही होगा इसलिए जीवन के अंतिम सांस तक जो दिल में आये उसे खुलकर बोलिये, ऐसा करने से आप देखेंगे की आप धीरे -धीरे जिंदगी से प्यार करने लगेंगे, जीवन खुशहाल होगा और Loneliness भी ख़तम हो जाएगा।
जीवन में एक बात मेरी याद रखियेगा, की जीवन में कभी खुद से मत लड़ना अगर आप अपने लिए कुछ करना चाहते हैं तो लोगो से लड़े, अपनी बात को रखना सीखे, आप किसी से कम नहीं हैं, आपके पास भी जबान हैं, जहा जरुरत पड़े वहा जरूर बोले क्योंकि एक बार यदि आपने सहना सीख लिया तो इस दुनिया में लोगो की कमी नहीं हैं जो आपको हर मोड़ पर दुःख देने का प्रयास कर सकते हैं।
जीवन को संजीदा नहीं सहज बनाये, कोई भी बात ना छुपाये जिससे आप अंदर -अंदर लड़ते रहे। अपनी लाइफ को खुली किताब की तरह बिंदास जिए, और सही बात के लिए सदैव खड़े रहे।
जीवन में जब बात खुद की आये तो कभी -कभी हमे सब को सेल्फिश हो जाना चाहिए, सोच के देखिये जब आप ठीक होंगे तभी आप अपने अपनों का ख्याल रख पाएंगे इसलिए लोग क्या कहेंगे, क्या सोचेंगे, कोई कुछ कहेगा तो नहीं, अरे क्यों किसी को परेशान करना इत्यादि बातों को अपने मन में ना आने दे और यदि आपको कोई भी समस्या या परेशानी हैं तो उसे सबसे बताये।
आपने सबके लिए बहुत कुछ किया हैं तो जब आपकी खुद की बारी आयी तो आप सहयोग लेने से क्यों डर रहे हैं। जिंदगी मिलजुल कर ही चलती हैं, और सब एक दूसरे के लिए ही बने हैं इसलिए अपनों का साथ बनाये रखे और अपनों के लिए सदैव खड़े रहे। इतना विश्वास भर दो सब में की मैं हूँ तुम्हारे साथ जिंदगी के हर उतार -चढाव में, जिससे कोई भी टूटे ना, कोई भी अकेलेपन से ना घबराये।
खुश रहिये, मुस्कराते रहिये और आपकी जिंदगी बहुत अनमोल हैं, इसलिए जिंदगी को खुलकर जिए।