जीवन में सबको सुनंने और समझने से पहले अपने दिल की सुने (listen to your heart) क्योंकि अक्सर हम खुद के लिए जीना ही भूल जाते हैं। आप क्या चाहते हैं, आप जिंदगी में खुश और संतुष्ट हैं या नहीं हैं, इस बात पर ध्यान दे क्योंकि आप जब खुद से खुश और संतुष्ट होंगे, तभी आप खुशियाँ और लोगो तक ट्रांसफर कर पाएंगे, इस बात से आप भी सहमत होंगे।
एक हंसी (Smile) जिंदगी के सभी दरवाजे खोल देती हैं, और खुले हुए उदासी के दरवाजो को बंद कर देती हैं। आज हर कोई दूसरे को देखकर अंदाजा लगाता हैं, कि ये व्यक्ति कितना खुश हैं, पर जब उस व्यक्ति की जिंदगी में करीब से झांकता हैं तो उसे पता चलता हैं, कि जो दिखता हैं, वो भी कभी -कभी गलत हो सकता हैं।
आज ऐसे बहुत से लोग हैं, जो घर -परिवार की जिम्मेदारियों में सिमट गए हैं, उन्होंने अपने लिए तो जीना ही छोड़ दिया हैं, जो कि बहुत गलत है। देखिये आज हर व्यक्ति समस्यायों से घिरा हुआ हैं, पर इसका ये मतलब कतई नहीं हैं, कि आप खुद की परवाह करना छोड़ दे और एक बात ये भी सच हैं, कि यदि आपने खुद का ध्यान ना रखा, तो कोई भी आपका ध्यान नहीं रखेगा इसलिए खुद से प्यार करना और खुद की परवाह करना कोई गलत काम नहीं हैं।
आज mostly लोग खुद से पहले सबके बारे में सोचते हैं, और खुद को पीछे छोड़ देते हैं, और जब उन्हें कोई problem घेर लेती हैं, तब उन्हें समझ में आता हैं, कि उन्होंने क्या खोया।
खुद के साथी बने, मतलब खुद से बातें करे, क्योंकि आप खुद को कभी कोई गलत राय नहीं देंगे। इस जीवन में बहुत से ऐसे मोड़ आएंगे, जहा पर आपको अकेले चलना होगा, अकेले बड़े से बड़े निर्णय लेने होंगे, ऐसे में यदि आप सबसे राय लेंगे, तो शायद आप उस काम को कभी भी पूरा नहीं कर पाएंगे, क्योंकि आपको हर कोई अपने -अपने अनुभव और ज्ञान के हिसाब से राय देगा जो जरुरी नहीं हैं, कि आपके लिए ठीक ही हो।
खुद पर विश्वास करे, हम पूरी दुनिया को होशियार और अपने को बेवकूफ समझ लेते हैं, इससे हमें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं, हमेशा खुद के ऊपर सबसे ज्यादा विश्वास करे, क्योंकि परेशानी आने पर हर कोई आपका साथ छोड़ सकता हैं, पर आप खुद का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे। आज दुनिया में वही व्यक्ति खुश हैं, जो खुद के ऊपर निर्भर हैं, उसे किसी से कोई भी आशा नहीं हैं, किसी ने उसके लिए कुछ कर दिया तो ठीक हैं, और नहीं किया तो भी ठीक हैं।
अक्सर लोग अपने दिल की चाहतों को दबा कर, अनसुना कर दूसरों की बातों को महत्व देते हैं, और जिनको महत्व देते हैं, वही बाद में उनके साथ गलत करते हैं। आज बहुत से सवाल हैं, कि हर कोई नाखुश हैं, क्यों लोग अकेले हैं, शायद कुछ तो लोगो की बातों ने कर दिया और कुछ खुद से दूर हो गए।
वाह ! रे ! जिंदगी कभी पल में रुला देती हैं, तो कभी पल में इतना हंसा देती हैं, कि पूरी जिंदगी की शिकायतें एक पल में ख़तम हो जाती हैं।
खुद की पहले सुनने वाले लोग selfish नहीं होते हैं, बल्कि Self Love में होते हैं, ऐसा सोचे, क्योंकि इस दुनिया में यदि आपने हमेशा सबसे पहले खुद की ही बात की, तो भी लोग आपको गलत समझेंगे, बल्कि अपने दिल की सुने वाक्य का मतलब ये हैं, कि जिंदगी की भागम -भाग में अपने लिए, खुद के लिए भी थोड़ा समय निकाले, जिससे आप अपने शारीरिक, मानसिक और आर्थिक, स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रख सके।
खुश रहिये, मुस्कराते रहिये