हर इंसान के मन में ये सवाल रहता हैं की सफलता कैसे मिलेगी, (Safalta Kaise Milegi ) कोई छुपाता हैं तो कोई बता देता हैं पर सफलता को पाने की खवाइश हर व्यक्ति के मन में होती हैं और कहीं ना कहीं वह अपने तरीके से सफलता को पाने का प्रयास भी करता रहता हैं।
सफलता को प्राप्त करने के लिए ना जाने हमे कितनी बार जीवन में असफल होना पड़ता हैं। सफलता का अर्थ हैं, आपके द्वारा निश्चित किये गए लक्ष्य की समय से प्राप्ति कर लेना । सफलता को पाने के लिए बहुत सी अफलताओ का भी सामना करना पड़ता हैं।
लाइफ में जो कुछ भी हो रहा हैं वह सब हमारे द्वारा किये गए कर्मो का आधार हैं, अगर हमारा आज दुःख से भरा हैं या हम लाइफ में दुखी हैं तो जाहिर सी बात हैं की हमने आने वाले कल की तैयारी नहीं की, आने वाले कल से तात्पर्य आपके आज से हैं, हम सब को अपने आज को बेहतर बनाना हैं, तो हमारा कल अपने आप सुधर जाएगा, एक कहावत तो आपने सुनी होगी की जैसे बोओगे वैसा ही काटोगे मतलब साफ़ हैं जो जितनी आज मेहनत करेगा उसका कल उतना ही बेहतर होगा, इसलिए जिंदगी से बिना किसी शिकायत के अपने लक्ष्य को पाने में लग जाईये ।
सफलता और असफलता आपकी सोच पर निर्भर करती हैं। कभी – कभी लाइफ में कुछ काम पूरे नहीं होते हैं, ऐसे में अपने आप को असफल मान लेना ठीक नहीं हैं। लाइफ में बहुत से ड्रीम्स हम देखते हैं, पर उनमे से कुछ पूरे होते हैं और कुछ नहीं , इसलिए सबसे इम्पोर्टेन्ट हैं लाइफ में हैप्पी रहना। जिसको हैप्पी रहना आता हैं, वह दुनिया की हर जगह और हर माहौल में हैप्पी हैं, मतलब अपनी सोच को आत्म निर्भर बनाओ। खुशिया आपसे हैं आप खुशियों से नहीं, किसी भी चीज या किसी भी इंसान को अपने आप पर हावी ना होने दे, ना की अपने जीवन की डोर किसी और के हाथ में दे । हर वो व्यक्ति सफल हैं जो खुश हैं, और हर वह व्यक्ति असफल हैं जो दुखी हैं , अब आप देखिये की आप की श्रेणी में आते हैं ।
सफल और असफल दोनों ही आपके हाथों में हैं, आप चाहे अपने जीवन को वैसे ही बना सकते हैं, इसलिए जो कुछ भी करना हैं पाना हैं, उसे एक डायरी में सामने दीवार पर लगाए , और निरंतर प्रयास करे ।
ये कार्य करने से आपको सफलता मिलेगी
लक्ष्य का ज्ञान
आप जीवन में जो कुछ भी पाना चाहते हैं या बनना चाहते हैं, उसके बारे में आपको सही ज्ञान होना चाहिए, अगर आपको यही नहीं पता हैं की आपको जीवन में क्या करना , या क्या बनना हैं तो आप उस कार्य के लिए शुरवात ही नहीं करेंगे , इससे आपका काफी समय तो ऐसे ही निकल जाएगा और जब तक आप समझ पाएंगे तब तक आपका बहुत समय निकल चुका होगा ।
उदाहरण – अगर आपको ग्रेजुएशन में किसी कॉलेज में एडमिशन लेना हैं, लेकिन किसी भी कारण वश आप फॉर्म भर नहीं पाए तो क्या इसके लिए क्या आपको दोबारा मौका मिलेगा , या मिल भी गया तो इसके लिए आपको पूरे एक वर्ष की प्रतीक्षा करनी पड़ेगी , इससे आपके साथ के लोग जो जागरूक हैं और जिन्होंने समय पर अपने फॉर्म भर दिया वह कही ना कही समय पर अपने गोआल को अचीव कर लेंगे और आप समय से पीछे हो जाएंगे ।
अगर आप छात्र हैं तो अपने लक्ष्य को बचपन से ही बनाये , अगर आप माता – पिता हैं तो आप अपने बच्चे की पढ़ाई – लिखाई की पूरी योजना बना ले और समय – समय पर उसका मार्गदर्शन करे ।
लक्ष्य के प्रति एकाग्रता
लाइफ में अपने लक्ष्य के प्रति जितने फोकस्ड रहेंगे , आप अपनी मंजिल को उतनी जल्दी पा लेंगे। हमेशा अपने काम के प्रति वफादारी रखे ।
दूसरा ऑप्शन ना रखे
किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कभी भी दूसरा ऑप्शन ना रखे , बहुत सारे लोग सोचते हैं की जॉब नहीं तो बिज़नेस ही सही, एक हिसाब से ठीक हैं की आप बिना किसी प्रेशर के लाइफ को जीना चाहते हैं, पर ये भी सही बात हैं जिनके पास वापस जाने के रस्ते नहीं होते हैं, वह कैसे भी अपनी मंजिल को पा लेते हैं, और वह लाइफ में सफल होने के लिए भरसक प्रयास भी करते हैं ।
उदाहरण – जीवन एक नदी के जैसा हैं, जब इस जीवन रुपी नदी में आ ही गए हैं तो क्यों ना हम धीरे – धीरे हिम्मत के साथ तैरते रहे (हाथ – पैर मारते रहे ) एक दिन तो किनारा मिल ही जाएगा ।
जीवन एक नदी के जैसा हैं, जब इस जीवन रुपी नदी में आ ही गए हैं तो क्यों ना हम धीरे – धीरे हिम्मत के साथ तैरते रहे (हाथ – पैर मारते रहे ) एक दिन तो किनारा मिल ही जाएगा ।
कठिन परिश्रम और निरंतर प्रयास
“अति शय रगड़ करे जो कोई अग्नि प्रकट चन्दन से होई ” मेहनत करने से कभी ना घबराये और ना ही थके, ना ही हार माने। जब आप कठिन परिश्रम से निरंतर अभ्यास करते रहेंगे तो आपको सफल होने से कोई भी नहीं रोक सकता हैं ।
जब किसी चीज को पाने के लिए प्रयास ही नहीं किया तो फिर जिंदगी से शिकायत क्यों, क्यों अपने आपको या दूसरों को कोसना , आपकी लाइफ हैं, आपके ड्रीम्स हैं, वो आपको पूरे करने हैं।
हार के सामने डटे रहे
लाइफ में आप चाहे कितनी बार ही गिरे , लेकिन आपको फिर उठना हैं, कितनी बार भी असफलता मिले लेकिन आपको फिर प्रयास करना हैं। हार का डर कभी भी अपने ऊपर हावी ना होने दे , हार और जीत के बीच में बस थोड़ा सा फासला होता हैं जिसे आप अपनी मेहनत, लगन, निष्ठा, और सच्चे मन से तय कर सकते हैं । आप बस बढे चलो , सफलता का ताज आपके सर पर होगा। हर कोई असफलता के बाद ही सफलता को प्राप्त करता हैं।
उदाहरण – चींटी की तरह कर्मठ बने , एक बार नीचे गिर जाने पर या गिरा दिए जाने पर वह फिर धीरे – धीरे फिर से प्रयास करती हैं, ऐसे ही हमे अपने लक्ष्य की तरफ एक एक कदम बढ़ते रहना होगा ।
अपने आप पर भरोसा
अपनी ईमानदरी को अपनी ताकत बनाये, किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आपका आत्म विश्वास सबसे बड़ी ताकत हैं , अपने ऊपर भरोसा रखे । मैं ऐसा कर पाउंगी या नहीं कर पाउंगी , ऐसे विचारों से अपने मन और दिमाग दोनों को दूर रखे, बल्कि ऐसा सोचे की ये काम मैं जरूर कर पाउंगी या पाऊंगा । जब हम अपने सपनो को पूरा करते हैं, तो उसके पीछे हमारा आत्म विश्वास ही होता हैं, जिसकी वजह से राह में आयी लाखों कठिनाईओं का सामना भी हम हंस कर कर लेते हैं ।
जितने भी महान सफल लोग हैं, उनकी सफलता का मूल कारण उनका खुद के ऊपर भरोसा ही हैं , इसलिए अपने मन को कभी हारने ना दे।