How to control your emotions, क्योंकि यदि emotions को सही समय पर control ना किया जाए, तो कभी -कभी इसके बहुत दुखद परिणाम हो सकते हैं। दुनिया में हर इंसान किसी ना किसी बात को लेकर इमोशनल होता हैं, पर बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो बात -बात पर अपने emotions को control नहीं कर पाते हैं, जिसकी वजह से ऐसे लोग ना चाहते हुए भी, दुखी हो जाते हैं।
लम्बी साँस ले, और आगे बढ़े
जीवन में कई बार होगा, जब आपको अंदर ही अंदर सबसे ज्यादा तकलीफ महसूस होगी, और आप अपने आप को बहुत मुश्किल में पाएंगे, ऐसे में सबसे ज्यादा मुश्किल होता हैं, अपने emotions पे control करना क्योंकि यदि आप हर जगह अपने emotions को दिखाएंगे, तो भी कही ना कही आप लाइफ में मुश्किल में पड़ जाएंगे, और आपके आस -पास के लोग आपके emotions का मजाक और फायदा भी उठा सकते हैं।
Emotional Situation में ज्यादा react ना करे
जीवन में किसी भी बात पर आप कैसे react करते हैं, ये सबसे ज्यादा मायने रखता हैं। कभी -कभी किसी भी छोटी बात पर ही आँखों से आंसू निकल जाते हैं, और कभी -कभी रोने वाली बात पर भी रोना नहीं आता हैं, ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि हर व्यक्ति के लिए उसका emotional point and emotional relationship अलग -अलग होता हैं।
दुनिया में कोई भी व्यक्ति एक बात को लेकर emotional नहीं हैं, सबके लिए अलग -अलग व्यक्ति और अलग -अलग सिचुएशन होती हैं।
आप लाइफ में जितना कम react करेंगे, आप अपने दुखों, परेशानियों और उलझनों को उतना ही ज्यादा अच्छा manage and handle कर पाएंगे। जैसे किसी के लिए exam में top करना जरुरी हैं और किसी के लिए सिर्फ exam पास करना ही emotional factor हैं।
हर व्यक्ति अपनी सिचुएशन के हिसाब से emotional होता हैं।
Slow Walk के लिए निकल जाए
जब भी लाइफ में अकेलापन महसूस करे, emotional हो, उस समय एक लम्बी slow walk पर निकल जाए, और सोचे की आप उस सिचुएशन से कैसे बाहर निकल सकते हैं।
कभी -कभी अकेलेपन में हम ऐसी चीजों को समझ लेते हैं, जो हमे भींड़ में समझ में नहीं आती हैं, इसलिए walk पे जाए और अपने emotions को अपनी लाइफ को अच्छा करने के लिए यूज करे।
लाइफ में जो भी व्यक्ति जिस चीज को लेकर emotional and real हैं, वह उसे एक ना एक दिन पा ही लेता हैं।
खुद की परेशानी का सही कारण पता करे, और उसको दूर करने का उपाय भी
कई बार हम क्यों दुखी होते हैं, हमे लाइफ में क्या चाहिए, ऐसी कौन सी बात हैं, जो अंदर ही अंदर खाये जा रही हैं, इसके बारे में हमे पता ही नहीं होता हैं और बेकार में हम अपने आज को ख़राब करने पर तुले रहते हैं इसलिए लाइफ में जब भी इमोशनल महसूस करे, तो एक बार जरूर सोचे कि क्या अभी इसकी जरुरत हैं, या नहीं।
जब आपको अपनी प्रॉब्लम का पता होगा, तो आपको ये भी पता होगा कि आप उस समस्या से कैसे बाहर निकल सकते हैं, इसलिए लाइफ में घबराइए मत, और कभी भी ये मत सोचिये, कि समस्या आपसे बढ़कर हैं।
जब आप आराम से बैठकर उस प्रॉब्लम के बारे में सोचेंगे, तो कोई ना कोई रास्ता जरूर निकलेगा।
योगा और मैडिटेशन करे
योगा और मैडिटेशन दोनों हमारे जीवन में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। Emotional होना एक मानसिक अवस्था हैं, जिसे आप योगा और मैडिटेशन के जरिये और ज्यादा अच्छे से मैनेज कर पाएंगे।
दिन में जब भी आपको समय मिले, आप योगा और मैडिटेशन के लिए कुछ समय जरूर रखे क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का विकास होता हैं।
स्वास्थ्य भी आज ऐसा विषय हैं, जिसके पास नहीं हैं, उसे इसकी वैल्यू पता हैं इसलिए अपनी हेल्थ को सबसे ज्यादा महत्व दे।
अपनी physical, mental and financial health का ध्यान रखे
देखिये, जब भी कोई व्यक्ति emotional होता हैं, तो उसके तीन मुख्य कारण हैं, कोई भी व्यक्ति या तो अपनी फिजिकल हेल्थ, या अपनी मेन्टल हेल्थ और या फिर अपनी फाइनेंसियल हेल्थ को लेकर इमोशनल होता हैं, इसलिए सबसे पहले इन तीनो को strong and stable करिये, जिससे आप खुद की help तो कर ही सके, अपने जैसे बहुत से लोगो की life को भी एक सही दिशा दिखा सके।
Strong Love Relationship बनाये
जीवन में चाहे जिससे भी रिलेशन बनाये, स्ट्रांग बनाये, ऐसे रिश्ते जो सच्चाई, ईमानदारी और प्यार की बुनियाद पर खड़े हो क्योंकि जीवन में वे व्यक्ति ज्यादा जल्दी emotional होते हैं, जो जीवन में अकेलापन महसूस करते हैं, इसलिए दिल से लोगो से प्यार करिये।
आपको जीवन में दूसरों से क्या चाहिए, वही आप लोगो को देना शुरू कीजिये क्योंकि अक्सर हम लेना तो बहुत कुछ चाहते हैं, पर देना नहीं, इसलिए आप शुरुआत कीजिये और एक मजबूत रिश्ते की मजबूत नीवं बनाइये, क्योंकि नीवं जितनी मजबूत होगी, घर भी उतना ही ज्यादा मजबूत होगा।
अपनों के साथ रहिये, उनसे प्यार कीजिये, कभी मन में किसी के लिए अगर कुछ negative feelings आ भी जाए, तो उन feelings को अपने ऊपर हावी न होने दीजिये। अपनी feelings के बारे में खुलकर बात करे।
अपनी भावनाओं को कण्ट्रोल में रखे
अपने emotions पर थोड़ा कण्ट्रोल भी बहुत जरुरी हैं, क्योंकि लाइफ में कई बार ऐसा होगा, जब आपको लगेगा, कि अब आप से मैनेज नहीं होगा, उस समय ठन्डे दिमाग से अच्छा -बुरा, दोनों पहलुओं के बारे में सोचिये और फिर उचित निर्णय ले।
अक्सर जो चीज आपके लिए सही हैं, वो दूसरे को ठीक नहीं लग रही हैं, ऐसे में आपको बहुत ही धैर्य रखने की जरुरत हैं क्योंकि सिचुएशन को अपने अकॉर्डिंग बनाने के लिए आपको सबसे पहले अपनी feelings पर कण्ट्रोल करके सिचुएशन के हिसाब से चीजों को handle करना सीखना होगा।
Social Activity में participate करे
कोई भी व्यक्ति जब अकेला होता हैं और वह ज्यादा लोगो के साथ उठता -बैठता नहीं हैं , तो उसे ऐसा लगता हैं, कि इस दुनिया में वही एक अकेला व्यक्ति हैं, जो मुसीबतों से घिरा हैं, बाकि तो सब life के मजे लूट रहे हैं, पर जब आप थोड़े social होते हैं, लोगो के बीच में उठते -बैठते हैं, तो आपको आपके जैसे और आपसे ज्यादा परेशान और दुखी लोग मिलते हैं, ऐसे में आप अपने इमोशन को मैनेज करना सीखते हैं।
आप एक सही mindset को पाते हैं, कि ये समस्या कॉमन हैं, आप इस दुनिया में अकेले नहीं हैं, और आप उस emotional situation से कैसे बाहर निकल सकते हैं, इसके बारे में भी आपको आईडिया लगता हैं।
जब भी किसी से मिले तो सबसे पहले उसे सुने, क्योंकि आप जितना ज्यादा सुनने की आदत को develop करेंगे, आप उतना ही ज्यादा अपने emotions को कण्ट्रोल करने की टेक्निक को सीखते जाएंगे।
ऐसा अक्सर होता हैं, हमे लगता हैं, कि हमारे पास ये नहीं हैं, हमारे पास वो नहीं हैं, लेकिन जब हम अपने से कम स्टेटस वाले लोगो को देखते हैं, तो समझ में आता हैं, कि हमे क्या मिला हैं, इसलिए आपके पास जो हैं, उसके लिए ईश्वर को धन्यवाद भी करे।
जो व्यकित जितना ज्यादा लोगो से मिलेगा, उनकी बात को सुनेगा, उसका अनुभव उतना ही ज्यादा बढ़ता जाएगा, और उसी दिन से वह व्यक्ति हर उस चीज के लिए धन्यवाद कहना शुरू कर देगा, जो आज उसके पास हैं।
कभी हॉस्पिटल जाकर देखिये, लोग क्या face कर रहे हैं, कभी कचेहरी जाकर देखिये, लोग सालों से चक्कर लगा रहे हैं, कोई अपनी सूनी गोद को भरने के लिए मंदिरों, चर्चों और गुरुद्वारों के चक्कर लगा रहा हैं, तो कोई किसी बात को लेकर emotional हो रहा हैं कहने का मतलब ये हैं, कि इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति दुखों से परे नहीं हैं, हर कोई, कोई ना कोई समस्या से जूझ रहा हैं।
अपने विचारों को पॉजिटिव रखे
कोई भी व्यक्ति emotional कब होता हैं, जब वह किसी चीज को पाने के लिए लगातार मेहनत करता हैं, तब भी वह चीज उसे मिलेगी, या नहीं मिलेगी, इस बारे में कोई भी surety नहीं हैं। एक अच्छा विचार जीवन को खुशियों से भर देता हैं, और वही एक गलत विचार आपको जीवन भर के लिए emotional and sad बना देता हैं।
मैं ये नहीं कह रही हैं, कि आपके साथ जो हो रहा हैं, वह सब अच्छा हो रहा हैं, मैं तो सिर्फ ये कह रही हूँ, कि आप किसी भी व्यक्ति के लिए अपनी ओर कुछ बुरा ना सोचे ओर लोग आपके लिए क्या सोच रहे हैं, इस बात पर कतई ध्यान ना दे क्योंकि बहुत सी बातें और situatons आपके बस में नहीं हैं।
आपका काम हैं, खुद के दिमाग को स्वस्थ रखना क्योंकि सारा खेल इसी का हैं। जब ही कोई व्यक्ति emotional होता हैं, तो उसके साथ कुछ तो ऐसा हुआ होता हैं, जो उसे नहीं पसंद आया, जीवन में ऐसी situations कई बार आएँगी, जब चीजें आपके मुताबिक नहीं होगी, पर ऐसे में आप अपने मन और दिमाग को सही दिशा दिखाए।
अपने mood को खुद के बस में रखे
आप किसी को भी इस बात की इजाजत ना दे कि कोई भी आपका mood ख़राब कर दे, इसके लिए आपको खुद को समझना होगा, कि आपके करीबी दोस्त या रिश्तेदार जो कुछ भी कर रहे हैं, वह अपने हिसाब से कर रहे हैं, हो सकता हैं, वह चीज उनकी नजर में ठीक हो, इसलिए कभी भी किसी भी बात को अपने ऊपर हावी ना होने दे, जिससे आप इमोशनल हो, और आपका दिन या रात ख़राब हो।
जीवन में लोगो की बातों पर इतना ज्यादा ध्यान ना दे, कि आपका जीना मुश्किल हो जाए। आपका mood कोई भी ख़राब नहीं कर सकता हैं, ये बात दिल और दिमाग में बिठा लीजिये और वही कीजिये जो आपको बचपन से लगातार बताया जा रहा है, कि एक कान से सुनिए और एक कान से निकाल दीजिये।
जीवन में आत्म -विश्वास रखे
दुनिया में अगर आपको सबसे ज्यादा किसी पर भरोसा होना चाहिए, तो वो आप हैं। अपने आप पर विश्वास रखे, कि आप इस लाइफ को अच्छे से लीड कर सकते हैं, और बहुतों की जिंदगी में भी value add on कर सकते हैं।
अपनी बात को कहना सीखें
जो लोग अपनी बात को कह नहीं पाते हैं, ऐसे व्यक्ति अंदर ही अंदर emotional होते चले जाते हैं। ऐसे लोग अपने मन में ये बात बिठा लेते हैं, कि उन्हें सुनने वाला कोई नहीं हैं, उन्हें कोई नहीं समझता हैं, और जब कोई अन्य व्यक्ति इनसे friendship or love करता हैं, तो ये बहुत emotional हो जाते हैं, इसलिए अपने घर से शुरुआत कीजिये, अपने घरवालों से अपनी बात कहने में मत घबराईये और माता -पिता, भाई -बहन, पति -पत्नी सभी को चाहिए कि वह आपस में एक दूसरे की feelings को समझे और एक -दूसरे के प्रति आदर भी रखे।
देखिये कोई भी किसी के दिल में झांखकर नहीं देख सकता हैं, कि अंदर क्या चल रहा हैं, आप किस अवस्था में हैं, आप किन परेशानियों को झेल रहे हैं, ऐसे में ये आपकी duty हैं कि आप अपने अपनों से अपने दिल की बात को खुलकर कहे, और जब आप अपनी बात को कहेंगे, तो कोई ना कोई solution जरूर मिलेगा।
लाइफ में एक दूसरे के साथ कदम से कदम मिलाकर चले, एक दूसरे के लिए खड़े रहे और कभी भी किसी को अकेला ना होने दे, और फिर देखिये emotions आपको control नहीं करेंगे, आप emotions को कण्ट्रोल करेंगे और आप अपनी लाइफ में और ज्यादा सफल होंगे।
कुछ कामों को मना करना भी सीखें
आप रोबोट नहीं हैं, इसलिए हर काम को करने के लिए हामी ना दे, आपसे जितना हो सके उतना ही काम करे। अक्सर हम बहुत से वायदे कर देते हैं और जब उन्हें समय पर पूरा नहीं कर पाते हैं, तो उसी बात को लेकर emotional हो जाते हैं।
आप एक इंसान हैं, आपके अंदर भी एक दिल हैं, इसलिए सबके लिए सब कुछ करे, पर अपने लिए भी तो थोड़ा कुछ करे क्योंकि जब आप खुश होंगे, सफल होंगे, तो आप ज्यादा अच्छी लाइफ को lead कर पाएंगे।
किसी के आगे दुखड़ा रोने से बेहतर हैं, जिससे परेशान और दुखी हैं, उससे कहे, क्योंकि ऐसी situation में वही एक अकेला व्यक्ति हैं, जो आपकी help कर सकता हैं।
अक्सर लोग ये गलती करते हैं, जिसके लिए इमोशनल हैं, उसे तो कुछ नहीं बोलते हैं, बाकि सारी दुनिया को पता होता हैं, ऐसी गलती आप ना करे जिसके लिए जो भी महसूस करते हैं, फिर चाहे अच्छा हो या फिर बुरा हो, उसे दिल खोलकर बताये क्योंकि emotions को जितना दबाएंगे, ये आपको उतना ही परेशान करेंगे।
खुद के लिए समय निकाले
दुनिया में हर कोई सबसे ज्यादा खुद से प्यार करता हैं, ये बात बिलकुल सच हैं और देखा जाए तो सही भी हैं, क्योंकि जब आप खुद से प्यार करेंगे, तो आप दूसरों से भी प्यार कर पाएंगे। आज ना जाने कितने लोग ऐसे हैं, जो सबके लिए तो सब कुछ करते हैं, पर जब अपने लिए कुछ करने की बारी आती हैं, तो पीछे हट जाते हैं, जो कि बिलकुल गलत हैं।
ईश्वर भी कहता हैं, कि सबसे पहले खुद को दे, क्योंकि जब आप खुद को देंगे, और आप अपने आप को ज्ञान, धन और स्वास्थ्य से भर देंगे, तो वही चीजें आप दूसरों को भी देंगे।
जीवन में सदैव ध्यान रखिये, कि जिसके पास जो होता हैं, वही देता हैं, इसलिए खुद को थोड़ा समय दे, और आराम से सोचे कि आपका मन क्या चाहता हैं, इससे आप अपने emotions को बहुत अच्छे तरीके से मैनेज कर पाएंगे।