आत्मनिर्भर भारत
हमारा देश आत्मनिर्भर क्यों नहीं होना चाहिए ?, आप क्या सोचते हो ?, होना चाहिए या नहीं ? हर भारतीय (Indians) का सपना (dream) है कि हमारी भी Country आत्मनिर्भर भारत बने, जैसा आज के समय में दूसरे देश में बहुत सारे प्रोडक्ट्स, मशीन, उपकरण खुद ही तैयार किये जाते हैं, वैसे ही हमारे देश में बहुत सारी चीजे जो अभी तक नहीं बनती हैं और हमें दूसरे देशो पर निर्भर रहना पड़ता हैं।
ये दूसरे देशो की निर्भरता हमारे लिए एक खतरे की तरह है ।
अगर हमारा देश प्रगति की राह में उन्नति करता हुआ सुई से लेकर हवाई जहाज तक और हवाई जहाज से भी बढ़कर सुरक्षा उपकरण , मिसाइल्स, Technology से जुड़े प्रोडक्ट हमारे देश में ही सर्वाधिक बनाये जाए तो ये एक बहुत बड़ा कदम होगा ।
हमारे प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस कदम को आगे बढ़ाने के लिए बहुत ही गंभीरता से विचार किया है और उनका ये विचार हमारे देश वासियों को बहुत पसंद आ रहा है ।
यह एक विचार बनकर ना रहे बल्कि जमीनी हकीकत में उतरे , इसके लिए हम सब देश वासियो को एक भरसक प्रयास करना होगा, जो व्यक्ति जिस क्षेत्र में अपने आप में अव्वल हैं वह इसे एक चुनौती लेकर अपने देश के लिए एक टर्निंग पॉइंट समझकर आगे बढे ।
देश के नामी -गिरामी कम्पनिया मेहनती लोग और पूरा जन-मानस इसी उद्देश्य को तन – मन – धन से पूरा करने में लगे, तब जाके इस लक्ष्य को पाने में सफलता मिलेगी ।
मेरा मानना हैं की ये लक्ष्य, ये विचार , ये उद्देश्य एक दिन का नहीं बल्कि इसमें कई महत्वपूर्ण साल लगने वाले हैं ।
आत्मनिर्भर भारत सिर्फ एक सोच नहीं बल्कि हम सब जनमानस को एक प्रेरणा देती हैं कि हम जिस कार्य में लगे हुए हैं उसे आत्म निर्भरता से लग के इस लक्ष्य को हासिल करे और अपने व्यवसाय को एक नए आयाम पे ले जाने के लिए अग्रसर रहे ।
इस आत्मनिर्भर भारत से हम दुनिया में एक अलग पहचान बनाने में सफल होंगे ।
आत्मनिर्भर भारत के दो मंत्र
1. Vocal for Local
आत्मनिर्भर भारत का पहला मंत्र वोकल फॉर लोकल है । वोकल फॉर लोकल (Vocal for Local) का मतलब बहुत व्यापक है, जैसे कि उदहारण के तौर पे आप जिस शहर या गांव में रहते हैं अगर वहाँ पर कोई प्रोडक्ट , वहाँ की कोई चीज मशहूर हैं और अच्छी क्वालिटी में उपलब्ध हैं तो आप उसे व्यापक स्तर पर प्रमोट करे, ज्यादा से ज्यादा खरीदारी करें और उसे Use करें ।
वोकल फॉर लोकल का दूसरा पर्याय ये हैं कि हमारे देश में बने हुए सामान, प्रोडक्ट्स को बढ़ावा दे और उन्हें ही हम अपने दैनिक जीवन में इस्तेमाल करे जिससे हम अपने देश को आर्थिक स्थिति में मजबूत कर सकते हैं और ऐसा करने से हमारे बड़े – बड़े बिज़नेस मैन इस सोच को देखते हुए देश वासिओ के लिए प्रोडक्ट को कैसे गुड क्वालिटी में लोगो को उपलब्ध कराना हैं इस पर विशेष जोर देंगे ।
इससे मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों का फोकस अच्छी क्वालिटी देने के अलावा बढ़ती हुई डिमांड के साथ देश वासियो को डिफरेंट – डिफरेंट टेक्नॉलजी बेस्ड प्रोडक्ट्स को बाजार में उतारने में एक प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी , जिससे आमजन को एक अच्छा प्रोडक्ट मिल पायेगा और हर व्यक्ति – विशेष इस देश के अंदर बनी हुई चीज का वोकल बनकर एक बड़े स्तर पर प्रमोट कर पायेगा ।
2. Global for Local
आत्मनिर्भर भारत का दूसरा मंत्र ग्लोबल फॉर लोकल है । इस मंत्र के माध्यम से भारत के अंदर बने हुए सामान या प्रोडक्ट को ग्लोबली दूसरी Countries को कैसे Sale कर सकते हैं , इस पर जोर देना हैं जिससे की हमारे देश के अंदर बना हुआ प्रोडक्ट दुनिया के किसी भी कोने में पहुंचाया जा सके और इंटरनेशनल लेवल पर प्रोडक्ट की क्वालिटी में भी बदलाव करके बड़े स्तर पर इंटरनेशनल फोरम में उसका Acceptance हो सके और इंटरनेशनल मार्किट में एक अपनी अलग पहचान बना सके और इससे भी बढ़कर एक लम्बे समय तक अपने क्वालिटी के माध्यम से मजबूती से अपनी वैल्यू बनाये रखे ।
इस ग्लोबल फॉर लोकल का फायदा हमारे किसान भाई भी उठा सकते हैं और कड़ी मेहनत से पैदा किये गए अनाज को अब इंटरनॅशनली किसी भी देश में अपने अनाज को अपने देश के अलावा दुनिया के किसी भी कोने में बेचना चाहते हैं तो सरल तरीके से बेच सकते हैं ।
Focus on 5 things to make Aatm Nirbhar Bharat
वोकल फॉर लोकल और ग्लोबल फॉर लोकल को सक्सेस बनाने के लिए ऊपर लिखी हुई पांच चीजों का होना आवश्यक हैं ।
इसको बढ़ाते हुए गांव – गांव तक इंटरनेट की सुविधा हो तो पूरे सभी गावों को फाइबर नेटवर्क से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं और इन्वेस्टमेंट के क्षेत्र में इन्वेस्टर से अपील की जा रही हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए विशेष तौर पे ध्यान दिया जा रहा हैं ।
सभी आर्गेनाईजेशन, सोसाइटीज, गवर्नमेंट बॉडीज और जन – मानस इसको सफल बनाने के लिए अपना inclusive efforts और Make in India पर विशेष फोकस करेंगे ।