जिस व्यक्ति का trust टूटता हैं, वह व्यक्ति अंदर से ही बिखर जाता हैं। Trust के बिना जीवन में हमेशा उथल -पुथल मची रहेगी ऐसे में How to build trust in a relationship के बारे में पता होना बहुत जरुरी हैं। आज कोई भी रिश्ता बिना trust के बहुत दिनों तक नहीं चल सकता हैं और यदि सामाजिक रूप से चल रहा हैं तो वह रिश्ता नहीं हैं सिर्फ समाज के सामने एक नाटक हैं जो लोग आपसी समझ से करते हैं।
जहा trust होगा, वहा love होगा, respect होगी और care होगी। यदि आप किसी पर trust नहीं करते हैं या आप पर कोई भी trust नहीं करता हैं तो उसके जिम्मेदार आप खुद हैं।
कभी -कभी जाने अनजाने में ही मन में शंका पैदा कर देते हैं और वह धीरे -धीरे बड़े रूप ले लेती हैं इसलिए हमेशा खुलकर बात करे और जो भी बोले साफ़ -साफ़ बोले। आज हर बात के दो मतलब होते हैं इसलिए ज्यादा ना समझे।
एक पिता जब अपने बच्चे को आसमान में उछालता हैं तो उस बच्चे को अपने पिता पर trust होता हैं की वह उसे पकड़ लेंगे इसलिए वह बिंदास मुस्कराता हैं। Trust की नीव जितनी मजबूत होगी रिश्ता उतना ही अच्छा होगा। Trust आता और चला भी जाता हैं ऐसा नहीं हैं की आपने एक बार जमा लिया तो वह लाइफ टाइम के लिए होगा , जिस तरह अपने रिश्ते को और मजबूत करने के लिए समय -समय पर सामनेवाले को प्यार का अहसास दिलाते हैं वैसे ही trust को build up करने के लिए हर दिन काम करे। Trust Love की तरह हैं जितना करेंगे उतना ही बढ़ेगा।
यदि आप भी अपने रिश्तों में Trust लाना चाहते हैं तो नीचे बताई गयी बातों को ध्यान से पढ़े और फिर उन्हें अपने जीवन में अपनाये –
सत्य बोले
जब भी कोई रिश्ता टूटता हैं तो उसका मुख्य कारण असत्य होता हैं। झूठ बोलकर आप अपने रिश्ते को नहीं चला सकते हैं क्योंकि एक ना एक दिन आपका झूठ सबके सामने आएगा, और जिस दिन ऐसा होगा उस दिन आपकी जिंदगी भर की मेहनत ख़राब हो जायेगी फिर चाहे आपने सामने वाले के लिए कितना ही क्यों ना किया हो।
सच दवाई के समान होता हैं थोड़ा कडुवा जरूर होता हैं पर फायदा बहुत करता हैं इसलिए अपने रिश्ते की बुनियाद सच पर बनाये ना की झूठ पर, जिस सपने की या रिश्ते की बुनियाद सच पर बनी होगी वह रिश्ता सचमुच लाजवाब होगा। कोई भी बात ना छुपाये, क्योंकि बाते कभी छुपती नहीं हैं कभी -ना -कभी सामने जरूर आएँगी और जब सामने आएँगी तो बहुत ज्यादा दिक्कत होगी। Open Mind से बात करें और सुने रिश्ता हमेशा बना रहेगा और बहुत ही मजबूत होगा।
जब गलती हो तो स्वीकार करे
गलती वही करते हैं जो कुछ करते हैं इसलिए यदि आपने भी कोई गलती की है या कभी आपसे कोई भी गलती हो जाए तो उसे तुरंत स्वीकार कर ले। Sorry बोलकर अपने रिश्ते को बचाये। बहुत से लोग अपने ego के चक्कर में अपने रिश्तें को भी दांव पर लगा देते हैं।
जो लोग अपनी गलती मान लेते हैं उन्हें सभी लोग पसंद करते हैं पर यदि आप गलती भी करे और उसे स्वीकार भी न करे तो इससे ना ही trust build up होगा और ना ही आपका रिश्ता बचेगा।
जो काम कर सकते हैं उसी के लिए हां बोले
आप किसी भी ऐसे काम के लिए हां ना बोले जो आप नहीं कर सकते हैं। बहुत से लोग सिर्फ इसलिए हर बात में हां कह देते हैं की सामनेवाले को बुरा ना लगे, बल्कि बुरा तब ज्यादा लगता हैं जब कोई बात कह कर आप उस काम को नहीं करते हैं। इससे सामने वाला ये सोचता हैं की आप झूठे हैं , आप किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता , या आप भरोसे के लायक नहीं हैं इत्यादि। आपके द्वारा किया गया एक गलत निर्णय भी आपके trust को हिला सकता हैं।
अपनी बात को खुलकर करे
अपनी जिंदगी की किताब को इतना secret कभी ना रखना की आपके सही होते हुए भी लोग आप पर doubt करने लगे। कभी -कभी कोई बात नहीं होती हैं पर आपके गलत व्यवहार के कारण लोग आप पर trust नहीं करते हैं जैसे किसी को आते देखकर अपने मोबाइल को छुपा लेना, चलती हुयी कॉल को काट देना, किसी से कान में कानाफूसी करना, मैसेज डिलीट कर देना इत्यादि हो सकता आपने ऐसे ही किया हो पर सामने वाले के दिमाग में कुछ चल सकता हैं की आपने ऐसा क्यों किया।
एक बात ये भी हैं जहा प्यार होगा वही फिक्र होगी वर्ना आप कुछ भी करे आपसे कोई कुछ नहीं कहेगा। जहा रिश्ता हैं वही trust की demand होती हैं वरना अजनबियो से और बाहर वाले से कोई भी ना शिकायत करता हैं और ना कोई फरमाईश करता हैं।
किसी भी रिश्ते को बनाना जितना आसान हैं उसे निभाना उतना ही मुश्किल हैं , इसलिए अपने हर रिश्ते को वैल्यू दे, प्यार दे और रेस्पेक्ट दे।