आज के समय में हर कोई अपने आप में बिजी हैं, किसी के लिए किसी के पास टाइम नहीं हैं, ऐसे में अपने आप में खुश कैसे रहे (How to be happy in Yourself) इसके लिए कुछ अच्छे उपाय हैं , जो आपके साथ शेयर करना चाहूंगी। एक बात तो सच हैं की आज कल का जो समय हैं वह पहले के समय से बिलकुल अलग हैं।
पहले के समय में जहा लोग एक दूसरे को समय देते थे, एक दूसरे के काम के लिए अपने समय को लगा देते थे , अगर पड़ोस में किसी के यहाँ फंक्शन भी हो तो आस पास के लोग बढ़ – चढ़ कर हिस्सा लेते थे , समय चाहे सुख को या दुःख एक दूसरे के साथ घंटों बिना किसी शिकायत के खड़े रहते थे । पर आज का समय इसके बिलकुल विपरीत हैं , यहाँ रिश्ते कम हैं सौदे ज्यादा, आप जिसको जितना समय देंगे सामने वाला उससे थोड़ा भी ज्यादा समय आपको देने में इंटरेस्टेड नहीं हैं ।
आज ज्यादातर लोगो ने रिज़र्व रहना शुरू कर दिया हैं, अगर आप कारण जानने का प्रयास करेंगे तो वह आपको कोई ना कोई लॉजिकल रीज़न देकर समझा देंगे।
मतलब साफ़ हैं , आज दुनिया में हर व्यक्ति अकेला हैं, एक साथ एक घर में भी रहकर भी हर व्यक्ति अकेला महसूस कर रहा हैं, जो की बहुत बड़ी विडम्बना हैं । इन्ही सब बातों और परिस्थितियों को देखते हुए हर व्यक्ति अपने आप में खुश रहने के लिए अलग -अलग प्रयास करते रहते हैं । अपने आप को खुश रखने के लिए लोगो ने अपने आप को बिजी कर लिए , किसी ने किताबो में, किसी ने अपने ही घर की चार दीवारी में अपने आप को कैद कर लिए (किसी से ज्यादा ना मिलना -जुलना ) और अपने -अपने तरीके से लोग अपने आप को बिजी रखना ।
एक बात ये भी हैं, की ख़ुशी तो आपको तभी मिलेगी, जब आप अपने मन का काम करेंगे या आपके मन का होगा, ऐसे में ये देखना और सोचना दोनों ही बहुत जरुरी हैं, की आप जो चाहते हैं, वह सही हैं या गलत हैं । कभी कभी एक ही बात किसी को खुश और किसी को दुःख दे सकती हैं , इसलिए समय और मौके के हिसाब से ख़ुशी के मायने बदल भी सकते हैं । इसलिए अपनी को ख़ुशी को सही जस्टिफाई करे, ऐसा ना हो जाने अनजाने में किसी गलत सिचुएशन में फस जाए ।
एक सवाल ये भी हैं, क्या वास्तव में ख़ुशी अकेले अपने आप में होती हैं, या दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ होती हैं, आज हम किस सोच और सभ्यता को बढ़ावा दे रहे हैं । मेरे हिसाब से समय रहते हम सब को एक जुट होकर इस पर विचार करना चाहिए नहीं तो कल हम भी अपने आप में कैसे खुश रहे, इसका शिकार हो जाएंगे । खैर कोई बात नहीं आज जो लोग इस समस्या से ग्रसित हैं उनकी मन की हालत को देखते हुए कुछ ऐसे कारगर उपाय हैं जिनसे आप अपने आप में भी खुश रह सकते हैं ।
अपने आप में खुश रहने के तरीके
- अपनी रूचि का काम करें , अगर किसी चीज में भी ज्यादा रूचि नहीं हैं, तो कोई बात नहीं हैं, आप लाइफ में जो भी कर रहे हैं, उसे अपना 100% दे।
- बड़ो का आदर करें, और छोटो से प्यार करें।
- लोगो की गलतियों को माफ़ करना सीखे , क्योंकि गलतिया भी उन्ही से होती हैं, जो कुछ करने का प्रयास करते हैं ।
- अपने समय को अपनी पढ़ाई, जॉब, घर , परिवार और दोस्तों को आवश्यक्तानुसार दे , आप पर सबका हक़ हैं, इसलिए अपने आप को किसी से भी दूर ना करे।
- ज्यादा किसी का परपंच ना करे, थोड़ी बहुत बातें सब जगह होती हैं, इसलिए इग्नोर करें, और कोशिश करे की आप इन लफड़ो से दूर रहे ।
- लड़ाई और झगड़ो से दूर रहे, और अपने लोगो को भी दूर रखे , ऐसी कोई बात ना बोले जिससे आपके आस -पास का माहौल ख़राब हो । जब आपके आस पास का वातावरण शांति वाला होगा तो जाहिर से बात हैं आप हमेशा प्रसन्नचित रहेंगे, इसलिए हमेशा पॉजिटिव माहौल रखे और किसी को भी इसे ख़राब ना करने दे , क्योंकि ऐसे भी लोग आपके आस -पास होंगे जिनको माहौल ख़राब करके भी ख़ुशी मिलती हैं ।
- आज जैसा देंगे वैसा ही पाओगे , इसलिए जो भी करो , सोच समझ करो क्योंकि आने वाला समय में वही सब आपको return में मिलेगा।
- आध्यात्म से जुड़े रहिये, और जीवन के सच को समझिये, की आप अकेले आये हैं और अकेले ही अचानक यहाँ से एक दिन चले जाएंगे, इसलिए किसी भी रौब में ना रहे। खुद को खुश करने के लिए या थोड़ी से तारीफ के लिए किसी को नीचा ना दिखाए। आप अपने आप में खुश रहना चाहते हैं, तो लोग की मदद करे, आज कितने जरूरतमंद लोग हैं, जिनका कोई नहीं हैं या हैं भी तो उनके अपनों ने उनका साथ छोड़ दिया, आप उनका सहारा बनिए। फिर देखिएगा आप दुनिया के सबसे सुखी इंसान होंगे ।
- अपने आप में खुश रहना और अपने समय में काटना दोनों अलग हैं । खुश वह हैं, जिसके चेहरे पर मुस्कान हमेशा बनी रहे, फिर चाहे जीवन में कितने ही उतार -चढाव ही क्यों ना आये ।
- अपने आप में खुश रहने के लिए आपको रोटी- कपडा – मकान और अच्छा स्वास्थ्य चाहिए, इसके अलावा अगर किसी और चीज की चाहत हैं, तो वह भी अपने कठिन परिश्रम से प्राप्त कर सकते हैं ।
अपने आप में खुश कैसे रहे, इस सोच के जनम के कारण
आज हर व्यक्ति अकेले में अपने आप में कैसे खुश रहे ऐसा क्यों सोच रहा हैं, इसका मूल कारण आज कल के लोगो का व्यवहार हैं ।
आज लोगो में धैर्य की कमी हैं , छोटी -छोटी बात पर गुस्सा आ जाना ।
एक दूसरे के बीच खुलकर बात न होना , अपने विचारो को ना प्रकट कर पाना।
हम सब को पता हैं लाइफ छड़ भंगुर हैं फिर भी हम सब ना जाने किस घमड़ में जी रहे हैं। यदि आपकी वजह से कोई भी एक व्यक्ति दुखी होता हैं तो आप हर क्षेत्र में असफल हैं । आज लाइफ में हम सब की एक दूसरे के प्रति मानवता भी हैं और जिम्मेदारी भी हैं, की हम रिश्ते की मर्यादा और आदर को बनाये रखे।
दुनिया को सही करने से पहले खुद को सही करे, जब हर व्यक्ति एक दूसरे के प्रति अपनी सोच को बदल लेगा तो वैसे ही जिंदगी अच्छी हो जायेगी ।
आज अगर आप अपने आस -पास भी सर्वे करेंगे तो आप पाएंगे की ज्यादातर लोग दुखी और परेशान हैं , और आधे से ज्यादा परेशानी का कारण आपस में बातें छुपाना, एक दूसरे की इज्जत ना करना, एक दूसरे के पीठ पीछे बुराई कारण इत्यादि हैं । एक समस्या ये भी हैं, आज लोग अपनी बात को कह नहीं पा रहे हैं, अंदर ही अंदर घुट रहे हैं, और यदि वह अपनी बात को खुलकर कह दे तो कोई भी रिश्ता चलने वाला भी नहीं हैं ।
सच में किसी भी रिश्ते में खुश रहना बहुत मुश्किल काम हैं, पर वास्तविकता ये भी हैं, की कब तक अकेले में खुश रहेंगे, हम सब सामाजिक प्राणी हैं, इसलिए ज्यादा समय तक अकेले भी नहीं रह सकते हैं ।
जो कोई भी इस पोस्ट को पढ़ रहा हैं, उसे सबसे पहले अपने आप में भी सुधार करना हैं, फिर सामने वाले में। हम दूसरों की कमिया तो देख लेते हैं, पर अपनी कमिया नहीं देख पाते हैं । कोई भी व्यक्ति पूर्ण नहीं हैं, इसलिए एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रहे और खुश रहे।