जीवन में लोग आपके हिसाब के नहीं होंगे, कि जैसा आप चाहे वैसे लोग मिले। How to develop people management skill, Today हर कोई अपने हिसाब से रहना चाहता हैं और देखा जाए तो इसमें कोई बुराई भी नहीं हैं, सभी को अपने हिसाब से जीने की आजादी हैं।
एक बात ये तो सच हैं कि इस दुनिया में आपको बहुत से ऐसे लोग मिलेंगे जिनके साथ आपको manage करना थोड़ा मुश्किल हो सकता हैं, पर यदि थोड़ा धैर्य (Patience) से काम लिया जाए तो बड़ी ही आसानी ही सबको समझा जा सकता हैं। ऐसे में बहुत से लोग तो ये कहेंगे कि हमे किसी को समझने की कोई जरुरत नहीं हैं, ऐसा नहीं हैं, इस जीवन यात्रा को आपको अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के लोगों के बीच में पूरा करना होगा।
आज हम दूसरे में सुधार की बात नहीं करेंगे बल्कि अपने आपको ऐसा बनाने के लिए प्रयास करेंगे, जिससे कोई भी व्यक्ति किसी के साथ एक सही best relationship बना सके और इस जीवन को positive रूप से जी सके क्योंकि यदि आप अपने आस -पास के लोगों के साथ खुश नहीं हैं, तो आप ना ही खुश रहेंगे और ना ही किसी और को खुश रख पाएंगे।
आपको सबके साथ manage करने के लिए कुछ बातों को अपनाना होगा, हो सकता ये आपके लिए मुश्किल हो, पर इसके अलावा और कोई रास्ता भी नहीं हैं, इसलिए इस पर गौर करें और समय रहते अपने अंदर ये changes करे, जिससे आप सभी प्रकार के लोगो के साथ manage करने में सक्षम हो पाएंगे।
किसी की बात ना काटे
देखिये, जब तक आपकी कोई राय ना मांगे, आप चुप रहे क्योंकि बिना वजह बोलने से रिश्ते बनते नहीं बल्कि बनने वाले रिलेशन भी ख़राब हो जाते हैं। आज ज्यादातर लोग अपनी बात को ऊपर रखने के चक्कर में हर छोटी -बड़ी बात को बीच में काट देते हैं, और खुद को सही और सामनेवाले को गलत सिद्ध करने में अपनी जी -जान लगा देते हैं, जो की बहुत गलत हैं।
कभी सोचा हैं कि क्या आप इस संसार में सिर्फ लोगो की कमियां निकालने आये हैं, नहीं ना, ऐसे में आज ही खुद से वादा करे, कि मैं किसी की छोटी -बड़ी बात को तब तक नहीं काटूंगा, जब तक उस बात से किसी का अहित ना हो।
अगर आपकी किसी एक से नहीं बन रही हैं, तो समझ में आता हैं, परन्तु यदि आपकी सबसे नहीं बन रही हैं तो आपको इस पर विचार करना चाहिए और अपने व्यवहार को समय के अनुकूल बदल लेना चाहिए और जीवन में आगे बढ़ने के लिए खुद को बदलने में कोई बुराई नहीं हैं।
लोगो के बीच भेद -भाव ना करे
सबके साथ एक जैसा व्यवहार करे, हालांकि ये मुश्किल हैं, पर नामुमकिन नहीं हैं।
इस संसार में कोई भी परमानेंट नहीं हैं, ना ही ये जीवन और ना ही रिश्ते, इसलिए कभी भी ऐसा ना सोचे कि किसी एक साथ जीवन कट जाएगा, समय आने पर लोग भी बदलेंगे और सोच भी बदलेगी, ऐसे में सबके साथ ऐसा व्यवहार करे, जिससे आपके ऊपर कोई ऊँगली ना उठा पाए कि आप गलत हैं।
कोई कुछ भी कहे आप अच्छे बनने का नाटक नहीं बल्कि सच में अच्छे बने, और अपने कर्मों को इतना अच्छे रखे जिससे आपका जीवन सुखमय बने।
हमेशा सोचे कि मेरी तरफ से कोई गलती ना हो, बाकी जो जैसा बोएगा वो वैसा ही काटेगा, ये बात तो आपको भी पता हैं।
आप हमेशा अच्छा सोचे
कभी दिल और दिमाग एक जैसा नहीं सोचता, दिल जिसे सही कहता हैं, दिमाग उसे गलत कहता है, ऐसे में अपने दिल और दिमाग दोनों को संतुलित रखे और अपनी सोच को इस तरह से develop करे, जिससे सबका भला हैं।
किसी भी इंसान की आज की सोच और उसकी करनी ही, उसके भाग्य को बनाती है। आज आप किसी के प्रति जैसी सोच को बनाएंगे वो व्यक्ति आपके लिए वैसा ही बनता चला जाएगा, इसलिए अपनी सोच को हमेशा नियंत्रित रखे, उसे खुद पर हावी ना होने दे और हमेशा अच्छे और बुरे में फर्क करने सीखे।
खुद से कोई गलती ना करे और अगर हो जाए तो अहसास करे
आज हर कोई इतना समझदार हैं कि उसे पता हैं कि क्या गलत हैं और क्या सही हैं, ऐसे में अपनी समझ के अनुसार कोई गलती ना करे और अगर आपको समझ में ना आये तो आप अपने माता -पिता से पूछे क्योंकि दुनिया में आपको इनसे ज्यादा सही बात कोई और नहीं बताएंगा और आप चाहे इनसे कितने भी ज्यादा पढ़े और लिखे क्यों ही ना हो, इनके समान आपको सही बात कोई नहीं बताएंगा।
जितना जरुरी हो उतनी बात करे
कम और अच्छा बोले, क्योंकि अनावश्यक बोलने से कोई फायदा नहीं होता हैं और जाने -अनजाने में किसी का दिल दुःख गया तो और मुसीबत, क्योंकि आपको नहीं पता की आपकी कोई सही बात भी किसी के दिल को चोट पहुंचा सकती हैं, ऐसे में हमेशा सोच समझकर ही बोलने में समझदारी हैं।