कोरोना काल में बहुत कुछ बदल गया, लोगो घरों पर ही रहकर अपने सपनो को पूरा करने में लगे हैं। ऐसे में Virtual Classes का चलन तेजी से बढ़ गया हैं। हमारा देश टेक्नोलॉजी और डिजिटली दोनों तरह से आगे बढ़ गया हैं, हर व्यक्ति ने चाहे वह कम पढ़ा लिखा हो या ज्यादा सभी को ऑनलाइन चीजों में रूचि आने लगी हैं। किसी ने नहीं सोचा था की ऐसा भी समय आएगा , पर कही ना कही हम सब को इंटरनेट और ऑनलाइन को थैंक्स कहना चाहिए जिनकी वजह से हम अपनी पढाई , लिखाई, जॉब और बिज़नेस को कंटिन्यू कर पा रहे हैं।
आज वर्चुअल क्लासेस की वजह से लोगो को नए – नए आइडियाज आने लगे हैं जैसे, ऑनलाइन ट्रेनिंग देना या लेना, किसी भी सब्जेक्ट की ट्यूशन, आर्ट एंड क्राफ्ट क्लासेज, डांस क्लासेज, कूकरी -बेकरी क्लॉस, शॉपिंग सेल एंड परचेस, अन्य टाइप ऑफ़ प्रमोशन, ज्योतिष ज्ञान, घर की सजावट, सॉफ्टवेयर क्लासेज और ना जाने कौन – कौन सी वर्चुअल क्लासेज आपको देखने को मिलेंगे , ये कही ना कही बहुत अच्छा हैं, क्योंकि इसमें ज्यादा से ज्यादा लोग भाग ले पा रहे हैं अपने घर से या ऑफिस से लोगो को जोड़कर अपने ज्ञान को और अपनी बात को शेयर करना , इट्स रियली अमेजिंग एंड गुड साउंड, और आने वाले दिनों में ये वर्चुअल क्लासेज और भी बढ़ेगी । आज हर व्यक्ति इंटरनेट की दुनिया से जुड़ चुका हैं, और कही ना कही हर कोई अपने तरीके से कुछ नया करने की कोशिश कर रहा है ।
Virtual Classes के फायदे और नुक्सान
देखा जाए तो Virtual Classes के फायदे और नुक्सान दोनों हैं, पर जब बाहर जाने का कोई ऑप्शन नहीं हैं तो जैसे पढाई , लिखाई और जॉब का , तो हमे Virtual Classes को अपनाना चाहिए , क्योंकि कही ना कही समय निकल रहा हैं, और आपके बच्चे का दिमाग भी बढ़ रहा हैं, इस समय उसे एक सही टीचर के मार्गदर्शन की बहुत जरुरत हैं ।
बहुत लोग कहते हैं की हम अपने बच्चे को घर पर ही सीखा और पढ़ा लेंगे, क्योंकि Virtual Classes से बच्चा कुछ खास सीख नहीं रहा हैं , पर ऐसा सोचना गलत हैं । एक योग्य अनुभवी टीचर की बराबरी कोई नहीं कर सकता हैं, अगर कर सकता, तो आज स्कूल ना बनते, और सभी माता और पिता अपने बच्चो को घर पे ही पढ़ा – लिखा लेते और ढेर सारे पैसे भी बच्चा लेते।
वास्तव में जो ज्ञान टीचर के पास हैं वह आपके पास नहीं, आप किसी एक विषय में पारंगत हो सकते है, पर सारे सब्जेक्ट में नहीं , और किसी भी बच्चे का सर्वागीण विकास करना हैं तो उसके लिए सारे सब्जेक्ट्स के बारे में सही ज्ञान लेना जरुरी हैं । और देखा जाए तो अभी आपको ये फर्क नहीं दिखाई देगा, क्योंकि आपका बच्चा घर पर अकेला हैं, और वह आपके द्वारा पढ़ाई और रटाई गयी क्वेश्चन तालिका को बताने में समर्थ हैं, लेकिन जब आप अपने बच्चे को और बच्चो के साथ पढ़ने लिए भेजेंगे तभी आपको आपके बच्चे का सही कैलिबर पता चलेगा।
Virtual Classes के फायदे
- आप कही से भी अपने समय के अनुसार क्लासेज ले और दे सकते हैं ।
- आने – जाने में जो समय लगता हैं, उसकी बचत हो जाती हैं ।
- फी के साथ एनुअल चार्ज, कंप्यूटर चार्ज, ट्रांसपोर्ट और अन्य चार्ज के रूप में लगने वाले खर्चे से बच जाते हैं ।
- एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देने पड़ते हैं, सिर्फ मंथली या क्वार्टरली फी पर आप अपनी क्लास कंटिन्यू रख सकते हैं ।
- इसमें पूरा निर्णय आप लेते हैं , की आपको क्लास लेनी हैं या नहीं हैं ।
- कही ना कही आप टेक्नोलॉजी से आप कनेक्ट होते हैं, आप बहुत सारी अप्प्स को कैसे यूज करना हैं, कैसे फाइल रिसीव करनी हैं, कैसे फाइल या क्लास ज्वाइन रिक्वेस्ट भेजनी हैं इत्यादि में आप माहिर हो जाते हैं ।
- बच्चो के साथ – साथ पेरेंट्स से भी कनेक्ट हो जाते हैं और जो भी प्रॉब्लम हो वह साथ के साथ सोल्वे हो जाती हैं ।
Virtual Classes के नुक्सान
- बच्चो के आईज पर सीधा प्रभाव, इससे बच्चो को कम दिखाई देना, सर में दर्द , आँखों से पानी आदि की शिकायत हो सकती हैं , और छोटी से उम्र में चश्मा लगने के चान्सेस बढ़ सकते है। चश्मा लगाना बच्चो के लिए बहुत कठिन होता हैं, स्पेशली छोटे बच्चो के लिए एक बड़ा काम हैं । आज ये डर हर माँ – बाप के दिल में आ चुका हैं ।
- कहा हम बच्चो को टीवी , लैपटॉप और मोबाइल से दूर रख रहे थे , पर अचानक आज हमे ना चाहते हुए भी बच्चो को ये सब देना पड़ रहा हैं, इससे बच्चो को मोबाइल ज्यादा चलाने के अवसर मिल रहे हैं, थोड़ी देर अगर क्लास की तो उसके बाद मौका पाते ही गेम इत्यादि में मन लगा देना ।
- माँ बाप की जिम्मेदारी बढ़ गयी हैं, सारे काम तो पेरेंट्स ही करा रहे रही, टीचर द्वारा बताई गयी बातों को वास्तव में पेरेंट्स को फॉलो करना होता हैं। सारा दिन बच्चे घर में एक ही मौहाल में बिना दोस्तो से मिले जुले रहते हैं, इससे बच्चो को शारीरिक और मानसिक विकास में कमी भी आ सकती हैं। क्योंकि खेल बच्चो के लिए बहुत जरुरी हैं, और अपने पीयर ग्रुप में खेलना और नयी – नयी एक्टिविटी में भाग लेना एक अलग बात हैं ।
लाइफ में समय के साथ – साथ हमे कई छोटे और बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे, ऐसे में हम सब को धैर्य के साथ काम लेना हैं, क्योंकि जब कोई भी बदलाव होता हैं तो थोड़े बड़े चैलेंजेज तो आते ही हैं, नयी चीजों को सीखना, नए मौहाल में सीखना , पर ये भी सच हैं की बदलाव की आपको विकास की तरफ ले जाएगा , आज इंटरनेट के माध्यम से ही हम सब दूर रहकर भी अपने अपनों से कनेक्ट हैं, ऐसा लगता हैं जैसे हम आमने सामने ही बैठकर बात कर रहे हो। जब – जब समस्याएं आएँगी , सलूशन भी पीछे – पीछे आएंगे , मतलब जितनी में ज्यादा प्रोब्लेम्स उतने ज्यादा सलूशन, इसलिए जिंदगी में किसी भी बदलाव से घबराये नहीं बल्कि अच्छे बदलाव को अपनाएँ और बुरे बदलाव का सामना करे।
Virtual Classes से हाउस वाइफ के लिए नए अवसर
- घर बैठे, बिना कही आये – जाए अपना बिज़नेस प्रमोट करे क्योंकि ज्यादा तर महिलाये घर की जिम्मेदारियों के रहते अपने लिए और अपने परिवार के लिए पैसे कमाने का साधन नहीं बना पाती हैं।
- Virtual Classes के थ्रू डांस क्लासेज ले और दे। अगर आप में डांस का हुनर हैं, सिलाई -कढ़ाई का ज्ञान हैं, आपके मेक अप में एक स्टाइल हैं, आपकी रसोई में अलग खुशबू हैं, तो देर मत करिये , यही बिलकुल समय हैं, अपने सपनो को पूरा करने में लग जाइये , क्योकिं अभी लोगो ने Virtual Classes को वैल्यू देना स्टार्ट कर दिया हैं और अगर आपके टैलेंट में होगी दम तो आपको कोई रोक नहीं सकता हैं।
- लर्निंग ऑफ़ न्यू टेक्नोलॉजी एंड बहुत सी अप्प्स के बारे में सीखते रहिये, ज्ञान कभी बेकार नहीं जाता हैं, कही ना कही , कभी ना कभी जरूर काम आता हैं , इसलिए आज अगर कुछ नहीं हो रहा हैं तो इस बात से हतास ना हो बस आप अपनी लगन से काम करती रहे , आने वाले समय में आपके द्वारा आज की गयी मेहनत जरूर रंग लाएंगी , ऐसा मेरा विश्वास हैं ।
- फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम से और ज्यादा फेमिलिअर हो गए हैं।
- Virtual Classes से महिलाओ में आत्म विश्वास की बढ़ोतरी हुयी हैं , क्योंकि पुरुष वर्ग कही ना कही पहले से ही इंटरनेट और ऑनलाइन दुनिया से महिलाओ की अपेक्षा ज्यादा कनेक्ट हैं, पर इस बार कोरोना काल में अपने बच्चो की वर्चुअल क्लास कराते – कराते मम्मियाँ बहुत ही स्मार्ट हो गयी हैं और उनमे कुछ नया सीखने की चाहत उत्पन्न हो गयी हैं ।
गाँव के बच्चो के लिए पढ़ाई – लिखाई के सुनहरे अवसर
वर्चुअल क्लासेस से गावों में भी शिक्षा का स्तर बढ़ेगा , आज जहा गांव के लोग शहर तक पढ़ने नहीं आ पाते हैं, आज उनके लिए ये एक अच्छा ऑप्शन हैं, क्योंकि इसमें सिर्फ कोर्स या क्लास के लिए ही फी देनी हैं, इसमें आप आपके बच्चे के रहने , खाने और आने – जाने का इंतजाम नहीं करना हैं, मतलब एक मोटी रकम देने से आप बच सकते हैं।
आज हमारे देश में आधे से ज्यादा लोग तो गावों में रहते हैं और गावों में ऐसे – ऐसे बच्चे हैं, जो पढ़ना चाहते है, और उनमे कैलिबर भी हैं पर पढ़ाई की सही सुविधा ना होने के कारण वो पढ़ाई – लिखाई से वंचित रह जाते हैं , ऐसे में उन सभी बच्चो को योग्य टीचर्स से चाहे वो नॅशनली हो या इंटरनॅशनली, दोनों से शिक्षा प्राप्त करने का सामान अवसर मिलेगा ।
शिक्षा सर्वोपरि
शिक्षा के बिना व्यक्ति का विकास नहीं हो सकता हैं, इसलिए शिक्षा चाहे जितने कष्टों से मिले , ले लीजिये , क्योंकि बहुत से बदनसीब ऐसे भी होते हैं, जीने शिक्षा लेने का मौका ही नहीं मिला। शिक्षा के बिना ना आप अपने जीवन का विकास कर पाएंगे और ना अपनों का , इसलिए पढाई को सर्व प्रथम रखिये , जितना ज्ञान उतना विकास। अच्छी पढाई तो अच्छी सोच, आज लोग पैसे के पीछे भागते हैं , आप इतना पढ़ो और लिखो की पैसा आपके बीचे भागे। इसलिए जीवन में शिक्षा के एक भी अवसर मिले तो पीछे मत हटना , क्या पता वह एक पल आपके जीवन को एक नए आयाम तक पंहुचा दे ।
शिक्षा ही जीवन हैं !!!!