Why students are not respecting teachers, इसकी शुरुवात कहा से हुयी, आइये समझते हैं। आजकल की बदलती दुनिया में आज का युवा भी बहुत speed से बदल रहा हैं, और इसी बदलती दुनिया में आज Respect की कमी हर किसी को महसूस होने लगी हैं, हालांकि सब एक जैसे नहीं हैं, कुछ बहुत अच्छे तो कुछ कम अच्छे हैं । Respect एक शब्द नहीं हैं, जीने की राह हैं, जीने की चाह हैं, यदि किसी भी व्यक्ति के जीवन में respect की कमी हो जाए तो उसका जीवन बहुत मुश्किलों से भर जाता हैं।
अक्सर एक बात सुनने में आती हैं कि respect को कमाना पड़ता हैं, ये बात कुछ हद तक ठीक हैं। जीवन में आप किसी भी चीज की चाहत को करने से पहले खुद वह चीज दूसरों के लिए करना सीखिए।
इस दुनिया में कोई भी कुछ भी सीखकर नहीं आया था, अच्छा और बुरा, सब कुछ यही सीखता हैं, इस बात से तो आप भी पूर्णरूप से सहमत होंगे।
Respect की शुरुवात घर से होती हैं, क्या आजकल के बच्चे अपने माँ -पापा को वह सम्मान देते हैं, जिनके वह वास्तव में हक़दार हैं, शायद नहीं, आज पश्चिमी सभ्यता इतना ज्यादा हावी हो गयी हैं, जिसके साथ नमस्ते की जगह Hi, Hey आ गया हैं, जिसके जिम्मेदार हम सब हैं, आज लोग अपनी भाषा, अपनी संस्कृति, अपनी भेषभूषा को भूलकर बाकी सब अपना चुके हैं।
आज लोग अपने गावं का नाम बताने में शर्माते हैं, आज हर कोई दिखावे (show off) की जिंदगी को जी रहा हैं, ऐसे में सबके प्रति आदर (Respect) की भावना भी कही लुप्त हो चुकी हैं। आज घरों में ही आप छोटे -मोटे functions में देख सकते हैं, बच्चें आराम से सीटों पे बैठे हैं, और घर के बुजुर्ग खड़े हैं, आज वह सम्मान नहीं हैं कि किसी बड़े के लिए कोई उठे, आज यदि बहुत भीड़ हैं, तो लोग अपने लिए सीट लेने के लिए एक दूसरे के साथ क्या कर दे, पता नहीं।
ऐसे बहुत से उदाहरण (example) हैं, जिन्हे आप सब ने भी notice किया होगा, पर अभी भी कुछ देर नहीं हुयी हैं, आप अपनी आने वाली generation को अच्छे विचार दे सकते हैं, उन्हें एक सही सोच दे सकते हैं, उन्हें समझा सकते हैं, कि कोई भी व्यक्ति जो उनसे उम्र में बड़ा हो, चाहे, कुछ सालों का ही gap ही क्यों ना हो, आपको उसे पूरा respect देना हैं, जिससे एक नए सभ्य समाज का निर्माण हो सकता हैं।
कोई आपके साथ चाहे जैसा व्यवहार करे, पर आपको जीवन में वही चीजे करनी हैं, जो पूर्णरूप से सही हो, जिन पर कोई भी ऊँगली ना उठा पाए, और वही चीजे जब आपकी आने वाली generation आपके साथ करे, तो आपको खुद पर गर्व हो कि आपने ऐसे संस्कार दिए, जो सच में सराहनीय हैं। ।
बचपन में अक्सर बच्चों की बहुत सी ऐसी बातों को अनदेखा कर देते हैं, जो बड़े होने पे बहुत घातक हो जाती हैं। आज एक छोटा बच्चा जब किसी बड़े को मारता हैं, तो लोग खुश होते हैं, मुस्कराते हैं, एक बच्चा जब चीजे फेंकता हैं, किसी भी चीज के लिए जिद करता हैं, तो लोग बहुत खुश होते हैं, गाली देता हैं, तो भी मुस्कराते हैं, तब वही बच्चा जब धीरे -धीरे उन छोटी -छोटी हरकतों को बड़ा रूप दे देता हैं, तो फिर क्यों बुरा लगता हैं, इस बारे में जरूर सोचे ।
अब आप समझ चुके हैं, की ये respect ना करने की आदत कहा से आयी, उसके खुद के घर से, इसलिए अपने बच्चों से खूब प्यार करिये पर उनकी कोई ऐसी बात ना माने, जिससे कल आपको भी दिक्कत हो, और इस समाज के लिए भी एक मुसीबत बन जाए।
एक ही स्कूल में पढ़ने वाले students में से क्यों कोई डॉक्टर तो कोई चोर बन जाता हैं क्योंकि जिसके आस -पास का जैसा वातावरण होता हैं, वह वैसा ही बनता चला जाता हैं, और जब तक अहसास होता हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती हैं।
Respect की कमी क्यों हैं, ये बात अब आप समझ चुके हैं, आइये अब बात करते हैं कि अब ऐसा क्या किया जाए जिससे आनेवाली पीढ़ी (generation) को एक अच्छी शिक्षा दी जा सके।
पति -पत्नी एक दूसरे को Respect दे –जब पति -पत्नी एक दूसरे को respect देते हैं, अच्छे से बात करते हैं, एक दूसरे की मर्यादा बनाये रखते हैं, तो ये सारी चीजे उस घर का वारिस (बेटा और बेटी) दोनों देखते हैं और ये अच्छी बातें उनके जहन में बस जाती हैं, जब वह बड़े होते हैं तो वह भी अपनी wife or husband को उतना ही respect देते हैं, जैसा की उन्होंने बचपन से अपने माँ -पापा के बीच में देखा हैं।
माता -पिता को respect दे –यदि आप अपने माँ -पाप को respect नहीं देते हैं, उनकी बात नहीं सुनते हैं, उन्हें ignore करते हैं, तो एक बात ध्यान रखे आपके बच्चे ये सारी चीजे देख रहे हैं, और आने वाले समय में ये सारी बातें आपके साथ भी होने वाली हैं, इसमें बच्चे का कोई दोष नहीं हैं, यदि किसी का दोष हैं, तो उस atmosphere का जिसमे वो पले -बड़े हैं।
एक छोटा बच्चा अपने घर से ही respect ना करने की आदत को develop करता हैं, और वही चीजे वह बाहर जाकर भी करता है, जिसका असर स्कूल में सबसे ज्यादा दिखाई देता हैं, कभी टीचर्स का disrespect तो कभी अपने सहपाठी का, तो कभी स्कूल में काम करने वाली किसी महिला का इत्यादि।
स्कूल में यदि कोई बच्चा इस तरह की हरकत करे, तो तुरंत उस बच्चे की काउंसलिंग करे, पेरेंट्स की हेल्प ले और उस बच्चें का सही मार्गदर्शन करे। टीचर एक बच्चे की जिंदगी में बहुत अहम् भूमिका रखता हैं और उसके अंदर इतनी छमता होती हैं, की वह शैतान से शैतान, बुरे से बुरे बच्चें को भी ठीक कर सकता हैं।
आज बढ़ती हुयी टेक्नोलॉजी की दुनिया में teachers भी जान चुके हैं की कैसे हर तरह के बच्चें को handle करना हैं, और वह बहुत अच्छे से कर भी रहे हैं, आज बच्चे घर में चाहे कितने भी शेर क्यों ना हो, पर टीचर के नाम से उनकी हवा टाइट हो जाती हैं, इससे ये पता चलता हैं कि टीचर्स कही ना कही students को ज्यादा अच्छे से समझ चुके हैं, और उन्हें कैसा manage करना हैं, ये बात भी वह बाखूबी समझ चुके हैं।
मुझे पूरा विश्वास हैं, कि आने वाले समय में हमारे समाज में हर कोई एक दूसरे को उतना ही प्यार और आदर देगा, जितने की उम्मीद वह खुद के लिए सबसे रखता हैं।
Happy Teachers Day ! Teachers are the backbone of our society. Thank You all the teachers, you all are doing tremendous job.
Be happy and Stay Healthy.