क्यों किसी की बात दिल में समा जाती हैं ? और किसी की बात दिल को चीर के रख देती हैं। आज इस दुनिया में ये सबको पता होना चाहिए कि How to behave with someone क्योंकि आज बात तो सभी करते हैं, पर क्या करते हैं उनको नहीं पता हैं।
देखा जाए तो अपनी समझ से हर कोई अच्छे से ही बात करता हैं, पर ज्यादातर लोग जाने -अनजाने ऐसी बातें बोल जाते हैं जिन्हे उन्हें नहीं बोलना चाहिए था और जब तक अहसास होता हैं, तब तक तीर कमान से निकल चुका होता हैं।
आज इस टॉपिक के बारे में लिखना इस लिए भी जरुरी लगा क्योंकि आज हर किसी के आस -पास ऐसे बहुत से लोग हैं जो अपनी बात से किसी के दिल को दुःख पहुंचाते हैं, हाँ कह सकते हैं, कि ऐसे लोग जान -बूझकर कुछ नहीं करते हैं, ऐसे लोगो को वास्तव में लोगो के साथ कैसा व्यवहार करना हैं, क्या बात करनी हैं, नहीं पता होता हैं इसलिए आइये आगे बात करते हैं की कैसे छोटी -छोटी आदतों को बदल करके हम बहस से बच सकते हैं और एक healthy communication को बढ़ावा दे सकते हैं।
दूसरों को सुनने की आदत डाले
आज ज्यादातर लोग सुनते कम और बोलते ज्यादा हैं, इसकी वजह से कुछ लोग तो ऐसे होते हैं, जिन्हे ये भी नहीं पता होता हैं की कब क्या बोलना चाहिए और क्या नहीं बोलना चाहिए, इसलिए बुजुर्गों ने कहा हैं की हमेशा सोच के बोलो, क्योंकि एक बार मुँह से निकला एक गलत शब्द आपके बनते हुए रिश्ते को बिखेर सकता हैं।
यदि आप लोगो को सुनते हैं, तो आप को लोग ज्यादा पसंद करते हैं, आज दुनिया में हर कोई अपनी कहानी सुनाना चाहता हैं, बशर्ते की कोई सुनने वाला हो, आज सभी की जिंदगी इतनी ज्यादा व्यस्त हैं की कोई किसी के पास दो घडी बैठना भी नहीं चाहता हैं, ऐसे में ये दर्द सभी के सीने में हैं, की कोई मुझे भी सुने और समझे।
जब आप लोगो को सुनेंगे तो आप उनसे बहुत बातें सीखेंगे, हाँ ये बात आपके ऊपर ही निर्भर करती हैं की आपको क्या सीखना हैं और क्या नहीं सीखना हैं।
बात को बीच में ना कांटे
जब एक व्यक्ति अपनी बात को कह रहा हो तो बेहतर होगा की उसकी बात को बीच में ना रोके, सबसे पहले उसकी बात को पूरा आराम से सुने और उसके बाद ही अपना विचार प्रकट करे। वैसे भी सभी को अपनी बात कहने का पूरा अधिकार हैं, इसलिए बात को पूरा सुने फिर उस पर सोच समझकर ही बोले।
कभी भी एक तरफ से ना सोचे क्योंकि जो बात आपके लिए गलत हैं, वह किसी के लिए सही भी हो सकती हैं, इसलिए सदैव पहले सुने उसके बाद कुछ बोले।
शब्दों का चुनाव सोच समझकर करे
जब भी बोले तो सोच समझकर बोले, क्योंकि कई बार एक ही शब्द के कई मतलब होते हैं, और आप जब बात कर रहे हैं, तो ये ध्यान देना बहुत जरुरी हैं की वह शब्द वहा पर फिट बैठ रहा हैं की नहीं।
अक्सर बहुत से लोग जाने -अनजाने में कुछ ऐसा बोल देते हैं, जो की तब उन्हें बोलने की जरुरत नहीं हैं। जब भी किसी से बात करे तो क्वेश्चन करके बात ना करे, क्योंकि आज दुनिया में कोई भी जवाब नहीं देना चाहता हैं, बोल चाल में ऐसी भाषा का प्रयोग करे जिससे किसी के दिल को ठेश ना पहुंचे।
अपनी भाषा में आदर की भावना लाये
जब भी किसी से बात करे, तो आपकी भाषा सरल और शांत हो, जिसको सुनकर सामने वाले का मन मोह जाए। आज दुनिया में हर कोई प्यार और आदर का भूंखा हैं, तो ऐसे में आप समझ गए होंगे की आप चाहे किसी को जितना भी धन और दौलत दे दे, पर यदि आपकी भाषा में आदर नहीं हैं, तो आपके द्वारा किया गया सारा परोपकार बेकार और व्यर्थ हैं।
हमेशा आप ही सही होंगे ऐसा ना सोचे
आज दुनिया में ज्यादातर लोग एक दूसरे को dominate करने में लगे रहते हैं, जो की बहुत गलत हैं, आज हर कोई एक जैसा नहीं हैं, सबकी सिचुएशन अलग -अलग हैं, इसलिए जो जैसा कर रहा हैं, उसे उसके हाल पे छोड़ दे और यदि आप सच में किसी की लाइफ को बेहतर करना चाहते हैं, तो उसके लिए सही कदम उठाये।
आपकी हर बात सही हैं, ये भी गलत हैं।
अपने विचार किसी के ऊपर ना थोपे
जो जैसी लाइफ को lead कर रहा हैं, उसके लिए सदैव उसकी तारीफ करे, कभी भी किसी भी सिचुएशन में किसी को नीचा ना दिखाए और ना ही उसकी निंदा करे।
अपने विचार किसी के ऊपर ना थोपे, जो कोई. जो कुछ भी करना चाहता हैं, उसे करने दीजिये, अगर आपको कुछ करना ही हैं तो सही मार्गदर्शन करे, पर सामने वाला आपकी बात सुनेगा ही, इसके बारे में ना सोचे।
पहले greet करने की आदत डाले
आज लोग एक दूसरे को अनदेखा कर देते हैं, जो की बहुत गलत बात हैं, आप सबसे पहले लोगो से बोलने की आदत डाले, लोगो की तरफ दिल से मुस्कराये।
देखा जाए तो आपके पास देने को बस एक मुस्कराहट ही हैं, जिसे भी आप नहीं देना चाहते हैं।
इस दुनिया में जो कोई भी आया हैं, सभी को एक निश्चित समय पे वापस भी जाना हैं, ऐसे में किस बात की अकड़ हैं, सबसे बात करे, प्यार करे, आदर करे और सबसे पहले मुस्कराइए।
हर व्यक्ति से सीखने की कोशिश करे
हर किसी से आप कुछ ना कुछ जरूर सीख सकते है, इस सोच के साथ लोगो से जुड़िये, किसी को भी बेकार ना समझे। अक्सर लोग अपने आप में इतना खो जाते हैं, और उन्हें ऐसा लगता हैं की दुनिया में सबसे बुद्धिमान व्यक्ति सिर्फ वही हैं, और वह इसी अकड़ में जीवन भर ऐंठ -ऐंठ के चलते रहते हैं, ना किसी से दोस्ती करते हैं, और ना अच्छे रिश्ते बनाते हैं, और जब बुढ़ापा आता हैं, तो अकेलेपन की चादर ओढ़ के इस जीवन से विदा हो जाते हैं, इसलिए सबसे बात करे और जो अच्छा लगे उसे ग्रहण करे और जो ना अच्छा लगे उसे छोड़ दे।
गलती हो तो स्वीकार करे
आप भी कभी गलत हो सकते हैं, इसलिए जब भी कोई गलती हो, तो उसे स्वीकार करे। आज दुनिया में वो सबसे बड़ा हैं, जो अपनी गलती को स्वीकार करना जानता हैं।
दुनिया में कोई भी परफेक्ट नहीं हैं, इसलिए यदि कही पे आपको लगे की आपसे गलती हो गयी हैं, तो तुरंत बिना देर किये उस गलती को स्वीकार करे।
खुश रहिये, मुस्कराते रहिये, जीवन में खुशियों की ज्योत जलाते रहिये।