कोरोना वायरस भारत में दिन पे दिन बढ़ता जा रहा हैं, ऐसे में How to take care of corona virus patient at home एक बड़ा ही महत्वपूर्ण विषय हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो की संख्या दिन पे दिन बढ़ती जा रही हैं और अस्पताल भी पूरी तरह से भरे पड़े हैं कही भी बेड्स अवेलबल नहीं हैं ऐसे में घर पर कोरोना वायरस के रोगी की देखभाल कैसे करें ये समझ लेना बहुत आवश्यक हैं और ये भी समझ लीजिये, हॉस्पिटल की तरह रुख तभी करे जब पेशेंट का ऑक्सीजन लेवल डाउन हो, सामान्य स्थित में घर पर ही रहकर इलाज करे।
कोरोना वायरस की ये दूसरी लहर बहुत ही खतरनाक हैं , ये सभी उम्र के लोगो को हो रहा हैं और बहुत तेजी से लोगो को संक्रमित कर रहा हैं इसलिए इसे बिलकुल भी हलके से ना ले, घर पे रहे जरुरी हो तभी घर के बाहर निकले।
घर में रह रहे patient को दिन में दो बार अपने बुखार और ऑक्सीजन के स्तर की जांच करनी चाहिए. शरीर का तापमान 100 फॉरेनहाइट से ज्यादा ना हों. वहीं, ऑक्सीमीटर को घर पर जरूर रखे जिससे आप आसानी से अपने ऑक्सीजन स्तर को चेक कर सके।
घर पर रहकर क्या करे
सबसे पहले तो संक्रमित व्यक्ति को सबसे अलग कर दीजिये जैसे अलग कमरे में रहने और खाने की व्यवस्था और वाशरूम भी बिलकुल अलग होना चाहिए, पर यदि घर में एक वाशरूम हैं तो ऐसे में वाशरूम को समय -समय पर क्लीन रखे। संक्रमित व्यक्ति की देखभाल घर का कोई एक सदस्य ही करे, जिससे इन्फेक्शन फैलने का खतरा भी कम रहेगा।
डॉक्टर द्वारा प्रेसक्राइब्ड मेडिसिन्स समय पर खाये और पूरा कोर्स करे, ज़रा से ठीक होने पर कोई भी लापरवाही ना करे जब तक की आप पूरी तरह से स्वस्थ ना हो।
रोगी की कपडे, बर्तन , बिस्तर सब कुछ अलग होना चाहिए, रोगी के कमरे की खिड़किया खुली होनी चाहिए जिससे बाहर की नेचुरल ऑक्सीजन आती रहे और सांस की प्रॉब्लम ना क्रिएट हो।
घर पे सभी लोग मास्क लगाए और संक्रमित व्यक्ति मास्क को 6-8 घंटे में चेंज करते रहे। हर 3-4 घंटे में अपने हाथों को लगभग 40 सेकंड तक धुले। दिन में कम से कम दो बार सुबह शाम स्टीम लें।
खान – पान का रखे स्पेशल ध्यान
सुबह -शाम काढ़ा, गरम पानी, पिए, संतुलित और गरम भोजन खाये , खाना बिलकुल भी ठंडा और रखा हुआ ना हो, नारंगी फल , संतरा, कीवी जैसे फलों का सेवन करे। एक दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिए।
घर पर सकारात्मक बातें करे
रोगी के सामने कोई भी ऐसी बात ना करे जिससे रोगी घबरा जाए क्योंकि आज लोग कोरोना से तो मर ही रहे हैं और उसके डर से भी मर रहे रहे इसलिए किसी भी बात को बोलने से पहले सोच समझ कर ही बोले। रोगी के अंदर विश्वास जगाये की वह बहुत ही जल्दी ठीक हो जाएगा और जितने ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं उतनी जल्दी लोग ठीक भी हो रहे हैं जिससे रोगी को मोटिवेशन मिलेगा।
इमरजेंसी के लिए हॉस्पिटल से लिंक बना कर रखे
सब कुछ अच्छा होगा ऐसा विश्वास रखना हैं लेकिन फिर भी इमरजेंसी सिचुएशन को हैंडल करने के लिए भी आप तैयार रहे जिससे आप विषम परिस्थितियों में आप आसानी से मैनेज कर पाएंगे।
डॉक्टर्स द्वारा बताई गयी मेडिसिन्स दो दिन की एक्स्ट्रा ले लें
Suppose डॉक्टर ने 14 दिन की मेडिसिन्स दी हैं तो आप 16 दिन की लें लीजिये जरुरत पड़ी तो काम आ जाएंगी नहीं तो कोई बात नहीं मतलब इधर -उधर भागने से अच्छा हैं की आप पहले से थोड़ी तैयारी रखे।
ज्यादा पैनिक ना हो जब बहुत जरुरत लगे तभी हॉस्पिटल जाए नहीं तो घर में रहकर अपना इलाज करे। ये वक़्त निकल जाएगा आप बस आप और अपनों का ख़याल रखे।
परेशानी चाहे कितनी भी बड़ी हो आप बस जीने की चाह मत छोड़ना फिर देखना सब ठीक हो जाएगा। ये समय सभी के लिए बहुत कठिन हैं और ना जाने कितनों ने अपनों को खो दिया, पर धैर्य और केयर के सिवा किया भी क्या जा सकता हैं।