आज बच्चो के लिए जितनी पढ़ाई जरुरी हैं, उतना ही खेल भी जरुरी हैं। हम सबको ये समझना होगा की Why Sports Are Important, क्योंकि ज्यादातर लोग पढ़ाई पर इतना ज्यादा बल देते हैं की बच्चो को खेलने के लिए time ही नहीं मिलता हैं ।
पहले के समय में तब भी बच्चो को थोड़ा समय खेलने के लिए मिल जाता हैं, पर आज कल के समय में बच्चो के ऊपर पढ़ाई का बोझ इतना ज्यादा बढ़ गया हैं , की बच्चो के पास खेलने के लिए समय ही नहीं हैं।
अगर आप किसी भी माँ बाप से बात करेंगे तो उनका सीधा जवाब यही आएगा की मेरे बच्चे के पास समय ही नहीं हैं और यदि बच्चा खेलेगा तो पढ़ेगा कब। सबसे पहले हम सब को दिमाग से ये हटाना होगा की खेलने से बच्चे बिगड़ जाते हैं, या उनका पढ़ाई में मन नहीं लगता हैं।
खेलने से बच्चे का शारीरिक विकास ( Physical development ) तो होगा ही , उसके साथ ही साथ उसका मानसिक विकास ( Mental development ) भी होगा , इसलिए यदि आपके बच्चे पढ़ाई के साथ खेल में भी रूचि रखते हैं, तो उन्हें खेलने से मना ना करें।
बचपन (Childhood) से सबको कोई ना कोई खेल जरूर खेलना चाहिए , जिससे बड़े होने पर भी आप उस खेल को खेल सके। यदि आपने बचपन में कोई भी खेल नहीं खेला हैं, तो वह आपको कठिन भी लगेगा और आपको कोई रूचि भी नहीं आएगी।
अपने बच्चे का एक सही टाइम टेबल (time-table) बनाये और उसमे कुछ time खेल के लिए भी रखे, जिससे बिना किसी परेशानी की आपका बच्चा खेल सके। खेल का समय निश्चित (fix) होना चाहिए।
Sports क्यों जरुरी हैं ?
स्पोर्ट्स (Sports) से आपके बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास होगा। स्पोर्ट्स (Sports) खेलने से आप ज्यादा ऊर्जावान (energetic) महसूस करेंगे।
Sports वाले लोगो (Sports Person) की पर्सनालिटी भी अच्छी हो जाती हैं और जॉब के भी बहुत सारे अवसर मिल जाते हैं। स्पोर्ट्स से बच्चे का सर्वांगीण विकास होता हैं।
आज 2022 में खेल जगत में काफी अच्छा विकास हुआ हैं, पहले की अपेक्षा आज ज्यादा लोग खेल को महत्व देने लगे हैं। खेल के माध्यम से आज नौकरी के भी स्कोप बढ़ गए हैं।
आज नौकरी के हर क्षेत्र में स्पोर्ट्स कोटा की व्यवस्था की गयी हैं , जिससे लोगो का खेल की तरफ रुझान (interest) तो बढ़ेगा ही और ज्यादा से ज्यादा लोग Healthy रहेंगे।
अपनी पसंद का स्पोर्ट्स चुने (Sports name list)
नीचे दिए गए बहुत सारे खेल अलग अलग राज्यों (States) और देशो (Countries) में खेले जाते हैं, आप अपनी पसंद और सुविधा के हिसाब से कोई भी एक खेल खेल सकते हैं।
- सॉकर Soccer
- बास्केटबॉल Basketball
- टेनिस Tennis
- बेसबॉल Baseball
- गोल्फ Golf
- रनिंग Running
- टायक्वोंडो Taekwondo
- वॉलीबॉल Volleyball
- बैडमिंटन Badminton
- स्विमिंग Swimming
- बॉक्सिंग Boxing
- टेबल टेनिस Table tennis
- स्केटिंग Skating
- आइस स्केटिंग Ice skating
- रोलर स्केटिंग Roller skating
- क्रिकेट Cricket
- रग्बी Rugby
- पूल Pool
- डार्ट्स Darts
- फुटबॉल Football
- बोलिंग Bowling
- आइस हॉकी ice hockey
- सर्फिंग surfing
- कराटे karate
- हॉर्स रेसिंग horse racing
- स्नोबोर्डिंग snowboarding
- स्केटबोर्डिंग skateboarding
- साइकिलिंग cycling
- आर्चरी archery
- फिशिंग fishing
- फिगर स्केटिंग figure skating
- रॉक क्लाइम्बिंग rock climbing
- सूमो रेसलिंग sumo wrestling
- फेंसिंग fencing
- वाटर स्कीइंग water skiing
- जेट स्कीइंग jet skiing
- वेट लिफ्टिंग weight lifting
- स्कूबा डाइविंग scuba diving
- जुडो judo
- विंडसर्फिंग wind surfing
- किकबॉक्सिंग kickboxing
- स्काई डाइविंग sky diving
- हैंग ग्लाइडिंग hang gliding
- बंजी जंपिंग bungee jumping
खेलने के फायदे
- बीमारी से हमेशा दूर रहेंगे।
- आप हमेशा एक्टिव रहेंगे।
- आप हमेशा दोस्तों के बीच रहेंगे।
- खेल से भी जॉब और बिज़नेस , दोनों में स्कोप काफी हैं।
School में Sports Compulsory होना चाहिए
आज ज्यादातर स्कूलों में स्पोर्ट्स (Sports) कंपल्सरी हो गया हैं, और बच्चे को कोई भी एक स्पोर्ट्स चुनना जरुरी हैं। ऐसे में आप अपने बच्चे को अपने मन से किसी भी खेल को चुनने दे, क्योंकि जिस खेल में आपके बच्चे की रूचि होगी , उसमे वह ज्यादा अच्छा करेगा और उसका मन भी खुश रहेगा।
आज आप किसी भी उम्र में हो, आप अपनी छमता (Stamina) और रूचि (Interest) के हिसाब से कोई ना कोई खेल जरूर खेले। इससे आपका मन तो प्रसन्न रहेंगे ही बल्कि आप ज्यादा सोशल भी हो जाएंगे , स्वस्थ रहेंगे और ज्यादा से ज्यादा लोग आपके टच ( Touch) में रहेंगे।
खेलने से ये भी हैं , की आप बेकार की बातों में अपना समय गवाने से भी बच जायेगे।
आज ज्यादातर लोग सोशल मीडिया ( Social Media-Facebook, Insta, Twitter, Whatsapp and Youtube etc. ) पर ज्यादा एक्टिव हैं क्योंकि उनके पास कुछ करने को नहीं हैं, उनके पास दोस्त नहीं नहीं, लोगो से मिलना जुलना नहीं हैं, Life में कोई भी खेल नहीं हैं , इसलिए अभी भी समय हैं , आप खेले और अपनों को भी कोई ना कोई खेल खेलने के लिए प्रेरित करें।
आज खेल को हर क्षेत्र से ही बढ़ावा मिला हैं, चाहे स्कूलों से हो या फिर चाहे बॉलीवुड मूवीज हो। दर्शक भी खेल पर आधारित मूवीज को देखने में ज्यादा रूचि लेते हैं। क्योंकि कही ना कही हर कोई खेल की ताकत को और जरुरत को भी समझ चुका हैं।