रिश्तों के बिना कोई रह नहीं सकता हैं, और ये भी सच हैं जहा चार बर्तन होंगे वहा आवाज तो होगी ऐसे में How to be mature in relationship to everyone एक बड़ा मुश्किल विषय हैं, जिसमे ज्यादातर लोग कही ना कही फेल हो जाते हैं। दुनिया में आपको एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिलेगा जिसके बारे में हर कोई तारीफ करे, कोई ना कोई कमी, कोई ना कोई जरूर निकाल देगा फिर चाहे आप कितने ही अच्छे क्यों ना हो।
एक बात तो हम सब को पता हैं की इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति अकेले नहीं जी सकता हैं, फिर चाहे खुशिया share करनी हो या फिर कोई दुःख share करना हो।
आज रिश्तों को चलाने के लिए सबसे ज्यादा अगर किसी चीज की जरुरत हैं तो वह हैं maturity। Maturity का मतलब हैं अपनी बात को इस तरह से कहना की सामने वाले को बुरा भी ना लगे और अपने दिल का हाल भी कह दे। एक बात तो आप भी feel करते होंगे की जब relationship अच्छे होंगे जिंदगी को जीने का मजा तो तभी आएगा। लोग आपसे खुश नहीं हैं आपके पीठ – पीछे मुँह बना रहे हैं, आपको भला बुरा कह रहे हैं या फिर आप चाहे जितना अच्छा कर चुके हो, फिर भी no appreciation तो ऐसी situation में कोई भी दुखी हो जाएगा।
रिश्तों को बचाओ, नहीं तो समय के साथ इस में भी जंग लग जायेगी और एक बार अगर ख़राब हो गये तो फिर आप उन्हें सही नहीं कर पाएंगे।
- सबकी जरूरतों का ध्यान रखे
- विश्वास, सम्मान और ईमानदारी के मूल्यों को समझे
- गलतियों को स्वीकार करें और उनसे सीख ले
- शब्दों की शक्ति को पहचानें की उनका उपयोग कब और कैसे करें
- वास्तविकता को स्वीकार करें की कोई भी पूर्ण नहीं हैं
- अधिक संवेदनशील बनें और हमेशा पहले सुनने की आदत डाले
- धैर्य का अभ्यास करें और क्षमा का करना सीखे
- अधिक सोचने के विनाशकारी परिणामों को पहले से ही समझ ले
सबकी जरूरतों का ध्यान रखे
अपने पार्टनर का , अपने से जुड़े हुए हर व्यक्ति की जरुरत का ध्यान रखे। जब आप सबकी चिंता करेंगे तो लोग भी आपकी care करेंगे अक्सर हमे वही मिलता हैं जो हम देते हैं। ये दुनिया लेन-देन पर चलती हैं जैसा दोगे वैसा मिलेगा, किसी से प्यार से बोलोगे तो आपको प्यार से ही जवाब मिलेगा इसलिए जब भी किसी के साथ कोई भी ख़राब व्यव्हार (bad behavior) करें तो सोच लीजिये आपको भी वही मिलेगा।
जब कोई आपकी care करता हैं तो कितना अच्छा लगता हैं, जब आपसे कोई आपकी जरूरतों के बारे में बात करता हैं तो कितना अच्छा लगता हैं इसलिए वह सब आपको दूसरों के साथ करना हैं जो आप खुद के लिए चाहते हैं। सब कुछ आपके हाथ में हैं, आप जैसा चाहोगे वैसा ही पाओगे इसलिए सबका ख्याल रखे।
विश्वास, सम्मान और ईमानदारी के मूल्यों को समझे
हर रिश्ता विश्वास पर टिका हैं, पिता का बेटे पर, माँ का बेटी पर, पति का पत्नी पर, और एक फ्रेंड का दूसरे फ्रेंड पर, इसलिए अपने विश्वास की डोर को कभी भी कमजोर नहीं करना। जहा विश्वास होगा वहा प्यार अपने आप आ जाएगा इसलिए विश्वास को बनाये रखे, प्यार को बढ़ाते जाए और ईमानदारी इतनी रखे की आपको कोई भी धोखा देने से पहले सौ बार सोचे।
जो भी हैं उसे खुलकर कहे, किसी भी बात को ना ही छुपाये और ना ही बढाए। जब भी कोई समस्या लगे तो आपस में बैठकर बात करे और situation को सही कर ले।
गलतियों को स्वीकार करें और उनसे सीख ले
गलती चाहे आपको हो या फिर किसी और की हो, गलती तो गलती हैं। एक बात ये भी सच हैं की गलती तो उसी से होगी जो कुछ कर रहा हैं इसलिए गलती से ना डरे , बल्कि उसी गलती को बार -बार करने से डरे। हर गलती से सीखे, की ऐसा क्यों हुआ, जब तक आप उसके बारे में सोचेंगे नहीं आप ये नहीं समझ पाएंगे की ऐसा क्यों हुआ।
शब्दों की शक्ति को पहचानें की उनका उपयोग कब और कैसे करें
मुँह बोलने के लिए हैं, पर कभी ऐसी कोई बात किसी के बारे में ना बोले जिससे किसी को दुःख हो। हाथ की मार से ज्यादा शब्दों की मार होती हैं इसलिए मुँह को सोच समझकर खोले। कोशिश करे की अति का ना बोले, जितना जरुरी हो उतना ही बात करे।
ज्यादातर लोग आज गुस्से में बहुत कुछ ऐसा बोल देते हैं जो वास्तव में उन्हें नहीं बोलना चाहिए था , पर वही हैं एक बार तीर कमान से निकल गया तो वह अपना काम करके हो रहेगा। कहा क्या, बात करनी हैं और क्या बात, नहीं करनी हैं, इसके बारे में सदैव समझे क्योंकि कभी -कभी मजाक में कही गयी एक छोटी सी बात भी आपके बने बनाये रिश्ते को तोड़ देगी और वैसे भी जब बात रिश्तों को बनाने की हो तो आपको वही बोलना हैं जिससे रिश्ते बने रहे ना की टूट जाए।
वास्तविकता को स्वीकार करें की कोई भी पूर्ण नहीं हैं
लोगो की कमियों को अनदेखा करे, और ये समझ लीजिए की इस दुनिया में पूरी तरह से कोई भी mature and perfect नहीं हैं, इसलिए अच्छाईओं को नोटिस करे और अपने रिश्तों को और मधुर बनाये। जितना ज्यादा सोचेंगे उतना ही दुखी रहेंगे, जो हैं उसे स्वीकार कर ले, जिंदगी ऐसी ही होती हैं जिससे आप जिंदगी को ज्यादा बेहतर तरीके से जी पाएंगे।
अधिक संवेदनशील बनें और हमेशा पहले सुनने की आदत डाले
जीवन में सदैव यदि आप बोलते रहेंगे तो सुनेगे कब और जब आप लोगो को सुनोगे नहीं तो उनको समझोगे कैसे इसलिए life में सबको सुनना बहुत जरुरी हैं फिर चाहे छोटा सा बच्चा ही क्यों ना हो इसलिए सुनने की आदत डालिये। आज ज्यादातर लोग इतना ज्यादा बोलते हैं की वह सामने वाले को बोलने का मौका ही नहीं देते हैं।
धैर्य का अभ्यास करें और क्षमा का करना सीखे
जीवन में धैर्य रखे, आपको सब मिलेगा। बात -बात पर अपने धैर्य को खो देने से आपको आपकी मंजिल नहीं मिलेंगी बल्कि आपको लाइफ में निरंतर धैर्य के साथ लगे रहने से सफलता मिलेगी। जीवन में आप हर समस्या को पार कर सकते हैं, यदि आप धैर्य से काम लेना जानते हैं।
आज ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं हैं जिसके जीवन में समस्याएं नहीं हैं, समस्याएं तो हर जगह हैं, पर आपके चिल्लाने और परेशान होने से क्या कुछ ठीक होगा, शायद नहीं, इसलिए धैर्य रखो और जीवन को मुस्करा कर जियों।
गलती किसी से भी हो सकती हैं पर जो माफ़ करना जानता हैं, जो क्षमा करना जानता हैं वह जीवन में सबसे ज्यादा सफल होता हैं। इस दुनिया में कोई भी अमर नहीं हैं, इसलिए हो सके तो गलतियों को माफ़ करके आगे बढ़ो ना जाने कौन सी शाम आखिरी हो।
अधिक सोचने के विनाशकारी परिणामों को पहले से ही समझ ले
अति का ना सोचे, आपके सोचने से कुछ नहीं होगा, जब तक आप कुछ करेंगे नहीं। जितना ज्यादा किसी बात के बारे में सोचेंगे आप उतना ही परेशान होंगे और इस सच्चाई के बारे में आपको पता होना चाहिए जिससे कभी किसी ख़राब सिचुएशन में भी आप अपने आप को हैंडल कर सके।
रिश्तों की क़द्र करे, एक दूसरे के लिए जिए , एक दूसरे से प्यार करे, सम्मान करे और अपने रिश्ते को पूरी ईमानदारी से जिए।