Domestic Violence causes and solutions, घरेलू हिंसा के कारण और समाधान के बारे में जानना आज इस लिए भी जरुरी हो गया हैं क्योंकि आज ये हर घर की कहानी हो चुका हैं और यदि इस पर आज बात की नहीं गयी तो आने वाले कुछ सालों में स्थित और भी ख़राब हो जायेगी।
जीवन बहुत सुंदर हैं, पर तब तक जब तक आपके आस -पास रहने वाले लोग आपसे प्यार करे, आपके दर्द को समझे और आपका आदर करे, पर जब जिंदगी में इसके विपरीत होने लगे तो उस पल एक व्यक्ति की मन की हालत इतनी ज्यादा ख़राब हो जाती हैं की वह उस सिचुएशन में कुछ भी कर सकता हैं।
Domestic Violence हैं क्या
Domestic Violence एक तरह की मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना हैं, जो अपनों के द्वारा ही मिलती हैं फिर चाहे रिश्ता कोई भी हो। कही -कही तो आप अंदाजा भी नहीं लगा पाएंगे की यहाँ कुछ गलत हो रहा हैं क्योंकि उसके पीछे कारण वही हैं की जिसके साथ कुछ बुरा होता हैं वही दुनिया में उस बात को छुपा लेता हैं और जिसका रिजल्ट क्या होता हैं की जो लोग Domestic Violence कर रहे हैं वह और मजबूत और ढीठ हो जाते हैं। Domestic Violence में हो सकता आप पर कोई हाथ ना हटाए, पर आपको मानसिक इतना तनाव में कर दिया जाएगा की आप कुछ समझ भी नहीं पाएंगे और किसी से कुछ कह भी नहीं पाएंगे।
Domestic Violence के पीछे कारण कोई बड़ा भी हो सकता हैं और छोटा भी हो सकता हैं। इसमें एक व्यक्ति दूसरे को दबाने और डराने का काम करता हैं, वह आपको अंदर ही अंदर धमकाएगा और दुनिया की नजरों में अच्छे भी बने रहेंगे इसलिए यदि आपके साथ कुछ अजीब -गरीब हो रहा हैं, लोग आपकी छोटी -छोटी बातों का इशू बना रहे हैं, आपमें गलतिया निकाल रहे हैं, आपको हर दम नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, आपको सबके सामने झूठा साबित करने की कोशिश कर रहे हैं तो अलर्ट हो जाईये, ये शुरुवात हैं और यदि आपने अभी इन सब चीजों का इलाज नहीं किया तो आगे चलकर ये एक बहुत ही भयानक रूप ले लेगा।
Domestic Violence के कारण
एक पक्ष को सुना जाना
आपने सुना होगा की ताली कभी खाली हाथ से नहीं बजती हैं, जब भी लाइफ में कुछ दिक्कतें आती हैं तो उसके पीछे कुछ कारण भी होते हैं और यदि ऐसे में अगर आप उन प्रोब्लेम्स को identify कर लेते हैं तो आप सिचुएशन को संभाल भी सकते हैं। आप इस प्रॉब्लम को दोनों पक्षों को सुनकर एक सही और समझदार व्यक्ति की तरह निर्णय ले। निर्णय लेते समय अपने आप को शांत रखे, पहले तो समस्या को अच्छे से सुने फिर चाहे कोई भी हो, और जिसकी प्रॉब्लम जिसके साथ हैं वह आपस में एक फेस टू फेस मीटिंग करे और अपनी पूरी बात को रखे और उसके बाद एक सही निर्णय पर पहुंचे।
फालतू के झगडे से अच्छा हैं की अपनी -अपनी बात बारी -बारी से कहे और फिर किसी नतीजे पर पहुंचे। आज दुनिया में बहुत से लोग हैं जो सुनी -सुनाई बातों के आधार पर ही अपने रिश्तों को ख़राब कर लेते हैं। हर व्यक्ति को अपनी -अपनी बात कहने का पूरा हक़ हैं। बहुत से लोग अक्सर इस बात का फायदा उठा लेते हैं क्योंकि उन्हें पता हैं की आपको जितना बताया गया हैं उस पर आप विश्वास कर लेंगे।
बिना सोचे समझे निर्णय लेना
आपसे किसी ने कोई बात बतायी, और आप उस बात के तथ्यों को जाने बगैर फालतू के लड़ाई -झगडे या मार -पीट में पड़ते हैं तो उसका परिणाम क्या होगा, आपको खुद पता हैं। एक बात ये भी समझ लीजिये की यदि आपके घर का माहौल खुशनुमा नहीं होगा तो आप लाइफ में कभी सफल नहीं हो सकते हैं, इसलिए आपको सदैव इस बात की कोशिश करनी चाहिए की घर का माहौल अच्छा रहे, और इसकी जिम्मेदारी किसी एक पक्ष की नहीं हैं बल्कि दोनों पक्षों की बराबर हैं।
धैर्य की कमी
आज लोगो में धैर्य नाम की कोई चीज ही नहीं बची हैं। हर बात का जवाब हैं लोगो के पास, ऐसे में यदि आप सिचुएशन को संभालना नहीं जानते हैं तो हर दिन महाभारत होगी। आज लोगो को इतनी छोटी -छोटी बातों पर चिल्लाते और चीखते देखा हैं जिस पर कोई भी पढ़ा -लिखा होशियार व्यक्ति कोई भी रिएक्शन नहीं करेगा। रिएक्शन जितना कम होगा, एक्शन भी उतना कम होगा, आप इस रूल को यहाँ पर फॉलो कर सकते हैं।
बातों को ignore करे, और ध्यान दे की किसी के जरा सी बात कहने पर कही आप भड़क तो नहीं जा रहे हैं और यदि ऐसा हैं तो इस पर विचार करिये क्योंकि दिमाग तो आपका हैं पर इसे कोई और ही ऑपरेट कर रहा हैं। आपके आस -पास के लोग कुछ भी कहे, पर ईश्वर ने आपको भी तो बुद्धि दी हैं, जिसका प्रयोग आप कब करेंगे , तब जब पूरा संसार बिखर चुका होगा, नहीं ना, तो आज से ही सुनो सबकी पर करो दिल की, पहले सिचुएशन और बात को समझो और फिर विचार करो।
हर समस्या के पीछे का कारण ढूढ़ निकालो, सब ठीक हो जाएगा। उसने ऐसा क्यों कहा, वैसा क्यों कहा, इन सब सवालों के जवाब पूछ डालो, देखो सब सही हो जाएगा।
आदर भाव और प्यार की कमी होना
यदि आप सच्चे मन से किसी को चाहेंगे, प्यार करेंगे , और उसका आदर करेंगे तो कैसे आप किसी को दुखी कर सकते हैं, कैसे आप किसी को पीट सकते हैं, कैसे आप किसी पर चिल्ला सकते हैं, कैसे आप किसी को भला -बुरा कह सकते हैं, सोचिये !! कही बहुत देर ना हो जाए और बाद में समेटने के लिए ही कुछ ना बचे।
जीवन में कभी किसी के आत्म सम्मान को ठेश मत पहुँचाना क्योंकि बात जब आत्म सम्मान की होती हैं तो लोग आत्म सम्मान को ही चुनते हैं ना की रिश्तों को, और ऐसे रिश्ते की भी कोई value नहीं हैं जिसमे प्यार, विश्वास और आदर ना हो।
विश्वास की कमी
क्या आपको खुद पर विश्वास नहीं, क्या आपको लोगो की परख नहीं, और यदि हैं तो क्यों ये भयानक रूप दुनिया को दिखा रहे हो। अपने विश्वास को इतना मजबूत बनाओ, की कोई की छोटी बात इसे ना तोड़ सके। सोच कर देखिये, यदि आपको कोई कहता हैं की फलाना आपको गाली दे रहा था तो क्या आप बिना अपने दिमाग का प्रयोग किये इस पर एक्शन करने लगेंगे।
आपको अपने आस -पास के हर व्यक्ति को चेक करना हैं, क्या पता जो आपको ये सब बता रहा हैं वही आपके साथ कोई बड़ा गेम खेल रहा हो।
दुनिया के बहकावे में जल्दी आ जाना
दुनिया के बहकावे में जल्दी आ जाना आपकी सबसे बड़ी कमजोरी हैं, और आज लोग इस कमजोरी का खूब फायदा उठा रहे हैं। लोग हमेशा नेगेटिव बात ही बोलेंगे पर आपको तो अपनी सोच को पॉजिटिव रखना हैं और ऐसे लोगो का सामना करना हैं।
ऐसे लोगो की दुनिया में कोई कमी नहीं हैं ये आपको हर जगह मिल जाएंगे इसलिए आपको इनके बीच में रहकर ही इनको सबक सिखाना हैं और एक बार यदि आपने इनकी क्लास लगा दी तो दुबारा ये आपके चक्कर में नहीं पड़ेंगे।
बाहर की दुनिया में ज्यादा रूचि होना
घर में कम समय देना, और बाहर की दुनिया को अपना बना लेना, कहा की होशियारी हैं। आपने बाहर तो बहुत अच्छे रिश्ते बना रखे हैं, सबसे बहुत प्यार से बात करते हैं, सबका काम बड़ी आसानी से कर देते हैं पर वही काम आप घर में करने से बचते हैं और ये आप सबसे बड़ी गलती कर रहे हैं।
जीवन के अंत में आपके अपने ही साथ आएंगे ना की वह लोग जिनके साथ आप ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हैं। एक दिन आपकी आँखें खुलेंगी, लेकिन बहुत देर हो जायेगी, आप ना ही घर के रहेंगे और ना ही घाट के इसलिए मेरी सलाह मानिये अपने घर में समय बितायो और अपनी परिवार की सुनो क्योंकि यदि आप आज उन्हें नहीं सुनेंगे तो जब वह कल आपको ना सुने तो किसी से भी शिकायत मत करना। इंसान जैसा बोता हैं वैसा ही काटता हैं, इसलिए सोच समझकर ही निर्णय ले।
पैसे की कमी होना
पैसा आज एक बहुत बड़ी समस्या हैं। अति का पैसा भी भला नहीं और अति की गरीबी भी भली नहीं होती हैं। आज हर जगह पैसा काम करता हैं और ऐसे में यदि आपकी जेब खाली हैं तो आप परेशान रहेंगे और उसके साइड इफ़ेक्ट आपके घर के लोगो को झेलने पड़ेंगे, खास कर आपकी वाइफ को, आज अपनी माँ -पापा से कोई नहीं कह पायेगा की पैसे नहीं हैं पर वाइफ को हर बात पर ताने मिलेंगे, जैसे वह ही इसकी जिम्मेदार हैं।
कोई शारीरिक कमी होना
शरीर से स्वस्थ ना होना भी आपको अंदर ही अंदर चिड़चिड़ा कर देता हैं, पर इसका ये कतई मतलब नहीं है की आप किसी को नाजायज परेशान करो, इसलिए हेल्थ इश्यूज हैं तो डॉक्टर से सलाह लीजिये, अपने बड़ो से सलाह ले ना की बिना वजह अपने घर का माहौल ख़राब करे।
Domestic violence के Solutions
- पॉजिटिव ऐटिटूड को विकसित करे।
- हस्ते और मुस्कराते रहे।
- वजह को पूरी तरह जाने बगैर गुस्सा करने की आदत को छोड़ दीजिये।
- अपने रिश्तों को थोड़ा समझने के लिए समय दे, एक दूसरे को समझे।
- एक दूसरे से बहुत प्यार करे, आदर करे और सबसे जरुरी विश्वास करे।
- अपने शरीर को फिट रखे।
- घर और बाहर के कामो को मैनेज करना सीखे।
- किसी भी बात पर ज्यादा रियेक्ट ही ना करे।
- प्रॉब्लम को आराम से बैठकर पहले डिसकस करे और उसके बाद निष्कर्ष पर पहुंचे।
- सुनी -सुनाई बातों पर विश्वास ना करे।
- कोई क्या कहेगा, क्या सोचेगा, इस बारे में भी ना सोचे, आप वह काम करे जो आपके लिए और आपके परिवार के लिए सही हो।
- लड़ाई -झगडे से बचे, और तू तू मैं मैं तो अवॉयड करे।
- बातों को ज्यादा दिल से ना लगाए, जितना बातों को इग्नोर करेंगे लाइफ उतनी ही कूल होगी।
- ज्यादा सोचे ना, जो सामने हैं वही सच हैं।
- अपने मन में किसी भी प्रकार का लालच ना लाये।
- अपने आत्म सम्मान के लिए सदैव खड़े रहे।
- पहली ही गलती पर टोक दे, बात को बढ़ने ना दे, जब कुछ बुरा देखे या सुने तो उस पर टिप्पड़ी जरूर करे, ना की दुबारा होने का इंतजार करे।
- अपनी रक्षा स्वयं करे, जो लोग खुद का ख़याल रखते हैं लोग भी उन्ही का ख़याल रखे।
- किसी भी बात का ज्यादा इशू ना बनाये, वहा से थोड़ी देर कही और हट जाए।
- अपनी गलती को स्वीकारे, जब भी लगे की आपसे गलती हो गयी हैं तो तुरंत सॉरी बोल दे।
- ईगो को रिलेशन के बीच में ना आने दे, यदि एक बार इसे जगह मिल गयी तो फिर आप रिश्तों को बचा नहीं पाएंगे।
- अपनी जगह और अपने हक़ को कभी ना छोड़े।
Live happily for your Relations.