जो भी दुनिया में आया हैं वो सब लोग कही ना कही हर रिश्ते से जुड़े हैं । रिश्ता शब्द को बोलने से ही एक अहसान होता की कोई अपना । Tips for Healthy Relationship क्या हैं इसको समझने के लिए पूरी पोस्ट को ध्यान से पढ़ें ।
रिश्ते दो प्रकार के हो सकते हैं, एक जो जन्म से होता हैं और दूसरा जो हम खुद बनाते हैं । जन्म के रिश्तों में हमारे भाई-बहन, माँ, पिताजी, दादाजी, दादीजी और भी बहुत से रिश्ते ।
ये रिश्ते बहुत ही प्यारे होते और जहाँ प्यार होता हैं वह अनबन तो स्वाभाविक हैं । इन सब रिश्तों को पाने के लिए हमे एक रिश्ते में बंधना होता हैं वह हैं पति और पत्नी का रिश्ता । इस रिश्ते की बुनियाद पे ना जाने और कितने रिश्ते बन जाते हैं ।
आज कल ये भी देखा गया हैं की कई लोग इन रिश्तों को अच्छे से निभा नहीं पाते या वह तो बहुत अच्छा कर रहे हैं, लेकिन सामने वाले के तरफ से सही response नहीं आ रहा हैं ।
ये रिश्ते आसानी से तोड़ नहीं सकते , इसीलिए इस रिश्तों को जोड़ने से पहले सारी चीजे समझकर ही निर्णय लेना चाहिए ।
मम्मी और पापा का रिश्ता बड़ा ही अनोखा हैं , इस रिश्ते में एक आदर की भावना होती है इसलिए यहाँ पे अनबन कम होती हैं । इन सब में जो पति और पत्नी का रिश्ता हैं , इस रिश्ते में जितना प्यार होता हैं कभी कभी उतनी ही तकरार भी हो जाती हैं । उसका कारण यह हैं की इस रिश्ते में दोनों लोगो बराबर का महत्व रखते हैं , कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता, कह सकते हैं की ये रिश्ता एक दोस्त की तरह होता है, दोस्त वह है जिससे आप हर बात को कह सकते हैं ।
जहाँ एक तरफ ये रिश्ते दोस्त के जैसा होता हैं वही एक तरफ दुनिया में बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जो इस रिश्ते की बिलकुल भी वैल्यू नहीं करते , अपनी पत्नी को उतना सम्मान नहीं देते जितने की वह हकदार हैं , ऐसे लोगो अपनी पत्नियों को बराबर बैठने, उठने और बात करने पर भी रोक लगा देते हैं । लोगो किस समस्या वही हैं की रिश्ता तो बन गए पर अब निभाए कैसे ।
रिश्ता बनाना तो बहुत आसान हैं पर उसे निभाना उतना ही मुश्किल, एक अच्छे रिश्ते की चाहत तो दुनिया के हर इंसान को होती हैं , उसके लिए जितना हो सकता हैं , हर इंसान करता हैं । आज मैं आपको कुछ ऐसी टिप्स दूँगी जिससे आपके पति और पत्नी के रिश्ते नहीं बल्कि दुनिया में आपके द्वारा बनाये गए और भी रिश्ते मजबूत हो जाएंगे ।
Tips for Husband and Wife relationship
ईमानदारी (Honesty)
किसी भी रिश्ते को निभाने के लिए आपको एक दूसरे के प्रति ईमानदारी रखनी होगी , जिन रिश्तों में एक दूसरे को धोखा देने की भावना हैं ऐसे रिश्तें ज्यादा लम्बे नहीं चल पाते हैं इसलिए एक दूसरे के प्रति ईमानदार बने ।
कोई भी बात हैं, समस्या है, उलझन हैं, किसी भी तरह की मानसिक या शारीरिक समस्या हैं तो खुलकर अपने जीवन साथी से बताये । जीवन साथी का तो मतलब ही यही हैं की आपके पूरे जीवन में आपके साथ ।
सम्मान (Respect)
एक दूसरे को समान नजर से देखें , कोई भी छोटा या बड़ा नहीं, कोई भी अमीर या गरीब, कोई भी ज्यादा ब्यूटीफुल/हैंडसम, कोई ज्यादा इंटेलीजेंट और कम इंटेलीजेंट से ना आंके बल्कि जो भी जैसा भी हैं आप उसे और बेहतर कैसे बना सकते हैं इसके बारे में सोचे और उसे पूरा करें और एक दूसरे का सम्मान करे ।
सबके सामने एक दूसरे से झगड़ा ना करे , अगर कोई बात हैं तो अकेले में बैठकर बात करे ।
प्यार (Love)
एक दूसरे से बहुत प्यार करें क्योंकि प्यार वह अहसास है जिसके जीवन में ना होने से भी इंसान अपने आप को बहुत अकेला और असहाय महसूस करने लगता हैं , एक दूसरे का प्यार ही तो होता है जो एक अजनबी इंसान को आपकी जान बना देता हैं , इसलिए हमेशा एक दूसरे की छोटी छोटी बातों का ध्यान रखे, एक दूसरे के देखभाल करें, एक दूसरे को सहयोग करे, एक दूसरे को समझे और जीवन का लुफ्त उठाये ।
ख़ुशी (Happiness)
एक दूसरे की ख़ुशी में खुश हो, चाहे आपकी पत्नी की सफलता हो या चाहे आपके पति की सफलता हो, या कोई छोटी या बड़ी ख्वाइश के पूरा होने पर खुशिया मनाये, अपने छोटे – छोटे पलों को enjoy करें , हंसी और मुस्कराहट तक अपने आप को सीमित ना रखे बल्कि खूब जोर – जोर से ठहाके लगाए ।
सुख और दुःख दोनों बाँटें (Share joy and sorrow)
जब जीवन मिला तो इसके साथ सुख और दुःख भी मिले, तो इन बातों से घबराये ना बल्कि सही समय पर सही निर्णय को लेकर अपनी बुद्धि प्रदर्शन करें और दुनिया में आप ही दुखी या सुखी हैं , इस सोच से बचे बल्कि आपका जीवन चाहे जैसा हो, आप सिर्फ उसे एन्जॉय करे।
एक दूसरे से सीखते रहिये (Keep learning from each other)
जीवन में हमेशा सीखते रहिये चाहे वह फिर किसी भी क्षेत्र से ही क्यों ना और आपस में एक दूसरे से भी सीखते रहिये ।
एक साथ घूमने जाए (Go for a walk together)
रिश्तों को प्यार और विश्वास बढ़ाने के लिए कभी – कभी बाहर घूमने जाए, ऐसा करने से आप दोनों ही जीवन में काफी सकारात्मक महसूस करेंगे ।
एक दूसरे के प्रति अच्छी भावना रखे (Have good feelings for each other)
एक दूसरे के प्रति सकारात्मक सोच रखे , और अगर कोई विचार आपको मानसिक रूप से परेशान कर रहा हैं तो आपस में एक – दूसरे से बात करें ।
बुद्धि का प्रयोग (Use of intelligence)
हमेशा अपने दिमाग का प्रयोग करें, सुनी सुनाई बातों पर विश्वास ना करें , अगर मन में कोई भी संदेह हैं तो उसे बात आकरके दूर करें ।