Love your life अपनी ज़िंदगी से प्यार करो और खुद पर ऐतबार करो।
हर दिन एक उमंग के साथ जीवन चलता रहता हैं,
कभी छाँव तो कभी धूप का साथी बनना पड़ता हैं,
हर कोई हर पल ना जाने कितने सपनों को बुनता रहता हैं,
कोई खुली आँखों से तो कोई बंद आँखों से जीवन जीता रहता हैं,
देखा जाए तो हर कोई अपनी ही दुनिया को सजाना चाहता हैं,
दिल में चाहे ग़मों का समंदर हो फिर भी ये दिल मुस्कराना चाहता हैं,
जीवन की इस शतरंज को हर किसी को खेलना ही पड़ता हैं,
ये जिंदगी ऐसी ही हैं कभी जीतना तो कभी हारना पड़ता हैं,
ऐसे ही जिंदगी के एक -एक दिन बीत जाते हैं,
जिसके पास जो हैं वो उससे अपनी दुनिया सजाते हैं,
कौन अपना हैं और कौन पराया हैं इस पर तू गौर ना कर,
जो मिले प्यार से उसी के साथ जिंदगी में आगे बढ़,
क्योंकि शिकायतों से कभी भी किसी को कुछ ना मिला हैं,
इरादे बुलंद हो तो अगर तो कीचड में भी फूल खिला हैं।
जिन पर ऐतबार था सबसे ज्यादा उन्होंने धोखा दिया,
जो खास था रिश्तों में सबसे ज्यादा उन्होंने अनदेखा किया,
सोचा नहीं था ऐसे भी मोड़ आएंगे जिंदगी में,
लब हसेंगे पर आँखों से आंसू निकल जाएंगे,
जितना सोचू की अब और नहीं सोचूंगी,
अपने दिल की तमन्नाओं को अब और नहीं रोकूंगी,
उतना ही धीरे -धीरे जिंदगी से दूर जा रही हूँ,
दिल में गम को छुपाये जिंदगी के गीत गा रही हूँ।
लोग गैरों से नहीं अपनों से डरते हैं,
लोग गैरों से नहीं अपनों से संभलते हैं,
पर कब अपना – पराया और पराया – अपना बन जाएगा,
किसी को पता चल पायेगा और किसी को कुछ पता ही ना चल पायेगा,
इसलिए जिंदगी की डोर को तुम कस के पकडे रहना,
दुःख आये चाहे जितना तुम बस आगे बढ़ते रहना।
हम मुस्कराते हैं, तो उनको लगता हैं की हम खुश हैं,
हम चहकते हैं तो उनको लगता हैं की हम खुश हैं,
वो नहीं जानते हैं ये तो बहाना हैं दर्द को छुपाने का,
और कोई ऑप्शन नहीं हैं अब और आगे जाने का,
ना सोचो ज्यादा बस तुम मुस्कराते जाओ,
जो अच्छा लगे उसे तुम दिल से अपनाओ,
क्योंकि हर रिश्ते से तुम एक कहानी बनाओगे,
इसलिए दूसरों से पहले खुद पर विश्वास करना सीखो,
जिंदगी कठिन हैं पर तुम हर हाल में आगे बढ़ना सीखो।
किसी को खुद की याद दिलाने की कोशिश ना करना,
हर कोई एक दिन तुम्हे भूल जाएगा,
जिसके लिए जितना काम आओगे तुम,
उतना ही करीब तुम्हे कोई अपने लाएगा,
कुछ लोग समझते हैं काम पर बात क्यों करना,
क्यों किसी के दिल के टूटे तारों को बुनना,
पर जो समझदार हैं यहाँ जिंदगी में लोग,
वह हर पल किसी के काम आये जा रहे हैं,
ये जिंदगी तो दुखों से भरी ही हैं सबकी,
पर जिनमे हौसला हैं जीने का वो मुस्कराये जा रहे हैं,
अपनी ख़ुशी और अपने दुःख का बोझ तुम खुद क्यों उठाते नहीं,
अन्धेरा बहुत घना है समझ में आता हैं,
पर तुम क्यों रौशनी का एक दिया जलाते नहीं,
खुद से उम्मीद कर और जो चाहिए उसे पा लो,
मैं शिखा हर बार, बार -बार यही कहूँगी
अभी भी टाइम बचा हैं तेरे पास देर ना कर ज़रा मुस्करा लो,
मैंने समय से पहले सब कुछ उलट -पलट होते हुए देखा हैं,
कैसे कहूँ कई बार मैंने अपने दिल को आँधियों से रोका हैं,
हर किसी को सुन लो कुछ बातें तो समझ लो,
जिंदगी अनमोल तेरी और उसकी भी है,
ये बात जितना जल्दी हो सके तुम समझ लो।
जब ख्वाईशें बढ़ जाए तो अपने हालातों को संभाल लेना,
दिल की बातों को तुम होंठों पर ज़रा संभाल कर लेना,
हर वक़्त मुश्किल में भी तुम हौसला रख लेना,
गिरों बेशक मगर तुम बार -बार गिरकर भी संभल लेना,
ये वादे -इरादें सब वक़्त के साथ सब बदल जाएंगे,
हम गिर -गिर कर संभलना एक दिन सीख ही जाएंगे,
अक्सर दूसरों की जिंदगी आसान और अपनी कठिन लगती हैं,
महफ़िल ग़मों की ही क्यों ना हो पर फिर भी सजती हैं,
क्योंकि हर गम को बताया नहीं जा सकता हैं,
दिल में ख़ुशी हो या गम छुपाया नहीं जा सकता हैं,
ये मन तो कहता हैं सब कुछ अपने मुताबिक हो,
पर इस तक़दीर से कौन लड़ पाया हैं,
जब -जब आये दुःख इस अनमोल जिंदगी में,
हर कोई खुद रोये और खुद चुप हो पाया हैं,
सब कुछ संभल जाएगा जरा कुछ वक़्त तो दे दो,
जो करते हो हर रोज अपने दिल से बातें वो अब दुनिया से कह दो,
छुपा कर राज दिल में दुनिया से कुछ हासिल नहीं होगा,
हर कोई इस दुनिया में तेरे साथ के लिए काबिल नहीं होगा,
ना सोच को तुम अपनी एक गलत रफ़्तार देना,
किसी के लिए गलत बोलने से पहले तुम खुद को रोक लेना,
क्योंकि तुम्हे तो खुद से जीतना हैं कहा औरों में उलझे हो,
तुम इतने मासूम हो, भोले हो और बहुत सुलझे -सुलझे हो,
जितनी भी तारीफ करू तुम्हारी कम ही लगती हैं,
मैंने ये दिल और जज्बातों को सम्भाले रखा हैं,
दिल की नजरों से देखोगे तो हर कोई यहाँ सच्चा हैं,
हर किसी को अपने हिसाब से ये जिंदगी जीने दो,
जो दिल में बात हो उसे खुलकर कहने दो,
ऐसा ना हो वक़्त के साथ सब -कुछ बदल जाए,
और वक़्त निकल जाने के बाद ये मन पछताए,
गैरों को बदलने से अच्छा हैं खुद को बदल डालों,
इस कठिन जिंदगी को जीने के लिए तुम थोड़ी हिम्मत कर डालों,
तुम हर तूफ़ान हर मुसीबत से लड़ पाओगे,
किसी के दिल को नहीं तुम अपने दिल को समझाओगे।
मन की उम्मीदों को तुम पंख दे देना,
मेरी बेरंग दुनिया में तुम कुछ रंग दे देना,
मैं तो थोड़ी ख़ुशी से भी अपनी दुनिया सजा सकती हूँ,
आँधिया आये चाहे कितनी भी मैं तो मुस्करा सकती हूँ,
क्योंकि मैंने तो बचपन में ही जिंदगी से लड़ाई कर ली थी,
किताबों से ज्यादा जिंदगी की पढ़ाई कर ली थी।