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सबकी पूरी जिंदगी में जीवन के कुछ पल ऐसे होते हैं, जिनमे वह बहुत सी कहानियां खुद ही बनाता हैं और खुद ही बिगाड़ता हैं। कभी -कभी किसी दिन बहुत अच्छा लगता है, और किसी दिन मन बहुत बेचैन हो जाता हैं, ना जाने ये दिल क्या चाहता हैं। ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि दिल को हमेशा सब कुछ अच्छा चाहिए होता है, और जब कुछ उसके मन मुताबिक नहीं होता हैं, तो ये बहुत जल्दी परेशान हो जाता हैं।

दिल को समझाना सीखिए क्योंकि life में सब कुछ वैसे नहीं होगा जैसे आप और मैं चाहते हैं। हर कोई अपनी life को set करने के लिए दिन -रात मेहनत करता हैं, पर उसके बदले में वह अपने सपनो को पूरा नहीं कर पाता हैं, जिसकी वजह से वह व्यक्ति अंदर -ही -अंदर दुखी और परेशान रहता हैं।

एक बात तो आपको समझनी होगी, की अपने दिल को कैसे समझाए। दिल तो दिल है, उसे नहीं पता की क्या हो रहा हैं, उसे तो सब कुछ परफेक्ट चाहिए।

Mood off होना या mood अच्छा होना, situation पे depend करता हैं, जब मन खुश होता हैं, और mood अच्छा होता हैं, तो सब कुछ बहुत अच्छा लगता हैं, और जब mood ख़राब  होता हैं, तो बहुत कुछ अच्छा होते हुए भी कुछ भी अच्छा नहीं लगता हैं।

आप खुद पे control करना सीखिए, नहीं तो ये मन आपको यूं ही हर दिन बाद feel करवाता रहेगा। जो दिया हैं, उस ईश्वर ने उसके लिए धन्यवाद कीजिये और जिंदगी में आगे बढ़िये।

किसी भी चीज के ऊपर इतना depend ना हो जाए की जब वह आपको न मिले तो आप परेशान हो जाए। जिंदगी में जो अकेले मुस्कराना जानते हैं, जिंदगी उनकी आसान होती हैं क्योंकि आपके आंसू रोज -रोज कोई पौंछने नहीं आएगा।

जीवन के कुछ पल
जीवन के कुछ पल

मैं तो हस्ती थी, मुस्कराती थी, इठलाती थी,

मन ही मन ना जाने किस बात पे खुश हो जाती थी,

पल भर में गुस्सा हुयी भी तो क्या,

फिर अगले ही पल मुस्करा कर निकल जाती थी।

सच में बचपन की अठखेलियों से कोई ना बच पाया हैं,

जिंदगी कितनी भी गमनशींन हो, पर ये दिल सदैव मुस्कराया हैं।

जो बचपन में देखे थे ख्वाब आज वह हक़ीक़त बन गए हैं,

जो अधूरे थे ख्वाब आज वह सारे पूरे हो गए हैं,

जिन ख्वाबों को देखा था अपनी इन खूबसूरत आँखों से,

आज वह सब पूरे हो गए और जिंदगी के सितारें चमक गए।

समय बदला हम भी बदल गए,

रास्ते धुँधले दिखे फिर भी चलते गये,

मैं तो बस अपनी आँखों को धीरे से सपने दिए,

बस आँधिया थमती गयी और हम बढ़ते गए,

मंजिल सामने थी, हम तो बस चलते गए,

रुक -रुक कर चले राह में कभी गिरते और कभी सँभलते गए।

दिल के अंदर ना जाने कितने तूफ़ान उठे,

कभी रातों को जगे तो कभी खुद से बाते करे,

लोगो ने बहुत समझाया मुझे, की तुम अभी सुधर जाओ,

पर दिल में शैलाब ऐसा था, किसी के रोके वह कहा रुके।

हर किसी को जरुरत होती हैं, प्यार की,

हर किसी को जरुरत होती ही, ऐतबार की,

हर कोई किसी ना किसी पे जान छिड़कता हैं,

इसलिए तो तन्हाई में भी दिल धड़कता हैं।

कह दो तुम अपने जज्बातों को जो तुम बरसो से कहना चाहते हो,

घर बहुत बड़ा हैं तुम्हारा पर तुम अभी भी किसी के दिल में रहना चाहते हो,

वक़्त ज्यादा नहीं हैं, इस जिंदगी में प्यार के लिए,

कह दो जिस पर तुम अब भी ऐतबार करना चाहते हो,

एक -एक बात को कह दो तुम फिर से अभी याद करके,

दिल जीत लो तुम अभी भी ऐतबार करके।

रास्ता पता हैं, तो क्यों तुम चलते नहीं,

बार -बार गिर कर भी क्यों तुम संभलते नहीं,

ये सिलसिला कब तक यूं अकेले चलाओगे

यूं छुप-छुप के अकेले में खुद को रुलाओगे

एक बात हक़ीक़त की मैं भी तुम्हे बताउंगी

कि

जो मुश्किलों में खड़ा रहे, वही तेरा हमदर्द हैं,

जो तुझको सुकून दे बाकी तो सब दर्द है।

दोस्तों,

मौत आसान और जिंदगी कठिन होती हैं,

दुःख के साथ सुख भी हो तो जिंदगी सहन होती हैं,

सुख -दुःख तो जिंदगी की रहन होती हैं,

इसे ना चाहो, फिर भी गाना पड़ेगा,

टूटते हुए रिश्तों को बचाना पडेगा,

ये जिंदगी हैं, दोस्तों,

कैसा भी हो दिन, ना चाहकर भी मुस्कराना पड़ेगा।

वक़्त हांथों से रेत की तरह निकल जाएगा,

जब वक़्त तुम पर भी ऊँगली उठाएगा,

तब तुम कितने भी बहाने बना लेना,

दुःख हो फिर भी वक़्त से नजरे मिला लेना,

कोई ना रोकेगा तुम्हे, कोई ना टोकेगा तुम्हे,

तुम बस एक बार इधर भी देख कर मुस्करा लेना। 

सफलता के बिना जीवन में कोई रंग नहीं,

जिंदगी जीने का सभी को ढंग नहीं,

सब एक जैसे भी होकर एक जैसे नहीं,

सुख में तो सब मुस्करा लेते ही हैं,

पर दुःख में मुस्करा लेना कोई खेल नहीं। 

जितनी हिम्मत उठने के लिए चाहिए,

उतनी ही हिम्मत झुकने के लिए चाहिए,

जितनी हिम्मत मुस्कराने के लिए चाहिए,

उतनी ही हिम्मत चुप हो जाने के लिए चाहिए,

जितनी हिम्मत किसी के लिए अच्छा बोलने के लिए चाहिए,

उतनी ही हिम्मत किसी को गलत बोलने के लिए चाहिए,

इस दुनिया के सफर को पूरा करने के लिए भी हिम्मत चाहिए,

और इस दुनिया से जाने के लिए भी हिम्मत चाहिए,

अब क्या कहे दोस्तों !!

रात भर सोये, फिर भी नींद पूरी ना हुयी,

ना जाने कौन से सपने आकर परेशान कर जाते हैं,

कभी रातों में तो कभी दिन तक याद आते हैं,

क्यों होता हैं, मन परेशान, ये समझ में आता नहीं हैं,

एक ख़याल आया हुआ फिर जल्दी जाता नहीं हैं।

बहुत कुछ कह गये और बहुत कुछ सह गए,

जिंदगी तूने जिस हाल में रखा, हम रह गए,

तुझसे ना कोई शिकवा हैं और ना ही शिकायत हैं,

ये जिंदगी तेरी दी हुयी मेरी एक इबादत हैं।

कभी दिल सोचता हैं अकेली आज हूँ मैं क्यों,

कभी दिल सोचता हैं, पहेली आज हूँ मैं क्यों,

ना जाने ये दिल क्या -क्या मिनटों में सोच जाता हैं,

दुनिया बहुत अजीब हैं, यारों कोई हसाता तो कोई रुलाता हैं,

कभी दिल अच्छा तो कभी बहुत बुरा महसूस करता हैं,

ये कभी हस्ता तो कभी रोता हैं,

ये रोने -धोने और हसने का सिलसिला ही जिंदगी हैं,

प्यार पूजा भी हैं और बंदगी भी हैं।

Be happy…

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