आपके पास सब कुछ हैं जीने के लिए बस peace of mind नहीं हैं तो क्या आप अपनी जिंदगी को जी पाएंगे, बिलकुल नहीं, आज का टॉपिक यही हैं How to get peace of mind. आज हम सब कही ना कही अपने आस -पास लोगो को कहते सुनते हैं की पैसा चाहे कम हो पर मन की शांति हो पर सच तो ये हैं की मन की शांति मिलेगी कैसे, पैसे से या फिर हेअल्थी रिश्तों से या फिर हेअल्थी हेल्थ से या फिर अपनी इच्छाओ को पूरा करके, इसका पता होना आपके लिए बहुत जरुरी हैं।
सबसे पहले तो देखे की आप किस बात से परेशान हैं, ऐसी कौन की बात हैं जिसकी वजह से आपके मन में हलचल हैं, बहुत सारे लोग परेशान तो होते हैं पर जब आप उनसे उनकी परेशानी का कारण पूछेंगे तो वह आपको परेशानी का कारण नहीं बता पाएंगे, बस बोलेंगे की कुछ अच्छा नहीं लग रहा हैं, कुछ मजा नहीं आ रहा हैं, कुछ भी सही नहीं हैं, जिंदगी बहुत कठिन हैं इत्यादि, मतलब साफ़ हैं की उन्हें खुद नहीं पता हैं की वह परेशान क्यों हैं और जब तक आपको आपकी समस्या के बारे में पता नहीं होगा तब तक आप किस चीज को सही करेंगे।
जिंदगी में कंफ्यूज मत रहो, जो हैं उसको क्लियर बोलो जिससे आप अपनी लाइफ में जो भी करे उसमे अपना सौ प्रतिशत दे सके।
- Peace of mind को प्राप्त करने के तरीके
- जीवन में अपना एक उद्देश्य जरूर बनाये
- अपने समय को सही जगह और सही लोगो के साथ बिताये
- अपनी ऊर्जा और पैसे को सही जगह लगाए
- अपनी किसी भी चीज पर घमंड ना करे
- अपने आत्म -सम्मान के लिए हमेशा लड़े
- खुश रहने के लिए अभ्यास करे
- मैडिटेशन, योगा और चिंतन करे
- लोगो से मुस्करा कर मिले
- बातों को स्वीकार करना सीखे
- लड़ाई -झगडे और बहस से बचे रहे
- माहौल और परिस्थित के हिसाब से निर्णय ले
Peace of mind को प्राप्त करने के तरीके
जीवन में अपना एक उद्देश्य जरूर बनाये
जीवन में सबसे पहले आप क्या करना चाहते हैं, क्या बनना चाहते हैं, कैसी लाइफ चाहते हैं, इसके बारे में निर्णय ले। जब आपकी लाइफ का एक उद्देश्य होगा तो आपको उसे पूरा करके जो Peace of mind मिलेगा, उसका आनंद ही कुछ और होगा। जब भी हम अपने किसी उद्देश्य की प्राप्ति करते हैं तो उस उद्देश्य को पूरा करने के रास्ते में आये हुए सभी दुखो और परेशानियों को भूल जाते हैं इसके पीछे कारण वही हैं की जिस उद्देश्य के लिए आपने सालों मेहनत की उसके मिलने से आपका मन शांत हो गया, सोच कर देखिये आप जो चाहते हैं जब वह आपको मिल जाता हैं तो आपको अंदर से शांति महसूस होती हैं और जब कोई चीज नहीं मिलती हैं तो मन में कितना उथल -पुथल मच जाती हैं।
जीवन भी ऐसा ही हैं , आप अपने उद्देश्य को बनाये और उसका पूरा करे, एक उद्देश्य पूरा हो जाए तो दूसरा फिर बनाये, और ये सिलसिला जीवन के अंत तक चलता रहेगा और इससे आप कभी भी लाइफ से ना ही निराश होंगे और ना ही दुखी होंगे। अपनी मंजिल का पता करे और फिर रास्ता बनाये।
जब हम किसी भी नए काम को करते हैं तो उस पल हमारे मन में कितने अनगिनत सवाल आते हैं की हम कैसे इस काम को पूरा करेंगे, पर उसी काम को जब हम पूरा कर लेते हैं तो हमे कितनी मन की शांति मिलती हैं, इसका अहसास कभी ना कभी आपने भी किया होगा और यदि नहीं किया हैं तो आप आने वाले समय में जरूर करेंगे, इसलिए सबसे पहले उद्देश्य बनाये और फिर उसको पूरा करके अपने जीवन को सार्थक करे।
अपने समय को सही जगह और सही लोगो के साथ बिताये
समय को ख़राब कभी ना करे, आज जिस समय की आप इज्जत नहीं कर रहे हैं कल ये आपकी नहीं करेगा। जब आप अपने समय को सही से मैनेज नहीं करेंगे तो कहा से आपको peace of mind मिलेगा , आप हमेशा ही परेशान रहेंगे, इसलिए सबसे पहले लाइफ में व्यवस्थित रहना सीखे उसके बाद आपको हर जगह सिर्फ सुकून ही सुकून मिलेगा।
संगत का असर पड़ता हैं, आप सब ने भी सुना होगा, इसलिए ऐसे लोगो के एसोसिएशन में रहे जो पॉजिटिव हो, जो आपको कुछ सिखाये, जो आपसे ज्यादा पढ़े लिखे हो, जो आपसे ज्यादा पैसे वाले हो, जो आपसे ज्यादा सामाजिक हो, मतलब आपसे हर मामले में अच्छे हो, जिससे आप भी अच्छा सीख पाए और लाइफ में एक के बाद एक सफलता प्राप्त कर पाए। जिसने लाइफ में कोई भी सफलता प्राप्त नहीं की हैं वह आपको क्या रास्ता दिखाएंगे ऐसे लोग ना ही कुछ काम करते हैं और ना ही करने देते हैं।
आज बहुत सारे लोग आपको आपके पास ऐसे मिल जाएंगे जिनका उद्देश्य ही यही हैं की ना कुछ करो और ना ही किसी को करने दो। एक बात आपको बताऊ peace of mind तब मिलेगा जब आप लाइफ में कुछ करेंगे ना की जब आप कुछ नहीं करेंगे। जिस दिन आप अपने समय को सही से यूज करना सीख लेंगे आपके पास peace of mind अपने आप आ जाएंगी।
अपनी ऊर्जा और पैसे को सही जगह लगाए
आपकी शारीरिक ऊर्जा और मानसिक ऊर्जा दोनों ही बहुत ज्यादा इम्पोर्टेन्ट हैं, और यदि आपने इसे गलत समय पर और गलत जगह लगा दिया तो उसके रिजल्ट भी काफी ख़राब हो सकते हैं। आज आप young हैं तो खूब मेहनत कीजिये, कल बुढ़ापे में जब आप चल नहीं पाएंगे, उठ नहीं पाएंगे तो उस समय सिर्फ आप सोच पाएंगे पर अपने किसी भी उद्देश्य को पूरा नहीं कर पाएंगे।
जवानी को जोश में नहीं, होश में निकालो और अपने बुढ़ापे को सफल बनाओ।
यदि आपके पास पैसा हैं तो उसका प्रयोग भी सोच समझकर करे, बहुत से लोगो पैसे के नशे में इतने ज्यादा धुत्त होते हैं की उन्हें सही और गलत में फर्क करना भी नहीं आता हैं और जब गलती हो जाती हैं तो आगे की पूरी जिंदगी ख़राब हो जाती हैं।
पैसे चाहे आपके हो या फिर किसी और के हो, हमेशा जरुरत जितनी हैं उतना ही ले और ऐसे लोगो से कोई भी राय ना ले जो लाइफ में पूरी तरह से असफल हो क्योंकि जिसके पास जो होता हैं वही वह दूसरों को ट्रांसफर करता हैं और एक बार अगर गलत इनफार्मेशन ट्रांसफर हो गयी तो इससे और लोगो की जिंदगी पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता हैं।
अपनी किसी भी चीज पर घमंड ना करे
हो सकता हैं, आप बहुत सुन्दर हो, हो सकता है आप एक्स्ट्रा इंटेलीजेंट हो, हो सकता हैं आप बहुत पैसे वाले हो, पर इन चीजों पर कभी घमंड मत करना, बल्कि इसके लिए अपने ईश्वर को धन्यवाद् करना। घमंडी लोग भी सदैव परेशान रहते हैं, एक चीज को पाने के बाद फिर दूसरे के पीछे लग जाना इत्यादि। घमंडी लोगो की ये भी खासियत की ये लोग जिंदगी के शुरवाती दौर में ज्यादातर लोगो को इग्नोर करते हैं और जब बुढ़ापा आता हैं तो अकेलापन फील करते हैं। जिंदगी को सादगी से जिए और खुश रहे।
अपने आत्म -सम्मान के लिए हमेशा लड़े
किसी को बुरा ना ही बोले और ना ही सुने क्योंकि यदि आपने एक बार बुरा सुनने की आदत बना ली तो हर दिन आपको खुद से लड़ना होगा और वह सबसे ज्यादा खतरनाक होता हैं। खुद से लड़ने से बेहतर हैं जो आपके आत्म -सम्मान को ठेश पंहुचा रहे हैं उनसे लड़े।
खुश रहने के लिए अभ्यास करे
खुश रहे और खुश रहने का अभ्यास करे, आप कहेंगे की खुश रहने के लिए अभ्यास कैसे किया जाए और ये कैसे पॉसिबल हैं। ये पॉसिबल हैं जो लोग सदैव हस्ते रहते हैं वह विषम परिश्थितियों को भी हंस कर फेस कर लेते हैं और जिनको हर बात में रोने की आदत होती हैं वह छोटी सी प्रॉब्लम में बिखर जाते हैं। अंदर से मजबूत बने, खुश रहे।
मैडिटेशन, योगा और चिंतन करे
चिंतन करे, कुछ समय अकेले बैठकर मनन करे। योगा और मैडिटेशन करे जिससे आप असल जीवन को समझ पाए और वास्तविक peace of mind को पा पाए। संसार के भव सागर से कैसे पार होना हैं, ये सब आपको मैडिटेशन से ही पता चलेगा।
सांसरिक उलझनों में फसना नहीं हैं, इसमें अपने रोल को अच्छे से निभाना है और फिर जीवन से विदा हो जाना हैं। किसने क्या कहा, क्यों कहा, में मत उलझिए, अपने मन को आराम दो।
लोगो से मुस्करा कर मिले
जब भी किसी से मिले तो मुस्करा कर मिले, अपनेपन के साथ मिले। वास्तविक ख़ुशी तो तभी मिलती हैं जब कोई अपना मुस्करा देता हैं, उस समय आप अपनी प्रोब्लेम्स को भूल जाते हैं। जीवन अनमोल हैं, और बार -बार नहीं मिलेगा, इसलिए इसे खुलकर जियो ना की भर कर जियो। दिल में जो कुछ भी उसे निकाल फेंको, कोई ना मिले दिल का हाल कहने को तो शीशे के सामने या भगवान् के सामने खड़े होकर अपने मन को हल्का कर लेना, सब ठीक हो जाएगा।
बातों को स्वीकार करना सीखे
सब कुछ हमारे पक्ष में हो जरुरी हैं, इसलिए कुछ बातों को और परिश्थितियों को स्वीकार कर लेने से peace of mind मिलेगा। सब कुछ हमारे हिसाब का हो ये बिलकुल भी जरुरी हैं , इसलिए हमे दूसरों की पसंद का भी ध्यान रखना चाहिए।
लड़ाई -झगडे और बहस से बचे रहे
छोटी -छोटी बातों पर बहस और फालतू के लड़ाई -झगड़ों से बचे क्योंकि इससे आपके मन की शांति भंग होगी। यदि आप शांति से रहना चाहते हैं तो बातों को इग्नोर करना सीखिए। किसी से भी बहस होने पर आपको हर तरफ नेगेटिविटी ही देखेंगी इसलिए बहस में ना ही पड़े तो ही अच्छा हो।
माहौल और परिस्थित के हिसाब से निर्णय ले
अपने वर्तमान माहौल और परिस्थित को देखकर ही निर्णय ले। कभी भी कोई भी निर्णय जल्दबाजी में आ ले क्योंकि बाद में पछताने से अच्छा हैं पहले ही सोच समझ ले।
Peace of mind