Fight yourself before fighting the world, दुनिया से लड़ने से पहले खुद से लड़ो, अपने आस पास ना जाने कितने लोगों से हर दिन मिलती हूँ, और ऐसा लगता हैं जैसे हर कोई कुछ ना कुछ अपने मन में दबाये और छुपाये हैं, हर कोई बस चल रहा हैं, हर दिन एक नयी उम्मीद के साथ जीवन को जीने की कोशिश कर रहा हैं।
सच में ये जिंदगी जितनी आसान दिखती हैं, वास्तव में उतनी हैं, नहीं। आज ऐसा लगता हैं जैसे हर किसी के दिल में कुछ न कुछ पाने की तड़प हैं, पर वो उसे सामने से कुछ नहीं कह रहा हैं, कोई पैसे के लिए तो कोई प्यार के लिए और कोई अपनों के समय के लिए मन ही मन अपने ईश्वर से उसे पाने की दिन -रात कामना कर रहा हैं।
हर कोई अपनी कहानी को सबसे अच्छी दिखाना चाह रहा हैं, पर उसकी कहानी के अंदर के विलन के बारे में कोई बात नहीं कर रहा हैं, शायद ठीक हैं, जिसका दर्द उसी से संभलेगा, क्योंकि सिर्फ उसी को मालूम हैं की कैसे उस सिचुएशन से बाहर निकला जा सकता हैं।
ऐसा क्यों लगता हैं की हर किसी की हंसी में एक गम छुपा हैं, एक दर्द हैं, जिसे चाहकर भी आज कोई किसी से कह नहीं सकता हैं, शायद इसलिए क्योंकि आज हर कोई सबसे ज्यादा दुखी और परेशान अपनों से ही हैं, और अपनों की बुराई दुनिया वालों से कैसे करे, ये किसी को भी समझ नहीं आ रहा हैं, पर ऐसे तो ये सिलसिला कभी भी ख़त्म नहीं होगा, लोग आते रहेंगे और जाते रहेंगे, और कोई भी खुलकर अपनी बात को नहीं कहेगा, ऐसे में एक्का -दुक्का जो लोग अपनी बात को खुलकर कहेंगे, उनका भी लोग समर्थन नहीं विरोध ही करेंगे और कहेंगे की अरे ये तो हर घर और समाज में होता हैं, इसमें क्या नया हैं।
ऐसे में मैं तो ये ही कहूँगी की आज हर कोई हर किसी से अलग हैं, आप उस समय चाहे जैसा feel करे, उस समय कोई प्रतिक्रया ना दे, आराम से कुछ देर अकेले बैठकर दोनों तरफ से बात को समझे, ऐसे करने से आपको एक सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
कभी -कभी problem उतनी बड़ी नहीं होती हैं जितना ज्यादा हम react कर देते हैं, इसलिए दूसरों से सवाल करने से पहले खुद से बात करे, आपको सही जवाब मिल जाएगा।
इस जिंदगी में वैसे तो यही कहूँगी की ज्यादा किसी के ऊपर एनालिसिस ना करे, जो जैसे जी रहा हैं उसे जीने दे और खुद भी इस अनमोल जिंदगी को अच्छे से जिए।
कोई क्या कह रहा हैं और क्या कर रहा हैं, इस पर से अपने focus को हटा कर खुद क्या कर रहे हैं, और क्या कह रहे हैं, इस पर विचार करे क्योंकि जब आप अच्छा महसूस करेंगे तो आप दूसरों को भी सही दिशा दिखा पाएंगे।
सोच के देखिये, यदि आप ही खुश नहीं हैं, कैसे आप किसी से खुशियों के बारे में बात कर पाएंगे, इसलिए खुद को ऐसे माहौल में रखे, जिससे आप always positive and happy रहे और दूसरों को positive रहने में मदद कर पाए।
हम अपने कीमती समय को न जाने कहा -कहा लगाते हैं और फिर कहते हैं की हमारे पास तो समय ही नहीं हैं, इसलिए सबसे पहले खुद के लिए थोड़ा रोज समय निकाले, खुद से बातें करे, क्योंकि आप पूरी दुनिया को सुन रहे हो, पर खुद को नहीं सुन रहे हो, आपके मन को क्या चाहिए। खुद के ऊपर नजर रखे की आज आपने कहा गलती किया और कहा ठीक किया, ऐसा करने से आप बेहतर इंसान बन पाएंगे।
समय अच्छा या बुरा हो सकता हैं, पर आपको हर सिचुएशन में अपनी शारीरिक और मानसिक स्थिति पर संतुलन बनाना होगा, ऐसा करने से आप लाइफ को मैनेज करना सीखेंगे, आज का दिन अच्छा हैं, तो इसका मतलब ये नहीं हैं की आगे भी सब अच्छा रहेगा, ये मान के चलिए, कि सुख -दुःख आते -जाते रहेंगे, इसलिए आपके पास जो आज हैं, जैसा है, उसके साथ जीवन में आगे बढिये, ना बीते हुए कल को याद करिये और ना आने वाले कल की जरुरत से ज्यादा चिंता करिये।